CBSE: कोरोना काल में परीक्षा पैर्टन में बड़ा बदलाव, परीक्षार्थी इतने अंक लाकर भी हो जाएंगे पास
सीबीएसई के अनुसार इस बार 70 नंबर वाले विषय में पास होने के लिए 23 और 80 अंक वाले विषय में 26 नंबर लाने होंगे। प्रायोगिक परीक्षा 30 अंकों की होगी। इसमें कम से कम नौ अंक लाने होंगे। 70 अंक वाली प्रायोगिक परीक्षा में सिर्फ 23 अंक चाहिए।
धनबाद, जेएनएन। कोविड-19 संक्रमण का असर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) पर भी दिखने लगा है। सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा का पैटर्न बदल दिया है। पाठ्यक्रम में तो पहले ही कटौती की जा चुकी है, अब परीक्षा के अंकों के पैटर्न में भी संशोधन किया है। यह बदलाव इसी सत्र से लागू कर दिया गया है। छात्र परीक्षा पैटर्न में बदलाव सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी सैंपल पेपर पर देख सकते हैं।
सीबीएसई के अनुसार इस बार 70 नंबर वाले विषय में पास होने के लिए 23 और 80 अंक वाले विषय में 26 नंबर लाने होंगे। प्रायोगिक परीक्षा 30 अंकों की होगी। इसमें कम से कम नौ अंक लाने होंगे। इसी तरह 70 अंक वाली प्रायोगिक परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए सिर्फ 23 अंक चाहिए। इस बार ऑनलाइन पढ़ाई होने के कारण इंटरनल अंक दिया जाएगा। यह अहम होगा। प्रायोगिक विषय छोड़कर 10वीं-12वीं में 20 अंकों का आंतरिक मूल्यांकन यानी इंटरनल असेसमेंट होगा। इसमें उत्तीर्ण होने के लिए छह अंक लाना जरूरी है। सीबीएसई बोर्ड से संबद्ध् स्कूलों को 12वीं के मार्क्स पैटर्न की सूची उपलब्ध करा दी है।
हिंदी में दो खंड में होंगे प्रश्न
दसवीं में हिंदी विषय में अब सिर्फ दो ही खंड में प्रश्न हाेंगे। पहले में ऑब्जेक्टिव और दूसरे खंड में छोटे और बड़े प्रश्न पूछे जाएंगे। पिछले वर्ष तक हिंदी में चार खंड में प्रश्न पूछे जाते रहे हैं। अब दोनों खंड में 40-40 अंक के प्रश्न होंगे। इसी तरह 12वीं अंग्रेजी में भी बदलाव किया गया है। इसमें भी दो खंड में प्रश्न पूछे जाएंगे। पहले में मल्टीपल च्वाइस और दूसरे खंड में छोटे व बड़े स्तर के प्रश्न पूछे जाएंगे। 12वीं बायोलॉजी के पेपर में पांच की जगह चार भाग होंगे और प्रश्नों की संख्या 27 से बढ़ाकर 33 कर दी गई है।
अंकों का बदला पैटर्न
- कुल अंक (विषयवार) उत्तीर्ण अंक
80 26
70 23
60 19
30 09
प्रायोगिक परीक्षा के लिए
कुल अंक उत्तीर्ण अंक
70 23
40 13
30 09
कोविड-19 संक्रमण की वजह से सीबीएसई ने कई बदलाव किए हैं। मार्क्स पैटर्न भी इसी में से एक है। इस वर्ष पूरी पढ़ाई ही ऑनलाइन हुई है। सीबीएसई के इस निर्णय से छात्रों को बड़ी राहत मिलेगी। सीबीएसई की वेबसाइट पर इस संबंध में जानकारी दी गई है।
- सुमंत कुमार मिश्र, डिप्टी सिटी कोऑर्डिनेटर सीबीएसई