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Former MLA Sanjeev Singh के सवाल पर एकजुट हुई धनबाद भाजपा, सफल रहा रागिनी का राजनीतिक काैशल

झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह के सवाल पर धनबाद भाजपा ने एकजुटता प्रदर्शित की है। राजनीतिक दबाव में जेल प्रशासन ने संजीव को धनबाद जेल से दुमका सेंट्रल जेल में शिफ्ट कर दिया है। इसके विरोध में भाजपा की ओर से गुरुवार को महाधरना का आयोजन किया गया।

By MritunjayEdited By: Published: Thu, 25 Feb 2021 09:58 AM (IST)Updated: Thu, 25 Feb 2021 06:00 PM (IST)
Former MLA Sanjeev Singh के सवाल पर एकजुट हुई धनबाद भाजपा, सफल रहा रागिनी का राजनीतिक काैशल
रणधीर वर्मा चाैक पर धरना देते भाजपा के नेता-कार्यकर्ता।

धनबाद, जेएनएन। झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह के समर्थन में भारतीय जनता पार्टी के ग्रामीण व शहरी दोनों ही कमेटियां एक हो गई हैं। जेल प्रशासन द्वारा पूर्व विधायक को धनबाद से दुमका सेंट्रल जेल में शिफ्ट कर दिया है। भाजपा ने झरिया की कांग्रेस विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह के दबाव पर संजीव को दुमका शिफ्ट करने का आरोप लगाया है। इसके विरोध में गुरुवार को धनबाद भाजपा की तरफ से रणधीर वर्मा चाैक पर महाधरना का आयोजन किया गया। इसमें बड़ी संख्या में भाजपा के नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए। गाैरतलब बात यह रही है कि इस महाधरना में विभिन्न धड़ों में बंटी धनबाद भाजपा की एकजुटता दिखाई दी।

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महाधरना में जुटी भीड़ तो कई नेताओं को नहीं मिला मंच

रणधीर वर्मा चौक पर महाधरना में धनबाद जिला ग्रामीण भाजपा और धनबाद महानगर-दोनों ही कमेटियों के पदाधिकारी एवं अध्यक्ष अपने समर्थकों कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचे। कार्यकर्ताओं के भारी जुटान की वजह से सड़क जाम हो गया है और स्थिति यहां तक बन गई है कि कई प्रमुख नेताओं को मंच पर जगह भी नहीं मिली। महानगर कमेटी के वीरेंद्र हंसदा हो या ग्रामीण कमेटी के राम प्रसाद महतो जैसे दिग्गज कार्यकर्ता, उन्हें मंच पर जगह नहीं मिल पाई। विरेंद्र हंसदा तो मंच पर बैठे भी लेकिन उन्हें यह कह कर उठा दिया गया कि बूढ़ों को जगह दीजिए। दरअसल उसी समय जेएन सिंह धर्मपुरी आ गए थे और उन्हें बिठाने के लिए वीरेंद्र हासदा को सीट छोड़ना पड़ा। ऐसी ही स्थिति रामप्रसाद महतो को भी जगह नहीं मिली तो अपनी गाड़ी में बैठे दिखे।

दुमका भेजे जाने की निंदा और धनबाद लाने की मांग

महाधरना में विधायक राज सिन्हा, बाघमारा के विधायक ढुलू महतो की पत्नी सावित्री देवी, धनबाद के पूर्व मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल, रागिनी सिंह, प्रियंका पाल, गीता सिंह, सत्येंद्र कुमार, महानगर अध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह, मानस प्रसून, संजय झा, नितिन भट्ट, श्रवण राय समेत हाल ही में झरिया से भाजपा छोड़कर गए और फिर लौटे तमाम कार्यकर्ता जुलूस में शामिल दिखे। बाइक जुलूस की शक्ल में भी भारी संख्या में कार्यकर्ताओं का जुटान हुआ। इस दौरान सभी ने एकमत से संजीव सिंह को दुमका भेजे जाने की निंदा की और उन्हें जल्द से जल्द धनबाद लाने की मांग की। कहा कि यदि ऐसा नहीं किया जाता है तो वे और उग्र आंदोलन करेंगे।

विधानसभा में मामले को उठाएंगे विधायक इंद्रजीत महतो

दूरभाष पर विधायक इंद्रजीत महतो ने संजीव सिंह को दुमका ले जाने का विरोध किया है। उन्होंने कहा है कि वह कल से शुरू हो रहे विधानसभा के सत्र में इस मुद्दे को उठाएंगे और सरकार पर दबाव बनाएंगे। वह जेल प्रशासन को निर्देश दे कि वह अपना पूर्व का निर्णय वापस ले और विधायक संजीव सिंह को जल्द से जल्द धनबाद लाए। ऐसे समय जबकि उनसे जुड़े मुकदमे का फैसला जल्दी होने वाला है उन्हें यहां से हटाना न्याय संगत नहीं है।

संजीव की पत्नी ने झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह पर बोला सीधा हमला

धनबाद जेल प्रशासन ने जैसे ही संजीव को दुमका सेंट्रल जेल भेजा उनकी पत्नी झारखंड प्रदेश भाजपा कार्यसमिति सदस्य रागिनी सिंह ने झरिया की कांग्रेस विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह पर सीधा हमला बोल दिया। रागिनी ने साफ कहा कि पूर्णिमा के दबाव में प्रशासन ने संजीव को दुमका भेजा है। खुद को शेरनी बताते हुए कहा कि प्रशासन के फैसले का विरोध किया जाएगा। मालूम हो कि संजीव सिंह पर पूर्णिमा सिंह के पति नीरज सिंह की हत्या की साजिश रचने का आरोप है। 

धरना बाद संजीव सिंह के समर्थकों मिला खुशियों भरा संदेशा

एक तरफ धरना चल रही थी तो दूसरी तरफ संजीव सिंह को दुमका भेजे जाने के प्रकरण पर धनबाद कोर्ट में सुनवाई चल रही थी। धरना समाप्त होने के बाद कोर्ट से खुशियों भरा संदेशा संजीव सिंह के समर्थकों के लिए आया। कोर्ट ने संजीव को दुमका से वापस धनबाद लाने का निर्देश दिया। झारखंड प्रदेश भाजपा कार्यसमिति सदस्य रागिनी सिंह ने कहा कि हम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं। इस फैसले से साफ हो गया कि राजनीतिक दबाव में संजीव को दुमका भेजा गया था। धरना को सफल बनाने के लिए रागिनी ने तमाम भाजपा नेताओं से खुद संपर्क साधा। इसका असर यह हुआ कि गुटबाजी को किनारे रख तमाम नेता पहुंचे। यहां तक कि  दूसरे दलों के नेता भी धरना में पहुंचे।


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