पीएमसीएच में ओपीडी के सेंट्रल रजिस्ट्रेशन पर बंदी के बादल
पाटलिपुत्र मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) के सेंट्रल रजिस्ट्रेशन में कार्यरत सात र्मचारियों को 15 जुलाई से प्रबंधन ने बैठने का नोटिस दे दिया है।
धनबाद, जेएनएन। पाटलिपुत्र मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) के सेंट्रल रजिस्ट्रेशन में कार्यरत सात र्मचारियों को 15 जुलाई से प्रबंधन ने बैठने का नोटिस दे दिया है। प्रबंधन का कहना है यह सभी कर्मी मेसर्स इसूरी इन्फोटेक के हैं। नियमानुसार इनका करार 15 जुलाई से खत्म हो रहा है। इस कारण कर्मियों को हटाया जा रहा है। इधर पीएमसीएच प्रबंधन के नोटिस के बाद एजेंसी और कर्मियों में हड़कंप है। एजेंसी ने इस बाबत अस्पताल प्रबंधन को पत्र लिखकर इसे रद करने की मांग की है। एजेंसी का कहना है कि कर्मी नहीं रहने से सेंट्रल रजिस्ट्रेशन में काम नहीं हो पाएगा और बाहर से जो दूसरे कर्मी आएंगे वह यहां काम नहीं कर पाएंगे। ऐसे में बिना वैकल्पिक व्यवस्था के इन कर्मियों को हटाना उचित नहीं है। दूसरी ओर प्रबंधन का कहना है कि नियमानुसार इन कर्मियों को हटाया जा रहा है। यदि कर्मियों की कमी होगी तो आउटसोर्सिंग से उसे पूरा किया जाएगा। फिलहाल प्रबंधन और एजेंसी के तनातनी के बीच आम लोगों को परेशानी होने वाली है।
हर दिन 17-19 सौ लोगों का होता है ओपीडी में इलाज : पीएमसीएच के ओपीडी में औसतन प्रत्येक दिन 1700 से 1800 लोग आते हैं। इन लोगों को सेंट्रल रजिस्ट्रेशन के माध्यम से पर्ची कटाई जाती है। यह पर्ची कंप्यूटराइज होती है। इसके लिए चार अलग-अलग काउंटर हैं। जहां से मरीज लाइन में लगकर पर्ची लेते हैं।इसके बाद संबंधित विभाग में जाते हैं। ऐसे में सेंट्रल रजिस्ट्रेशन बंद होने से यहां आने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
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करार खत्म होने से कर्मियों को हटाया जा रहा है। जहां कमी होगी वहां आउटसोर्सिंग से भरा जाएगा। इसकी प्रक्रिया चल रही है।
डॉ शैलेंद्र कुमार, प्राचार्य, पीएमसीएच।