Pollution in Dhanbad: केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने राज्य बोर्ड से मांगा जवाब
मुखर्जी ने लिखा कि हीरापुर समेत शहर के आधा दर्जन ऐसी जगह जो घनी आबादी के बीच है वहां वेस्ट कांपैक्टर लगा दिया गया है। ठोस कचरे की डंपिंग भी बीच बस्ती में की जा रही है। स्थानीय निवासियों ने इसका विरोध भी किया है।
धनबाद, जेएनएन। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने झारखंड प्रदूषण नियंत्रण पर्षद से तत्काल एक्शन टेकेन रिपोर्ट की मांग की है। रिपोर्ट वार्ड पार्षद निर्मल कुमार मुखर्जी की शिकायत पर मांगी गई है। पार्षद मुखर्जी ने केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व मुख्यमंत्री झारखंड को पत्र लिखकर जानकारी दी थी कि धनबाद नगर निगम में कचरा प्रबंधन के दरम्यान मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है। मुखर्जी ने लिखा था कि सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स 2016 नियमावली का उल्लंघन किया जा रहा है। घनी आबादी के बीच कचरे का निस्तारण किया जा रहा है।
मुखर्जी ने लिखा कि हीरापुर समेत शहर के आधा दर्जन ऐसी जगह जो घनी आबादी के बीच है वहां वेस्ट कांपैक्टर लगा दिया गया है। ठोस कचरे की डंपिंग भी बीच बस्ती में की जा रही है। स्थानीय निवासियों ने इसका विरोध भी किया है। उन्होंने सूखा कचरा व गीला कचरा का अलग-अलग निस्तारण नहीं करने की भी शिकायत की। पूर्व पार्षद ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से बायो मेडिकल वेस्ट को लेकर निगम की लापरवाही की भी शिकायत की। कहा कि बायो मेडिकल वेस्ट का निस्तारण करने की कोई व्यवस्था जिले में नहीं है। इसे खुले में नहीं फेंका जा सकता।
सुप्रीम कोर्ट ने भी गाइड लाइन जारी किया है। जबकि धनबाद में इस वेस्ट को खुले में फेंका जाता है। यहां इसे जलाने की व्यवस्था ही नहीं है। इसे नहीं रोका गया तो आम लोगों का स्वास्थ्य कभी भी खतरे में पड़ सकता है। उन्होंने पर्षद से इस दिशा में कार्रवाई की मांग की थी। प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के क्षेत्रीय निदेशक एमके बिस्वास ने झारखंड राज्य प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के सदस्य सचिव को पत्र लिख कर इस संबंध में तत्काल एक्शन टेकेन रिपोर्ट भेजने को कहा है।