IRCTC: रेल यात्रियों के लिए खुशखबरी ! राजधानी, शताब्दी, दुरंतो में शुरू हो गई यह अहम सेवा
IRCTC ई-टिकट पर सफर करने वाले वैसे यात्री जो पहले टिकट बुक करा चुके हैं उन्हें यह सुविधा आनलाइन मिलेगी। आइआरसीटीसी की वेबसाइट पर जाकर यात्रा तिथि के दिन खान-पान सेवा का आनलाइन भुगतान कर बुकिंग करा सकते हैं।
जागरण संवाददाता, धनबाद। हावड़ा और सियालदह से चलने वाली राजधानी, दुरंतो और शताब्दी एक्सप्रेस के यात्रियों के लिए 27 नवंबर से ट्रेन में खान-पान सेवा शुरू हो जाएगी। 27 नवंबर और उसके बाद की तिथियों के लिए टिकट बुक कराने वाले यात्रियों को टिकट के साथ ही खान-पान सेवा लेने की सुविधा मिलेगी। वैसे यात्री जिन्होंने पहले टिकट बुक करा लिया है और खान-पान सेवा लेना चाहते हैं। उन्हें रेलवे के आरक्षण काउंटर पर खान-पान के लिए निर्धारित शुल्क चुकाकर उसे बुक कराना होगा। काउंटर पर बुक नहीं करा सके तो ट्रेन में भी बुंकिंग की अनुमति मिलेगी। इसके लिए ट्रेन के टिकट चेकिंग स्टाफ को खान-पान का शुल्क चुकाना होगा। हालांकि ट्रेन में उपलब्धता के अनुसार ही यह सुविधा मिल सकेगी। तकरीबन डेढ़ साल बाद फिर से शुरू होनेवाली कैटरिंग सेवा को लेकर रेलवे बोर्ड ने आदेश जारी कर दिया है।
ई-टिकट धारकों को मिलेगी आनलाइन सुविधा
ई-टिकट पर सफर करने वाले वैसे यात्री जो पहले टिकट बुक करा चुके हैं, उन्हें यह सुविधा आनलाइन मिलेगी। आइआरसीटीसी की वेबसाइट पर जाकर यात्रा तिथि के दिन खान-पान सेवा का आनलाइन भुगतान कर बुकिंग करा सकते हैं। हालांकि यह अनिवार्य नहीं है। यात्री की इच्छा नहीं है तो अपने साथ घर का भोजन भी ले जा सकेंगे। ऐसे यात्रियों को आइआरसीटीसी एसएमएस के जरिए इससे जुड़ी सूचना देगी।
पीआरएस साफ्टवेयर में फीड होगा खान-पान शुल्क
रेलवे बोर्ड ने जोनल रेलवे को खान-पान व्यवस्था बहाल करने की जिम्मेदारी सौंपी है। जोनल स्तर पर ट्रेनों में खान-पान सेवाओं के लिए शुल्क निर्धारित किया जाएगा। तय शुल्क रेलवे के पीआरएस साफ्टवेयर में फीड होगा। उसी आधार पर यात्रियों को कैटङ्क्षरग शुल्क चुकाना होगा। आरक्षण काउंटर से टिकट बुक करा चुके यात्रियों को भी ग्रुप मैसेज भेजकर खान-पान सेवा से जुड़ी सूचना दी जाएगी।
पूर्व रेलवे से चलने वाली राजधानी, दुरंतो और शताब्दी एक्सप्रेस में 27 नवंबर से कैटङ्क्षरग सुविधा शुरू हो रही है। यात्री अपनी सुविधा के लिए इसका चयन कर सकते हैं।
-एकलव्य चक्रवर्ती, सीपीआरओ, पूर्व रेलवे