BCCL के एक्सक्लूसिव ई-ऑक्शन में नहीं मिले खरीदार, कारोबारियों ने कहा- कोयले की गुणवत्ता घटिया Dhanbad News
बीसीसीएल के ऑफर के अनुसार 10 लाख टन कोयले का एक्सक्लूसिव ई-ऑक्शन किया गया था। इसमें हार्डकोक फेरो अलॉय स्पंज आयरन सीमेंट स्टील सेक्टर के कारोबारियों को भाग लेना था।
धनबाद, जेएनएन। बीसीसीएल ने गुरुवार को एक्सक्लूसिव ई-ऑक्शन किया था। कोयले की खराब गुणवत्ता की वजह से कारोबारियों ने इसमें रुचि नहीं ली और कोयला स्टॉक में ही रखा रह गया। बीसीसीएल के ऑफर के अनुसार 10 लाख टन कोयले का एक्सक्लूसिव ई-ऑक्शन किया गया था। इसमें हार्डकोक, फेरो अलॉय, स्पंज आयरन, सीमेंट, स्टील सेक्टर के कारोबारियों को भाग लेना था।
रेल सेल में एक छटांक कोयला नहीं बिका : खराब गुणवत्ता की वजह से रेल सेल में एक छटांक कोयले की बोली नहीं लगी। रेल सेल के लिए केडीएस-2 साइडिंग से दो लाख टन, केडीएस-के (डब्ल्यू-4) साइडिंग से दो लाख टन व केडीएस के साइडिंग से एक लाख टन कोयले का ऑफर था। यहां से कोई कंपनी बोली लगाने सामने नहीं आई।
रोड सेल में भी एक चौथाई की ही बोली : रोड सेल के लिए भी एक चौथाई कोयले की ही बोली लगी। तीन कोलियरियों से कंपनी ने पांच लाख टन आरओएम कोयले के लिए ऑफर निकाला था। गुरुवार को मात्र 127,450 टन कोयले की ही बिक्री हुई। मजे की बात कि रिजर्व प्राइस से एक रुपया भी बोलीदाता आगे नहीं बढ़े और कोयला फ्लोर प्राइस पर ही बिका। निचितपुर व एकेड्ब्ल्यूएम ओसीपी के लिए 3147 रुपये टन रिजर्व प्राइस था जबकि एनटीएसटी ओसीपी के लिए 2737 रुपये टन। कोयला इसी दर पर बुक हुआ।
कहां कितना कोयला बिका
- कोलियरी - ऑफर - कुल बिक्री
- एकेडब्ल्यूएम ओसीपी - एक लाख टन - 66750 टन
- निचितपुर - दो लाख टन - 57600 टन
- एनटीएसटी ओसीपी - दो लाख टन - 3100 टन
खराब गुणवत्ता की वजह से भाग नहीं लिया : इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स के अध्यक्ष बीएन सिंह ने बताया कि बीसीसीएल ने जिन कोलियरियों के लिए ऑफर दिया था वहां गुणवत्ता बहुत खराब थी। अधिकांश कारोबारियों ने इसे रिजेक्ट कर दिया। कुछ लोगों ने मजबूरी में भट्ठा चलाए रखने के लिए कुछ कोयला खरीदा। बीसीसीएल की मनमानी के कारण कारोबारी आयातित कोयला से भट्ठा चलाने को मजबूर हैं। कंपनी को भौंरा, दामागोडिय़ा, लोदना, बासदेवपुर, कनकनी, एना के लिए ऑफर निकालना चाहिए था। निचितपुर, एनटीएसटी का कोयला कौन खरीदेगा।
कोयला कम पत्थर ज्यादा था : जीटा के अध्यक्ष व हार्डकोक व्यवसायी अमितेश सहाय ने कहा कि जो कोयला उपलब्ध कराया गया था वह बेकार था। कोयला कम पत्थर ज्यादा था। कंपनी की शर्त थी कि एक कारोबारी कम से कम 1050 टन कोयला जरूर खरीदे वह भी आरओएम के जरिए। बिना मैनुअल लोडिंग के इनके लिए बोली लगाना किसी के लिए संभव नहीं था। लिहाजा मेरे सहित अधिकांश ने इसमें रुचि नहीं ली।
ऑक्शन से बीसीसीएल की हुई फजीहत : एक्सक्सूसिव ई-ऑक्शन ने गुणवत्ता के मामले में बीसीसीएल की फजीहत करा दी। कंपनी दावा कर रही थी कि उसने गुणवत्ता में काफी सुधार लाया है। वित्त निदेशक ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया था कि गुणवत्ता की वजह से ही पिछले वित्तीय वर्ष में कंपनी अच्छे मुनाफे में रही। उनके दावे के उलट इस बार का ऑक्शन सिर्फ गुणवत्ता की वजह से विफल रहा। वह भी तब जबकि पिछले एक सप्ताह में ही कोयला मंत्री से कोल इंडिया चेयरमैन तक ने ऑनलाइन मीटिंग कर उत्पादन-डिस्पैच और गुणवत्ता सुधार जैसे मात्र तीन बिंदु पर निर्देश जारी किए थे। ऑक्शन ने बीसीसीएल के उस दावे की भी पोल खोल दी कि उसके स्टॉक में भारी संख्या में गुणवत्ता युक्त कोयला पड़ा है।
ऑक्शन का रिव्यू नहीं किया है। जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक कहीं-कहीं अच्छा तो कहीं बुरा भी रहा है। जल्द ही इसकी समीक्षा करेंगे। -पीएम प्रसाद, सीएमडी, बीसीसीएल।