DMC: चेन्नई-ग्रेटर नोएडा से धनबाद साफ शहर, ब्राह्मण समाज ने निवर्तमान मेयर को किया सम्मानित
साल 2016 में जब स्वच्छता सर्वेक्षण का परिणाम जारी किया गया तो धनबाद के लिए शर्मिंदगी की बात थी। मैसूर को देश का सबसे स्वच्छ शहर का तमगा हासिल हुआ। धनबाद सबसे निचले पायदान पर था।
धनबाद, जेएनएन। बात ज्यादा पुरानी नहीं है। चार साल पहले की ही तो बात है। साल 2016 में जब स्वच्छता सर्वेक्षण का परिणाम जारी किया गया तो धनबाद के लिए शर्मिंदगी की बात थी। मैसूर को देश का सबसे स्वच्छ शहर का तमगा हासिल हुआ। धनबाद सबसे निचले पायदान पर था। धनबाद को सबसे गंदे शहर का तमगा मिला। सबसे गंदे शहर की बदनामी को मिटाने की चुनाैती धनबाद नगर निगम के मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल के सामने थी। सबसे गंदे शहर का दाग मिटाने के लिए नगर निगम ने काम शुरू किया। इसके बाद हर सालाना स्वच्छता सर्वेक्षण में धनबाद के रैंक में सुधार होता गया। स्वच्छता सर्वेक्षण-2020 में धनबाद को 33वां रैंक प्राप्त हुआ। इस सर्वेक्षण में चेन्नई, मुंबई और ग्रेडर नोएडा जैसे शहर धनबाद से पिछड़ गए। वैसे इंदाैर सबसे स्वच्छ शहर चुना गया। स्वच्छता के क्षेत्र में धनबाद की उपलब्धि के लिए रविवार को अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज ने निवर्तमान मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल को सम्मानित किया।
धनबाद के गार्डेन सिटी अपार्टमेन्ट मे अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज की ओर से धनबाद नगर निगम के निवर्तमान महापौर चन्द्र शेखर अग्रवाल को तिलक लगा कर मंत्रोच्चारण के साथ आशीर्वचन अंग वस्त्र तथा श्रीमद्भागवत गीता ग्रंथ देकर सम्मानित किया गया। ज्ञातब्य हो कि देश मे स्वच्छता अभियान के तहत धनबाद शहर का 33वां स्थान मिला है जो इस कल-कारखाना तथा कोलियरी क्षेत्र वाले शहर के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है।
सम्मान समारोह में अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज के संरक्षक हृदय कुमार मिश्रा, महासचिव सुरेश चन्द्र तिवारी, प्रमोद कुमार दूबे, बॉबी पाण्डेय, वरिष्ठ अधिवक्ता पवन ओझा, सत्येन्द्र कुमार पाण्डेय, राजेश मिश्रा, शकुंतला मिश्रा, तारा पाठक, राजेश मिश्रा तथा लक्ष्मी कांत दूबे आदि उपस्थित थे।