छठ व्रतियों ने ग्रहण किया खरना प्रसाद, पहला अर्घ्य आज
धनबाद : कोयला नगरी धनबाद पूरी तरह से छठमय हो गया है। धनबाद का शहरी से लेकर ग्रामीण
धनबाद : कोयला नगरी धनबाद पूरी तरह से छठमय हो गया है। धनबाद का शहरी से लेकर ग्रामीण क्षेत्र छठ मइया की महिमा व सूर्यदेव की उपासना में डूबा पड़ा है। छठ के पारंपरिक लोक गीतों ने माहौल भक्तिमय बना दिया है। हर गली-मोहल्ला छठ गीतों से गूंज उठी है।
रविवार को धनबाद शहरी व ग्रामीण इलाका खरनामय दिखा। खरना में अरवा चावल से बने खीर का विशेष महत्व है। इस कारण शहरी व ग्रामीण इलाकों में सुबह व शाम दूध की काफी बिक्री हुई। तकरीबन चार लाख लीटर दूध बिक्री का अनुमान जताया जा रहा है। खरना के लिए दूध दुकानों व खटालों में भीड़ लगी। इधर छठ व्रती दिन में स्नान कर खरना की तैयारी में जुट गई। शाम को इन्होंने पीतल के बर्तन में खीर का प्रसाद बनाया और फिर उसे ग्रहण किया। लोगों ने पास-पड़ोस जाकर प्रसाद ग्रहण किया। गुरुवार सुबह को छठ व्रतियां, घर की महिलाएं व युवतियां ठेकुआ बनाएंगी और शाम को अर्घ्य अर्पित करने के लिए तालाब-पोखर जाएंगी। ठेकुआ का आटा पिसाने के लिए आटा चक्की में काफी भीड़ रही। लोगों ने लाइन लगाकर आटा पीसाया।
--------------------
खरीदारी को बाजारों में उमड़े लोग
छठ महापर्व के लिए फल की खरीदारी के लिए बाजारों खूब भीड़ उमड़ी। बरवाअड्डा कृषि बाजार समिति, हीरापुर हटिया बाजार, पुराना बाजार, स्टीलगेट, बरटांड़, पुलिस लाइन में छठ के लिए फलों की खरीदारी अच्छी भीड़ जुटी। लोगों ने सेव 80 से 100 रुपये किलो एवं 450 से 900 रुपये प्रति पेटी, संतरा 60 से 80 रुपये प्रति किलो और 800 से 1000 रुपये पेटी, केला 40 रुपये प्रति दर्जन और 300 से 500 रुपये कांधी, नारियल 20 से 25 रुपये पीस, ईख 30 रुपये प्रति पीस, बड़ा नींबू 15 से 20 रुपये पीस, अमरूद 90 से 100 रुपये किलो, नासपति 100 से 100 रुपये किलो, कमरंगा 120 रुपये किलो, शकरकंद व आंवला 40 रुपये किलो, बैर 100 से 150 रुपये किलो, आदी, हल्दी व गाजर 60 रुपये किलो, नारियल 20 से 25 रुपये किलो खरीदा। वहीं बांस का सूप 35 से 50 और दौउरा 200 से 300 रुपये बिका। मंगलवार सुबह को भी बाजारों में छठ की खरीदारी के लिए भीड़ रहेगी।