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केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन की बैठक में जमकर हंगामा

धनबाद धनबाद केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन की शक्ति मंदिर हॉल में हुई बैठक में जमकर हंगामा हुआ। इसमें अपशब्दों का प्रयोग व धक्कामुक्की व एक-दूसरे को देख लेने की बात भी हुई।

By JagranEdited By: Published: Mon, 21 Oct 2019 03:22 AM (IST)Updated: Mon, 21 Oct 2019 03:22 AM (IST)
केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन की बैठक में जमकर हंगामा
केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन की बैठक में जमकर हंगामा

धनबाद : धनबाद केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन की शक्ति मंदिर हॉल में हुई बैठक में जमकर हंगामा हुआ। इसमें अपशब्दों का प्रयोग व धक्कामुक्की व एक-दूसरे को देख लेने की बात भी हुई। इस दौरान दो गुट उभर के सामने आए। इसके बाद किसी तरह सदस्यों ने मिलकर स्थिति पर नियंत्रण किया गया। हंगामा को देखते हुए रांची से आए मुख्य अतिथि एसोसिएशन के महासचिव अमर कुमार सिन्हा को मंच से उठकर हटना पड़ा। इसे एसोसिएशन के महासचिव अमर कुमार सिन्हा ने अनुशासनहीनता बताते हुए कहा कि विरोध का यह तरीका सही नहीं है। इस दौरान वे काफी नाराज दिखे। इसके बाद सभी अतिथि उठकर ऊपर के कमरे में चले गए। इससे पूर्व कार्यक्रम का उद्घाटन अतिथियों ने किया। दवा की ऑन लाइन मार्केटिंग पर रोक लगाने, दवा विक्रेताओं की समस्याओं को दूर करने की मांग की गई। मौके पर ड्रग इंस्पेक्टर रंजीत चौधरी, आलोक कुमार, राजीव शर्मा आदि थे। कैसे शुरू हुआ हंगामा : बता दें कि पिछले दिनों धनबाद केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के जिला कमेटी का गठन किया गया है। जिसके अध्यक्ष राजेश दुदानी बनाए गए हैं। दूसरे गुट के ललित अग्रवाल आदि कमेटी का विरोध कर रहे थे। बताया जाता है कि कमेटी विवाद सहित अन्य मामलों को लेकर जेनरल मीटिंग बुलाई गई थी। इसमें रांची से भी अधिकारी पहुंचे। इसके बाद ललित अग्रवाल ने विरोध शुरू कर दिया। इस बीच हंगामा शुरू हो गया और अपशब्द के साथ धक्कामुक्की भी शुरू हो गई। इसके चलते कार्यक्रम बीच में ही बंद करना पड़ा। राजेश दुदानी की कमेटी सही, घटना दुर्भाग्यपूर्ण : सिन्हा

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रांची से आए अधिकारी अमर सिन्हा ने बताया कि धनबाद में तीन बार कमेटी बनी। पहली चुनी हुई कमेटी बनी, लेकिन उन्होंने अपने कार्यकाल में चुनाव नहीं कराया। इस कारण एक एडॉक कमेटी बनाई गई। एडॉक कमेटी ने भी दो वर्षो में कमेटी का चुनाव नहीं कराया, जबकि चुनाव 90 दिनों में ही कराना था। फिर तीसरी एडॉक कमेटी बनी। यह कमेटी भी चुनाव को इस बैठक में तैयार थी, लेकिन जहां 15 सौ सदस्य हैं, वहां आठ-दस के विरोध से कमेटी नहीं बदलती है। इस कारण राजेश दुदानी की कमेटी को हम लोग सही मान रहे हैं।

सभी अपने, सभी को संतुष्ट रखने का प्रयास : दुदानी

अध्यक्ष राजेश दुदानी ने कहा कि संगठन है तो विरोध है। सभी अपने हैं, सभी को सौ प्रतिशत संतुष्ट भी नहीं कर सकता हूं। कोई परेशानी हो तो सदस्य सीधे हमसे बात करें। हंगामा करने से किसी समस्या का हल नहीं निकलता है। बॉयलॉज के अनुरूप कमेटी नहीं : ललित

विरोध जताने वाले ललीत अग्रवाल ने कहा कि कमेटी बॉयलॉज के अनुरूप नहीं है। हमलोगों ने बैठक में फिर से चुनाव कराने की मांग की, लेकिन इसे नहीं माना जा रहा था। धांधली की जा रही थी। गुप्त मतदान कराने की हमलोगों ने मतदान की है। साथ ही 60 दिनों की मांग भी की है।


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