C0VID-19 हॉस्पिटल घोषित केंद्रीय अस्पताल के पास नहीं है मैन पावर व संसाधन, जिला प्रशासन से मांगे 20 विशेषज्ञ चिकित्सक Dhanbad News
केंद्रीय अस्पताल में कोविड-19 को लेकर 100 बेड का आइसोलेशन वार्ड निर्मित किया जा रहा है। ऐसे में केंद्रीय अस्पताल प्रबंधन ने इतने रोगियों को संभालने से हाथ खड़े कर दिया है।
धनबाद, जेएनएन। केंद्रीय अस्पताल को जिला प्रशासन ने कोविड-19 हॉस्पिटल घोषित किया है। इसके तहत यहां 100 बेड का आइसोलेशन वार्ड निर्मित किया जा रहा है। ऐसे में केंद्रीय अस्पताल प्रबंधन ने इतने रोगियों को संभालने से हाथ खड़े कर दिया है। केंद्रीय अस्पताल प्रबंधन ने मंगलवार को बीसीसीएल प्रबंधन को भी इसकी जानकारी दी। केंद्रीय अस्पताल ने बताया कि 100 कोरोना संक्रमित को संभालने के लिए जितना मैन पावर व संसाधन चाहिए, उतना केंद्रीय अस्पताल के पास नहीं है। लिहाजा उसने जरूरत के मैन पावर व सामग्रियों की सूची तैयार की है। उसे उपायुक्त धनबाद व सिविल सर्जन को भेज दिया है।
अस्पताल प्रबंधन का मानना है कि बाहर से कम से कम 20 स्पेशलिस्ट तो चाहिए ही। इसमें फिजिशियन की जरूरत होगी। केंद्रीय अस्पताल के पास दो मेल व दो फीमेल फिजिशियन ही हैं। इनमें एक मेल व एक फीमेल फिजिशियन फिलहाल अनफिट हैं। ऐसे में दो से काम चलाना संभव नहीं। यदि बाहर के चिकित्सक आएंगे तो वे जरूरी नहीं कि केंद्रीय अस्पताल के दिशा निर्देशों का ही पालन करें। लिहाजा इस अस्पताल को सीधे सिविल सर्जन के मातहत ही संचालित करने का भी प्रस्ताव दिया गया है। समन्वय के लिए केंद्रीय अस्पताल प्रबंधन ने एक टास्क फोर्स बना दिया है। ताकि अस्पताल प्रबंधन को कोविड-19 हॉस्पिटल के प्रक्रियाओं में संलिप्त न होना पड़े।
जिला प्रशासन को भेजी गई मैन पावर की सूची
- विशेषज्ञ चिकित्सक (फिजिशियन)- 20
- नर्स- 40
- एनेस्थिसिस्ट- 6
- मेल स्वीपर- 20
- फीमेल स्वीपर- 20
- वार्ड ब्वाय-20
इलाज के लिए चाहिए ये इक्विपमेंट
- ऑक्सीजन सिलिंडर-50
- वेंडिलेटर 10 (पांच बीसीसीएल देगी)
- नॉबुलाइजर-50
- ड्रग्स- (जैसा फिजिशियन कहें)
टास्क फोर्स में ये हैं शामिल
- फिजिशियन- डॉ. एनके पांडेय, डॉ. पीके सिंह
- पेडियाट्रिक- डॉ. अशोक कुमार
- कैजुअल्टी- डॉ. पूनम कुमारी
- पैथोलॉजी- डॉ. आरके ठाकुर
- इनके अलावा कार्मिक, वित्त व स्टोर से एक-एक व्यक्ति को रखा गया है।
शुक्रवार तक तैयार हो जाएगा वार्ड : केंद्नीय अस्पताल के सीएमएस डॉ. एके गुप्ता ने बताया कि कोरोना वायरस से प्रभावित रोगियों के लिए 100 बेड का वार्ड शुक्रवार तक जिला प्रशासन के सिपुर्द कर दिया जाएगा। यह सिविल सर्जन के मातहत होगा। उन्हीं के निर्देशन में कोविड-19 के रोगियों का इलाज चलेगा। केंद्रीय अस्पताल के चिकित्सक व चिकित्साकर्मी भी उन्हीं के निर्देशन में काम करेंगे। केंद्रीय अस्पताल से डॉ. अशोक को नोडल डॉक्टर बनाया गया है। अन्य सहयोग के लिए टास्क फोर्स बना दिया गया है।