Jharkhand BJP: नेता प्रतिपक्ष का दर्जा नहीं मिलने से आहत भाजपा की बदलेगी रणनीति, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने दिया संकेत
Jharkhand BJP पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यूपीए के दलों के भीतर कलह से सरकार का काम प्रभावित हो रहा है। झारखंड को बचाने के लिए भाजपा को सरकार बनाने की रणनीति बनानी चाहिए।
धनबाद/ सरिया, जेएनएन। Jharkhand BJP झारखंड में झामुमो गठबंधन की सरकार भाजपा को प्रतिपक्ष का नेता देने के मूड में नहीं दिखती है। विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी को विपक्ष का नेता देने के मामले को लटका रखा है। अब तक जो रुख है उससे लगता है कि मामला लंबा खींचेगा। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी बयान देते रहते हैं कि भाजपा नेता प्रतिपक्ष के लिए तरस जाएगी। इससे आहत भाजपा विपक्ष के नेता के बजाय अंदर ही अंदर झामुमो गठबंधन सरकार के अंदर के अंतर्विरोध में अपने लिए संभावना तलाशने में जुट गई है। दो दिन पूर्व मरांडी ने धनबाद में कहा कि भाजपा हेमंत सरकार को गिराने की कोशिश नहीं कर रही है। अगर सरकार अपने कारणों से खुद गिर जाए जो भाजपा क्या करेगी? अब झारखंड प्रदेश भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और कभी मरांडी के सबसे खास रहे रवींद्र राय ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि भाजपा को सरकार बनाने का प्रयास करना चाहिए।
अंतर्विरोध के कारण यूपीए सरकार ने आत्मविश्वास खो दिया
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सह पूर्व सांसद रवींद्र राय ने कहा कि अंतर्विरोध के कारण यूपीए सरकार ने आत्मविश्वास खो दिया है। लगता है कि झामुमो के नेतृत्व में यूपीए गठबंधन अब सरकार चलाने की हालत में नहीं है। यूपीए गठबंधन के दलों के भीतर कलह से सरकार का काम प्रभावित हो रहा है। झारखंड को बचाने के लिए भाजपा को सरकार बनाने की रणनीति बनानी चाहिए। उन्होंने कहा कि सीएम हेमंत सोरेन कहते हैं कि भाजपा नेता प्रतिपक्ष के लिए तरस जाएगी। बेहतर होगा कि बाबूलाल मरांडी को सदन का नेता बनाने की दिशा में आगे बढ़ा जाय।
यूपीए सरकार के कारण झारखंड अंधकार की ओर
सरिया स्थित अपने आवास पर शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में रवींद्र राय ने कहा कि यूपीए सरकार में झारखंड अंधकार की ओर बढ़ रहा है। भाजपा ने झारखंड बनाया है तो उसे बचाने का दायित्व भी भाजपा का है। इसलिए भाजपा को सदन में संख्या बल साबित करने के लिए विधायकों को विश्वास में लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्र्रेस की चाल और झामुमो के प्रभाव के कारण विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने बाबूलाल मरांडी को अभी तक विपक्ष के नेता का दर्जा नहीं दिया है। यह संविधान के साथ लोकतांत्रिक भावना का भी उपवास है।
हेमंत सरकार का गठन राजनीति दुर्घटना का दुष्परिणाम
रवींद्र राय ने कहा कि हेमंत सरकार का गठन राजनीतिक दुर्घटना का दुष्परिणाम है। यह सरकार लोकतांत्रिक प्रक्रिया का स्वाभाविक सुपरिणाम नहीं है। अवसरवादी और राजनीतिक सौदेबाजी करनेवाले लोगों से झारखंड को बचाना होगा।