राजा कोलियरी में जर्जर आवास की छत गिरने से बच्ची घायल
प्रीति कमरे में बैठकर पढ़ाई कर रही थी तभी अचानक जोरदार आवाज के साथ कमरे की छत गिर गई।
संस, निरसा : ईसीएल मुगमा क्षेत्र के राजा कोलियरी में लगभग 50 वर्ष पूर्व श्रमिकों के रहने के लिए बने आवासीय धौड़ा की छत शनिवार दोपहर गिर गई। इसकी चपेट में आकर 11 वर्षीय प्रीति कुमारी गंभीर रूप से जख्मी हो गई। लोगों के सहयोग से उसे मलबे से निकाला गया। परिजनों की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर होने के कारण घर पर ही उसका उपचार कराया जा रहा है। हने के कारण उसका इलाज घर में चल रहा है। घायल प्रीति कुमारी की नानी बिदुला देवी ने बताया कि शनिवार दोपहर हम लोग घर के बाहर काम कर रहे थे। प्रीति कमरे में बैठकर पढ़ाई कर रही थी तभी अचानक जोरदार आवाज के साथ कमरे की छत गिर गई। आवाज सुनकर हम लोग दौड़कर पहुंचे तो देखा कि प्रीति मलबे के बीच पड़ी छटपटा रही है। हो हल्ला मचाने पर आसपास के लोग जुटे तथा किसी तरह से मलबे से बाहर निकाला। अवैध रूप से रह रहे हैं लोग
जानकारी के अनुसार राजा कोलियरी के श्रमिक धौड़ा में 15-16 आवास हैं। ईसीएल ने इसे क्षतिग्रस्त घोषित कर दिया है। जिनके पास घर नहीं है। वैसे परिवार श्रमिक धौड़ा में लगभग 25 वर्षों से रह रहे हैं। रमाकांत राय भी उन्हीं परिवारों में से एक थे। रमाकांत राय की लगभग आठ वर्ष पूर्व मौत हो गई है। उनकी पत्नी बिदुला देवी अपने बच्चों के साथ उस घर में रहती है। दुखों की मारी बिंदुला
बिदुला देवी का जीवन कठिनाइयों से भरा पड़ा है। लगभग 8 वर्ष पूर्व उनके पति रमाकांत राय की मौत हो गई। लगभग 6 वर्ष पूर्व उनका बड़ा पुत्र विकास राय लापता हो गया। छोटा पुत्र रूपेश राय घर की माली हालत में सुधार के लिए गैरेज में काम करने लगा। परंतु दुर्भाग्य ने इस परिवार को वहां भी पीछा नहीं छोड़ा। लगभग 2 वर्ष पूर्व कार्य के दौरान दुर्घटना में रूपेश की कमर टूट गई। चिकित्सकों ने उसे भारी कार्य करने से मना कर दिया है। मनचला पुत्र मुकेश राय वाहन चालक का काम करता है। उसी के भरोसे घर की गाड़ी चलती है। हालांकि सरकार द्वारा बिदुला देवी को विधवा पेंशन मिलता है। नानी के घर रहती प्रीति
प्रीति बिदुला देवी की नतनी है। उसके पिता लक्ष्मण राय भी वाहन चालक हैं। लक्ष्मण राय कई बार अपनी सास से अपनी पुत्री एवं अपनी पत्नी को लेकर अलग रहने का आग्रह कर चुके हैं। परंतु बिदुला देवी ने यह कहकर अपनी पुत्री को अपने पास रख लिया की घर सूना सूना हो जाएगा। घर में मैं अकेली रह जाऊंगी। प्रीति अपने नानी के घर में रहकर पढ़ाई कर रही है। वह वरीय बुनियादी मध्य विद्यालय की कक्षा पांच की छात्रा है।