Jharkhand: पुलिस ने भेजा जेल तो सोशल मीडिया में छिड़ा कैंपेन, जानें-पालाजोरी के अमरजीत का अपराध
जिस फेसबुक पोस्ट को फॉरवर्ड करने के आरोप में अमरजीत मल्होत्रा के खिलाफ पालोजोरी थाना पुलिस ने कार्रवाई की है वह मूल रूप से जनमत फेसबुक ग्रुप के सदस्य अजीत सिंह का है।
देवघर, जेएनएन। फेसबुक पोस्ट को फॉरवर्ड करने के मामले में गिरफ्तार देवघर जिले के पालोजोरी थाना क्षेत्र निवासी अमरजीत मल्होत्रा सोशल मीडिया पर लगातार ट्रेंड कर रहे हैं। पहले लोगों ने पुलिसिया कार्रवाई और अमरजीत की गिरफ्तारी पर सवाल उठाना शुरू किया। इसके बाद अमरजीत हम तुम्हारे साथ है का नारा फेसबुक व ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा। अब अमरजीत मल्होत्रा को रिहा करो का नारा ट्रेंड कर रहा है।
#Amarjeet_Malhotra_को_रिहा_करो
Now Trending No. 1
With 15,600 Tweets..... pic.twitter.com/VEJ1HEv1QJ — Ajit Singh (@ajitsingh112018) April 15, 2020
सोशल मीडिया पर बुधवार को शुरू हुआ यह अभियान तूल पकड़ता जा रहा है। बुधवार दोपहर तक करीब 16 हजार लोगों ने इस मसले पर ट्वीट किया। ट्वीट करने वाले अधिकांश लोग महज जाहिल कहने पर किसी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार करने पर लोग सवाल उठा रहे हैं। कुछ लोग इसे मौलिक अधिकार अभिव्यक्ति की आजादी का उल्लंघन करार दे रहे हैं। कुछ इस फैसले को राजनीति से प्रेरित कार्रवाई बता रहे हैं। यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस अभियान में सोशल मीडिया के माध्यम से देश-विदेश के लोग शामिल हो गए हैं।
अजीत सिंह का था मूल पोस्ट
जिस फेसबुक पोस्ट को फॉरवर्ड करने के आरोप में अमरजीत मल्होत्रा के खिलाफ पालोजोरी थाना पुलिस ने कार्रवाई की है वह मूल रूप से जनमत फेसबुक ग्रुप के सदस्य अजीत ङ्क्षसह का है। उस पोस्ट को बाद में 275 लोगों ने फॉरवर्ड किया। ऐसे में अब लोग सवाल उठा रहे हैं की अमरजीत पर ही कार्रवाई क्यों। लोग इसको लेकर लगातार ट््वीट कर रहे हैं। पुलिस के फैसले की निंदा करते हुए काफी संख्या में लोगों ने झारखंड डीजीपी को भी ट््वीट किया है। अजीत सिंह ने भी डीजीपी को ट््वीट कर कहा है कि जाहिल शब्द के इस्तेमाल से सामाजिक सौहार्द बिगड़ता है क्या। यह शब्द कब से गाली हो गया। उन्होंने डीजीपी की तुलना हिटलर से की है और डीजीपी को खुली चुनौती दी है कि वह चाहे तो उन्हें जेल में डाल दें। ऐसे ही बहुत सारे पोस्ट डीजीपी को किए गए। बहुत से लोग जो कि दूसरे प्रांत के रहने वाले हैं वह भी इस मुद्दे पर अमरजीत के साथ खड़े हो गए हैं। लोग इसे राजनीति से प्रेरित फैसला बता रहे हैं।
क्या था मामला
देवघर के पालोजोरी थाने में धार्मिक भावना भड़काने को लेकर सिख युवक अमरजीत मल्होत्रा के खिलाफ सोमवार को मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। मामला थाना क्षेत्र के कुमगढ़ा निवासी जब्बार अंसारी के बयान पर दर्ज किया गया। अमरजीत पर धार्मिक भावना आहत करने व सामाजिक सौहार्द बिगाडऩे का प्रयास करने का आरोप है। कहा गया कि उसने एक फेसबुक पोस्ट को फॉरवर्ड किया है। इससे पूर्व दूसरे समुदाय के एक युवक के खिलाफ भी धार्मिक भावना भड़काने को लेकर मामला दर्ज किया गया था। अमरजीत के समर्थकों का कहना है कि पहले मामले में की गई कार्रवाई को संतुलित करने के लिए पुलिस ने बेवजह यह मामला दर्ज किया है। मामले को तूल पकड़ता देख मंगलवार को पालोजोरी थाना में दोनों समुदाय के लोगों की बैठक हुई। बैठक के दौरान भी दो बार लोग आमने-सामने हो गए। उन्हें किसी तरह शांत कराया गया। बाद में पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाया और 10-10 लोगों की कमेटी बनाई। लेकिन सूत्रों के मुताबिक यह मामला ठंडा नहीं पड़ा है, अंदर ही अंदर दोनों ओर आग बराबर सुलग रही है।