झारखंड अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष कर रहे दुष्कर्मियों की वकालत! जानिए पूरा मामला
पीडि़ता के भाई ने आरोप लगाया है कि झारखंड राज्य के अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष शिवधारी राम उन पर दुष्कर्म में शामिल युवकों से समझौता करवा कर मामले का निपटारा करना चाहते हैं।
धनबाद, जेएनएन। सामूहिक दुष्कर्म की शिकार हुई रांची की युवती पर दुष्कर्मियों से सुलह करने का दबाव डाला जा रहा है। पीडि़ता के भाई ने बताया कि झारखंड राज्य के अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष शिवधारी राम उन पर दुष्कर्म में शामिल युवकों से समझौता करवा कर मामले का निपटारा करना चाहते हैं। जबकि उसकी बहन की शारीरिक व मानसिक स्थिति अब भी चिंताजनक बनी हुई है। पीडि़ता के भाई ने बताया कि आरोपितों की तरफ से पहले ही दबाव बनाया जा रहा था। उन्हें उम्मीद थी कि आयोग उनकी मदद करेगा लेकिन अब आयोग भी उनका साथ नहीं दे रहा। बल्कि आरोपितों का ही साथ दे रहा है।
हालांकि आयोग ने इससे साफ इन्कार किया है। झारखंड राज्य अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष शिवधारी राम ने इससे इन्कार करते हुए बताया कि वह पीडि़ता के साथ खड़े हैं, और उसको न्याय दिलाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। आरोपों का खंडन करते हुए उन्होंने कहा कि वे पीडि़ता को न्याय दिलाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
यह था मामला : बरवाअड्डा थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक युवती के साथ घटित सामूहिक दुष्कर्म मामले का खुलासा पुलिस ने किया था। पुलिस ने घटना में संलिप्त सभी चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले का मुख्य अभियुक्त पंडुकीटोला निवासी परितोष पांडेय (22) की गिरफ्तारी उसके पाण्डेयडीह स्थित घर से हुई थी। उसकी निशानदेही पर तीन अन्य अभियुक्त मंझलाडिह पंडुकी निवासी प्रकाश हाजरा (21), पंडुकीटोला निवासी गुड्डू कुमार (21) और पंडुकीटोला निवासी कुंदन हाजरा (22) को गिरफ्तार कर लिया गया था।
पुलिस के अनुसार अभियुक्त परितोष पांडेय पीडि़ता को बहला-फुसलाकर नौकरी दिलवाने के लिए रांची से धनबाद लाया था। उसकी पीडि़ता के साथ जान-पहचान कुछ दिन पहले ही हुई थी। पीडि़ता रांची में घरेलू नौकरानी थी।
धनबाद आने के दौरान उसने अपने तीन दोस्तों को अपने साथ एक लड़की के होने की बात बताई। इसके बाद चारों मिलकर लड़की को गुमराह कर बरवाअड्डा पंडुकी में स्थानीय फुटबॉल ग्राउंड ले गए। वहां उन लोगों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था। दुष्कर्म करने के बाद साक्ष्य मिटाने के लिए इन लोगों ने युवती को जान से मारने का प्रयास किया था। युवती को मृत समझ चारो अभियुक्त चले गए।
अनुसूचित जाति आयोग का चेयरमैन होने के नाते मैं पीडि़ता को न्याय दिलाने का हर संभव प्रयास कर रहा हूं। सोमवार को इस मामले मैं आयोग पीडि़ता से मिलकर चल रही कार्रवाई की जानकारी लेगा।
शिवधारी राम, अध्यक्ष, झारखंड राज्य अनुसूचित जाति आयोग
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप