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Bokaro Fake Uranium Case: भारत ने की पाकिस्तान की खिंचाई, आरोपितों को रिमांड पर लेकर साजिश का पता लगाने में जुटी पुलिस

Bokaro Fake Uranium Case नकलीय यूरेनियम के साथ पकड़े गए सभी आरोपितों को बोकारो पुलिस ने तीन दिन के लिए रिमांड पर लिया है। इस दाैरान पुलिस पता लगाने की कोशिश करेगी कि नकली यूरेनियम बेचने के पीछे क्या साजिश थी? क्या इसके पीछे कोई इंटरनेशनल साजिश है?

By MritunjayEdited By: Published: Sat, 12 Jun 2021 09:47 AM (IST)Updated: Sat, 12 Jun 2021 09:47 AM (IST)
Bokaro Fake Uranium Case: भारत ने की पाकिस्तान की खिंचाई, आरोपितों को रिमांड पर लेकर साजिश का पता लगाने में जुटी पुलिस
बोकारो का हरला थाना और इनसेट में जब्त खनिज सामग्री ( फाइल फोटो)।

बोकारो, जेएनएन। दानेदार पदार्थ को Made in USA Uranium बताकर बाजार में बेचने की योजना बनाने वाले सात आरोपियों को पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। शुक्रवार को आरोपियों को रिमांड पर पुलिस ली और पूछताछ शुरू की। तीन दिनों तक इनसे पूछताछ की इजाजत कोर्ट ने दी थी। पुलिस को इनसे कई प्रश्नों का उत्तर तलाशना है। पुष्टि तो नहीं हुई है पर चर्चा इस बात की है कि कुछ आरोपियों का वाट्सएप चैट पुलिस के हाथ लगा है। इसमें यह लोग बीते फरवरी माह में ही यूरेनियम बेचने के लिए ग्राहक खोजने की चर्चा करते दिख रहे हैं। पुलिस इस बात की जानकारी लेने में जुटी है कि आखिर पूरे प्रकरण में अंतिम कड़ी कौन है और उसका उदेश्य क्या है। दूसरी तरफ इस मुद्दे पर बयानबाजी के लिए भारत ने पाकिस्तान की खिंचाई की है। 

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3 जून को बोकारो में जब्त हुआ था कथित यूएसए मेड यूरेनियम

तीन जून को बोकारो में जब्त पदार्थ यूरेनियम नहीं है, इसकी पुष्टि परमाणु ऊर्जा निदेशालय मुंबई ने मंगलवार को किया था। गुरूवार को भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागजी ने बयान जारी कर कहा है कि बोकारो में बरामद तत्व न तो यूरेनियम है और न ही कोई रेडियो एक्टिव पदार्थ। इसके बावजूद बिना तथ्यों को परखे हुए पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने मीडिया रिपोर्ट के आधार पर भारत के बारे में अनावश्यक टिप्पणी की। जो कि तथ्यों की परवाह किए बिना भारत को बदनाम करने के उनके स्वभाव का संकेत है। भारत अंतरराष्ट्रीय कानून का कड़ाई से अनुपालन करने के साथ मानकों का भी अनुपालन करता है। प्रवक्ता ने परमाणु ऊर्जा निदेशालय मुंबई की रिपोर्ट का हवाला देते हुए यह टिप्पणी की है। विदित हो कि मीडिया रिपोर्ट के आधार पर पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने अनावश्यक टिप्पणी किया था।

पुलिस को इशाक उर्फ मुन्ना की तलाश

बीते छह तीन जून को हरला थाना पुलिस को यह सूचना मिली कि कुछ युवक थाना इलाके में यूरेनियम बेचने की बात कह रहे हैं। पुलिस तुरंत इन पांच युवकों तक पहुंची और इन्हें गिरफ्तार कर ली। इनकी निशानदेही पर पुलिस चास कथित यूरेनियम का नमूना देखने ग्राहक बनकर पहुंच गई। नमूना दिखाने वाले युवक को भी पुलिस गिरफ्तार कर ली। इसने बताया कि उसे जरीडीह का एक युवक यूरेनियम दिया था। पुलिस हत्थे चढ़े छह आरोपियों को लेकर जरीडीह गई और यहां से छह किलो तीन सौ ग्राम कथित यूरेनियम बरामद की। यहां से जानकारी मिली कि गिरिडीह का इशाक उर्फ मुन्ना इसे बेचने के लिए यूरेनियम दिया था। पुलिस मुन्ना की गिरफ्तारी के लिए प्रयासरत है। 

इनकी हुई थी गिरफ्तारी

मेन रोड चास निवासी 44 वर्षीय बापी दा उर्फ बापी चंद्रा, जैनामोड़ फुसरो रोड सब्जी मंडी गली जरीडीह निवासी 28 वर्षीय अनिल सिंह, हरला थाना इलाके के पुरनाटाड़ रानीपोखर निवासी 26 वर्षीय दीपक कुमार महतो, चौफान निवासी 27 वर्षीय पंकज कुमार, चिताही निवासी 37 वर्षीय महावीर महतो उर्फ बलराम महतो, बालीडीह राजेंद्र नगर हैसाबातु निवासी 32 वर्षीय हरेराम शर्मा, चीरा चास वास्तु विहार फेज दो निवासी 26 वर्षीय कृष्ण कांत राणा को पुलिस गिरफ्तार की थी। इनके अलावा निमियाघाट गिरिडीह निवासी मुन्ना उर्फ इशांक और सिद्धी जयपुर पुरुलिया पश्चिम बंगाल निवासी दिनेश महतो की तलाश भी पुलिस को है।

पुलिस को इन सवालों का तलाशना होगा जवाब

पुलिस को इस बात की जानकारी लेनी होगी कि आखिर नकली यूरेनियम को बेचने की साजिश करने के पीछे का मकसद क्या था। इसे बेचने की कोशिश करने वाले किस ग्राहक को खोज रहे थे। पुलिस इस बात की जांच भी करेगी कि देश को बदनाम करने वालों की कहीं यह साजिश तो नहीं थी। इस प्रकरण के सामने आने के बाद जिस तरह पाकिस्तान ने बयानबाजी की उससे किसी इंटरनेशनल साजिश की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता है।

नौकरी के नाम पर ठगी व हत्याकांड में जेल गए हैं आरोपित

गिरफ्तार दीपक बीएसएल में नौकरी लगाने के मामले में जेल जा चुका है। कोलकाता की एक महिला व उसके भाई समेत कई युवकों से लाखों रुपये ठग कर दीपक के गिरोह ने फर्जी नियुक्ति पत्र दे दिया था। इसी मामले में यह जेल गया था और होई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद बाहर निकला। दूसरा आरोपित हरेराम हत्याकांड व आर्म्स एक्ट में जेल जा चुका है। अन्य आरोपियों के आपराधिक इतिहास को पुलिस खोज रही है।


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