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लीड : कोलकाता वेयर इंडस्ट्रीज के निदेशक के घर सीबीआइ छापा

कैचवर्ड : शिकंजा - चिटफंड कंपनियों द्वारा 25 हजार करोड़ के घोटाले की जांच में तेजी

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Jun 2018 09:36 PM (IST)Updated: Wed, 20 Jun 2018 09:36 PM (IST)
लीड : कोलकाता वेयर इंडस्ट्रीज के निदेशक के घर सीबीआइ छापा
लीड : कोलकाता वेयर इंडस्ट्रीज के निदेशक के घर सीबीआइ छापा

कैचवर्ड : शिकंजा

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- चिटफंड कंपनियों द्वारा 25 हजार करोड़ के घोटाले की जांच में तेजी

- निदेशक रहमान से 8 घंटे पूछताछ, कई दस्तावेज जब्त

जागरण संवाददाता, धनबाद : झारखंड की जनता से लगभग 25 हजार करोड़ रुपये की ठगी करनेवाली कंपनियों में शुमार कोलकाता वेयर इंडस्ट्रीज के निदेशक मो. रहमान के निरसा स्थित आवास में धनबाद सीबीआइ ने बुधवार को दबिश दी। जांच एजेंसी ने रहमान से सुबह नौ बजे से लेकर शाम पांच बजे तक पूछताछ की। निरसा अंसार मोहल्ला स्थित उनके घर को भी सीबीआइ ने खंगाला। मुकदमे से जुड़े कई महत्वपूर्ण दस्तावेज सीबीआइ ने उनके घर से जब्त किया है। सितंबर 2017 में हुई एफआइआर के बाद सीबीआइ ने इस प्रकरण में एकाध छापेमारी की है। इस छापेमारी के बाद माना जा रहा है कि सीबीआइ की जांच में तेजी आएगी।

बताते चलें कि हाइकोर्ट के निर्देश पर रांची सीबीआइ ने 27 चिटफंड कंपनियों के खिलाफ करीब तीन दर्जन मुकदमे दर्ज किए थे। इन मुकदमों में करीब सवा सौ लोगों को सीबीआइ ने अभियुक्त बनाया था। कोलकाता वेयर इंडस्ट्रीज भी इसी सूची में शामिल है। कोलकाता वेयर ने निरसा व बंगाल के लोगों से करोड़ों रुपये की वसूली की थी। इसके बाद कंपनी यहां से उड़ान हो गई। कोलकाता वेयर इंडस्ट्रीज के खिलाफ सबसे पहले जिला पुलिस ने कार्रवाई की थी। वर्ष 2012 में तत्कालीन डीएसपी एजरा बोदरा ने छापेमारी की थी और एफआइआर दर्ज कर गड़बड़ी के आरोपों की पड़ताल शुरू की थी। बाद में ठगी के अनगिनत मामलों के प्रकाश में आने के बाद सरकार ने मामले की जांच अपराध अनुसंधान विभाग से कराने की ठानी। इसके बाद रांची हाइकोर्ट में दायर एक याचिका पर सुनवाई करते हुए हाइकोर्ट ने चिटफंड कंपनियों के खिलाफ संज्ञान लिया और सीबीआइ से मामलों में एफआइआर कर जांच करने का निर्देश दिया था। उक्त निर्देश के बाद रांची सीबीआइ ने चिटफंड कंपनियों के खिलाफ 37 मुकदमे दर्ज किए थे। बाद में जिस क्षेत्र में कंपनी सक्रिय थी, वहां की टीम को जांच की जिम्मेवारी दी गई थी। इधर रहमान ने बताया कि वह काफी अदना सा एजेंट है।

पीडीएस संचालक बन गया अमीर :

रहमान के बारे में बताया जा रहा है कि हरियाजाम कालोनी के पास उसकी एक पीडीएस की दुकान है। इसके अलावा वह मुर्गा की दुकान भी चलाता था। लेकिन कोलकाता वेयर से जुड़ने के बाद अचानक उसकी कमाई बढ़ गई। निरसा अंसार मोहल्ला में उसने आलीशान मकान भी बना लिया।


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