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स्वच्छता में रैंकिंग सुधारने की होगी चुनौती, जनवरी 2020 में शुरू होगा सर्वेक्षण Dhanbad News

इस वर्ष स्वच्छता सर्वेक्षण में धनबाद पूरे देश में 56वें स्थान और राज्य में तीसरे स्थान पर रहा था। 2018 में धनबाद 53वें स्थान पर था।

By Sagar SinghEdited By: Published: Wed, 18 Dec 2019 08:21 PM (IST)Updated: Thu, 19 Dec 2019 11:01 AM (IST)
स्वच्छता में रैंकिंग सुधारने की होगी चुनौती, जनवरी 2020 में शुरू होगा सर्वेक्षण Dhanbad News
स्वच्छता में रैंकिंग सुधारने की होगी चुनौती, जनवरी 2020 में शुरू होगा सर्वेक्षण Dhanbad News

धनबाद, जेएनएन। जनवरी 2020 में होने वाले स्वच्छता सर्वेक्षण की तैयारी शुरू हो गई है। बुधवार को नगर विकास विभाग के पदाधिकारी रिजवान धनबाद पहुंचे और सर्वेक्षण को लेकर जरूरी दस्तावेजों के बारे में जानकारी दी। इस बार निगम के पास राज्य के साथ ही पूरे देश में अपनी रैंकिंग को सुधारने का बेहतरीन मौका होगा। इस एक वर्ष में कई ऐसे बेहतर काम हुए हैं जो धनबाद की रैंकिंग में सुधार ला सकते हैं।

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हालांकि, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट की प्रक्रिया का शुरू न होना इसमें अड़ंगा जरूर डाल सकता है। दरअसल इस वर्ष स्वच्छता सर्वेक्षण में धनबाद नगर निगम पूरे देश में 56 वें स्थान और राज्य में तीसरे स्थान पर रहा था। 2018 की तुलना में रैंकिंग तीन पोजिशन नीचे खिसका, लेकिन झारखंड में यह टॉप तीन शहरों में शामिल हो गया। 2018 में धनबाद की रैंकिंग 53वें स्थान पर थी।

स्वच्छता सर्वेक्षण-2020 के लिए निर्धारित अंक

  • सर्टिफिकेशन : 25 प्रतिशत (1500 अंक)
  • स्पेशल लेवल प्रोग्रेस : 25 प्रतिशत (1500 अंक)
  • डायरेक्ट ऑब्जर्वेशन : 25 प्रतिशत (1500 अंक)
  • पब्लिक फीडबैक : 25 प्रतिशत (1500 अंक)

इन चीजों पर अधिक फोकस

  • कचरे का सेगरीगेशन और सही तरीके से निस्तारण
  • पानी का ट्रीटमेंट और इसका दुबारा प्रयोग
  • थ्री आर- रिड्यूज, रीयूज और रीसाइकिल
  • वायु प्रदूषण फैलाने वाले ठोस अपशिष्ट का निष्तारण
  • कचरा चुनने वालों के पुनर्वास की योजना
  • कचरा खरीद को बढ़ावा
  • तकनीक से निगरानी

पांच प्रमुख चुनौतियां

  • सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट और बायोमेडिकल वेस्ट का निस्तारण नहीं।
  • घरेलू गंदे पानी का न तो ट्रीटमेंट और न दुबारा प्रयोग।
  • संकरी नालियां, बरसात में नाली जाम की स्थिति।
  • प्लास्टिक पर पूरी तरह से पाबंदी नहीं।
  • डोर टू डोर कचरा उठाव और इसका निस्तारण भी चुनौती।

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