Jharkhand: दो घंटे इंतजार कराने के बाद भी विधायक ढुलू से नहीं मिले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, गुंडाराज का होगा खात्मा
19 फरवरी 2020 से पहले बाघमारा विधानसभा क्षेत्र में भाजपा विधायक ढुलू महतो के खिलाफ कुछ भी बोलने और करने का मतलब था मुसीबतों को आमंत्रित करना। अब आबोहवा पूरी तरह बदल चुकी है।
धनबाद [ मृत्युंजय पाठक ]। भाजपा के बाहुबली और सजायाफ्ता विधायक ढुलू महतो गिरफ्तारी के डर से भागते चल रहे हैं और धनबाद पुलिस उनके पीछे पड़ी है। इस दाैरान विधायक ढुलू से पिछले पांच से प्रताड़ित हर व्यक्ति खुलकर सामने आ रहा है और पुलिस कार्रवाई कर रही है। एक पखवारा में ढुलू पर एक दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हो चुके हैं। इनमें रंगदारी, अपहरण, दुष्कर्म, मारपीट, जमीन कब्जा और अनुसूचित जाति-जनजाति उत्पीड़न जैसे गंभीर मामले भी शामिल हैं। 23 दिसंबर, 2019 से पहले जो धनबाद पुलिस विधायक ढुलू के इशारे पर ता ता थैया करती थी वह अब उनके कब्जे से जमीन को मुक्त कराने के लिए बुलडोजर चला रही है। मतलब साफ है। पुलिस को झारखंड की हेमंत सरकार से जरूर कुछ स्पष्ट निर्देश प्राप्त है।
विधायक के घर पर छापा के बाद बदल गई बाघमारा की आबोहवा
19 फरवरी, 2020 से पहले बाघमारा विधानसभा क्षेत्र में भाजपा विधायक ढुलू महतो के खिलाफ कुछ भी बोलने और करने का मतलब था मुसीबतों को आमंत्रित करना। 19 फरवरी की सुबह की किरण निकली तो बाघमारा की आबोहवा बदल चुकी थी। सूर्योदय से पहले ही विधायक ढुलू के चिटाही स्थित उनके आवास पर पुलिस का छापा पड़ा चुका था। वह गिरफ्तारी के डर से पिछले दरवाज से भाग चुके थे। इसके साथ ही एक के बाद एक विधायक से प्रताड़ित लोग सामने आ रहे हैं। विधायक के खिलाफ बाघमारा विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न थानों में प्राथमिकी दर्ज करा रहे हैं। पांच साल से अपनी जमीन को विधायक के कब्जे से मुक्त कराने के लिए दरिदा के आदिवासी धनबाद जिला प्रशासन के हर अधिकारी के दरवाजे पर दस्तक दे रहे थे। शहर के रणधीर वर्मा चाैक पर धरना दे-देकर थक गए थे। उनकी जमीन को मुक्ति मिल गई है। विधायक द्वारा खड़ा कराई गई चहारदिवारी को बुलडोजर चला गिरा दी गई है। बाघमारा विधानसभा क्षेत्र के कोयला लोडिंग प्वाइंट से बगैर 650 रुपये प्रतिटन रंगदारी के धड़ा-धड़ा ट्रक लोड हो रहे हैं और निकल रहे हैं। विधायक ढुलू महतो के प्रतिद्वंदी कांग्रेस नेता पूर्व मंत्री जलेश्वर महतो कहते हैं-अब झारखंड में झामुमो-कांग्रेस गठबंधन की सरकार है। हेमंत सोरेन मु्ख्यमंत्री हैं। बाघमारा में गुंडाराज नहीं चलेगा।
मंत्री बन्ना गुप्ता से टांका भिड़ाना काम न आया
ढुलू महतो तीसरी बार बाघमारा विधानसभा क्षेत्र से विधायक निर्वाचित हुए हैं। 2009 में पहली बार झारखंड विकास मोर्चा के टिकट पर विधायक बने। 2014 विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा के टिकट पर दुबारा विधायक चुने गए। 2019 के चुनाव में तीसरी बार निर्वाचित हुए हैं। वे मुख्यमंत्री रघुवर दास के करीबी विधायकों में शुमार किए जाते थे। धनबाद दाैरे के दाैरान रघुवर दास ढुलू के घर आते-जाते रहे हैं। झारखंड विधानसभा चुनाव- 2019 में भाजपा की हार के बाद ही ढुलू को अहसास हो गया था कि उनका बुरा दाैर शुरू होने वाला है। अब उनकी पहले जैसी नहीं चलेगी। हालांकि झामुमो गठबंधन सरकार में भी ढुलू ने टांका भिड़ाने की कोशिश की। 30 जनवरी को हेमंत सरकार में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता कतरास पहुंचे। गुप्ता और ढुलू ने बंद कमरे में करीब एक घंटे तक गुफ्तगू की। इसके बाद यह चर्चा शुरू हुई कि ढुलू महतो रक्षा कवच के लिए हेमंत सरकार को साधना चाहते हैं।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने नहीं दिया भाव
झारखंड मुक्ति मोर्चा के स्थापना दिवस समारोह में भाग लेने के लिए 4 फरवरी, 2020 को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन धनबाद पहुंचे। भाजपा विधायक ढुलू पर दुष्कर्म की कोशिश का आरोप लगाने वाली महिला ने सर्किट हाउस में मुख्यमंत्री से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने न्याय का भरोसा दिलाया। इसके बाद से ही धनबाद पुलिस का रवैया अचानक ढुलू के प्रति बदल गया। हालांकि एसएसपी वही पुराने काैशल किशोर। काैशल किशोर की पोस्टिंग रघुवर सरकार के समय हुई। किशोर पर भाजपा राज में ढुलू को संरक्षण देने का आरोप लगता रहा है। ढुलू को जैसे ही पता चला कि उनपर दुष्कर्म की कोशिश का आरोप लगाने वाली महिला मुख्यमंत्री से मिली है उन्होंने मुख्यमंत्री को साधने की कोशिश की। सूत्रों के अनुसार विधायक मख्यमंत्री को सफाई देने के लिए प्रोजेक्ट भवन रांची पहुंचे। मुलाकात के लिए मुख्यमंत्री के दफ्तर में पर्ची भिजवाई। दो घंटे तक मुख्यमंत्री से मिलने के लिए उनके दफ्तर के बाहर बैठे रहे। मुख्यमंत्री ने मिलने के लिए अंदर नहीं बुलाया। मुख्यमंत्री जब दफ्तर से बाहर निकल रहे थे तो ढुलू ने हाथ जोड़कर अभिवादन किया। मुख्यमंत्री अभिवादन स्वीकार करते हुए बगैर बात किए निकल गए। इसके बाद ढुलू के घर पर छापा पड़ा। गिरप्तारी के डर से वे भूमिगत हैं।
झारखंड भाजपा भी ढुलू को लेकर गंभीर नहीं
झारखंड प्रदेश भाजपा भी विधायक ढुलू महतो को लेकर गंभीर नहीं है। भाजपा के विधायक के घर पर छापा पड़ा और वे भागते चल रहे हैं। बाघमारा में भाजपा कार्यकर्ताओं और ढुलू समर्थकों को तरह-तरह से पुलिस प्रताड़ित कर रही है। इसके बावजूद भाजपा का प्रदेश नेतुत्व माैन है। झारखंड विधानसभा के बजट सत्र में भी ढुलू के मामले को अब तक नहीं उठाया गया है। जानकारों का कहना है कि भाजपा अगर ढुलू प्रकरण को मुद्दा बनाती है तो वह खुद घिर सकती है। क्योंकि ढुलू पर दुष्कर्म की कोशिश का आरोप लगाने वाली वह और कोई नहीं बल्कि धनबाद जिला भाजपा की महिला पदाधिकारी रह चुकी हैं। विधायक पर आरोप लगाने के बाद महिला को भाजपा से बाहर कर दिया गया। विधायक ढुलू पर प्राथमिकी भी हाई कोर्ट के आदेश पर भाजपा राज में ही हुआ। जो भी मामले अब सामने आ रहे हैं वह सब भाजपा राज के समय के हैं। ऐसे में भाजपा मुद्दा बनाकर खुद घिरना नहीं चाहती है। पार्टी के कुछ रणनीतिकारों ने ढुलू तक संदेश भिजवाया है कि वह आत्मसमपर्ण कर कानून का सामना करें। भागते रहेंगे तो पुलिस पर कार्रवाई करती रहेगी। आत्मसमर्पण के बाद पुलिस और सरकार के रवैये में बदलाव हो सकता है।