भामसं नेता की लात-घूसों से पिटाई, ओपी पर प्रदर्शन
संस, अलकडीहा : जीनागोरा परियोजना में संडे ड्यूटी कटौती को लेकर बीएमएस के विरोध के बावजदू जमसं समर्थक
संस, अलकडीहा : जीनागोरा परियोजना में संडे ड्यूटी कटौती को लेकर बीएमएस के विरोध के बावजदू जमसं समर्थकों ने काम चालू कराया था। इसी खुन्नस को लेकर बीएमएस के क्षेत्रीय संगठन मंत्री रामनाथ गोप व जमसं के लोदना क्षेत्रीय संगठन मंत्री परशुराम ¨सह के बीच व्याप्त विवाद सोमवार क ो मारपीट में तब्दील हो गई। दोनों नेताओं के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि पीओ कार्यालय परिसर में ही हाजिरी बना रहे मजदूरों के सामने ही परशुराम ¨सह व नेता पुत्र रायबाबू ¨सह ने रामनाथ गोप की लात-घूसों से जमकर पिटाई कर दी। घटना के बाद दोनों यूनियन समर्थकों के बीच तनाव हो गया। अलकडीहा पुलिस से दोनों पक्ष के नेताओ ने एक दूसरे के खिलाफ मारपीट, छिनतई की शिकायत की है। भामसं के लोगों ने ओपी के सामने विरोध प्रदर्शन भी किया। रामनाथ ने परशुराम व उनके पुत्र रायबाबू पर हर माह पांच हजार रुपये रंगदारी मांगने का भी आरोप लगाया है। मारपीट की घटना से कार्यालय परिसर में कुछ देर के लिए अफरातफरी मच गई। अन्य यूनियन के प्रतिनिधियों ने बीच-बचाव कर मामले को शांत कराया। बताते हैं कि जीनागोरा परियोजना में बीएमएस समर्थक संडे ड्यूटी का विरोध कर रहे थे। इसी बीच जमसं के समर्थक मजदूरों ने काम चालू कर दिया। इसी बात को लेकर कल से ही रामनाथ व परशुराम के बीच तनाव था। आज जमसं बच्चा गुट के रंजन ¨सह के साथ रामनाथ आ रहे थे। तभी परशुराम ने रामनाथ पर ताना कसते हुए पिटाई करने की बात कही। इसी पर रामनाथ ने भी विरोध करते हुए परशुराम के खिलाफ गलत टिप्पणी कर दी। दोनों के बीच बकझक होकर विवाद बढ़ गया। तभी परशुराम व उनके पुत्र रायबाबू ने मिलकर रामनाथ की जमकर पिटाई कर दी। परशुराम का कहना है कि रामनाथ संडे ड्यूटी चालू कराने को लेकर जमसं को गाली दे रहा था। विरोध करने पर वह झगड़ा करने लगा। रामनाथ ने परशुराम पर आरोप लगाया कि वे और उसके पुत्र गुंडई के बल पर कर्मियों को डरा धमकाकर उस पर वर्चस्व स्थापित करना चाहते हैं। पिछले दिनों कार्यालय में एक लिपिक के साथ भी इनलोगों ने हाथापाई की थी। मालूम हो कि दोनों संगठनों के समर्थकों के बीच परियोजना क्षेत्र में यूनियन के वर्चस्व को लेकर छह माह पूर्व भी मारपीट हो चुकी है। आज की घटना के बाद दोनों यूनियनों के समर्थकों की जीनागोरा में अलग-अलग बैठक हुई। जमसं के क्षेत्रीय सचिव संजीत ¨सह ने कहा कि जमसं को गाली देने का मतलब उसके अस्तित्व को चुनौती देना है। ऐसे में संघ के अस्तित्व की रक्षा के लिए हम किसी हद तक जा सकते हैं। जमसं के लोग किसी को छेड़ते नहीं हैं। लेकिन कोई उसे छेड़ता है तो उसे छोड़ते भी नहीं हैं। भामसं से संबद्ध धनबाद कोलियरी कर्मचारी संघ के क्षेत्रीय सचिव सुभाष माली ने कहा की परशुराम व उनके पुत्र की दबंगई के चलते जीनागोरा में जमसं का जनाधार घट रहा है। भामसं के बढ़ते जनाधार से घबराकर ड्यूटी के दौरान हमारे नेता की पिटाई की गई। भामसं इसका जवाब सैद्धांतिक व ़कानूनी तरीके से देगा।