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जेल से बंदियों के नेता बन निकले विधायक ढुलू, भ्रष्ट व्यवस्था को लेकर जेलर पर बोला हमला Dhanbad News

जेल अधीक्षक पर बंदियों की सुविधा में कटौती कर करोड़ों की संपति अर्जित करने का आरोप लगाते हुए माननीय न्यायालय मुख्यमंत्री मानवाधिकार आयोग तथा जिला प्रशासन से जांच की मांग की।

By MritunjayEdited By: Published: Sun, 02 Aug 2020 09:37 AM (IST)Updated: Sun, 02 Aug 2020 09:37 AM (IST)
जेल से बंदियों के नेता बन निकले विधायक ढुलू, भ्रष्ट व्यवस्था को लेकर जेलर पर बोला हमला Dhanbad News
जेल से बंदियों के नेता बन निकले विधायक ढुलू, भ्रष्ट व्यवस्था को लेकर जेलर पर बोला हमला Dhanbad News

धनबाद/ बाघमारा, जेएनएन। धनबाद जिला भाजपा की पूर्व महिला पदाधिकारी के साथ दुष्कर्म की कोशिश प्रकरण में बाघमारा के विधायक ढुलू महतो को 80 दिन तक जेल में रहना पड़ा। आत्मसमर्पण के बाद 11 मई को जेल गए थे और हाई कोर्ट रांची से जमानत मिलने के बाद 31 जुलाई, 2020 को बाहर निकले। इस दाैरान विधायक ने जेल की व्यवस्था को नजदीक से जाना। जेले में कैसे खेल और भ्रष्टाचार होता है? जेल से निकलने के अगले ही दिन विधायक ने धनबाद जेल के जेलर अनिमेष चाैधरी पर जोरदार हमला बोला है। भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है। जांच नहीं होने पर अदालत में पीआइएल दाखिल करने की बात कही है। 

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शिकायत करने पर दूसरे जेल में ट्रांसफर करने की धमकी

जेल से निकलने के अगले दिन शनिवार को भाजपा विधायक ढुलू महतो एक्टिविस्ट की तरह नजर आए। उन्होंने

बाघमारा में भाजपा कार्यालय में प्रेसवार्ता कर जेल अधीक्षक पर बंदियों की सुविधा में कटौती कर करोड़ों की संपति अर्जित करने का आरोप लगाते हुए माननीय न्यायालय, मुख्यमंत्री, मानवाधिकार आयोग तथा जिला प्रशासन से जांच की मांग की। कहा कि अगर दस से पंद्रह दिनों के अंदर प्रभारी जेल अधीक्षक के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो भाजपा कार्यकर्ता धरना-प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि धनबाद जेल की स्थिति बहुत दयनीय है। एक हजार बंदी जेल में बंद है। इनमें दो से ढाई सौ बंदियों को कोरोना काल में सर्दी, खांसी जैसी बीमारी है, जिनका इलाज सही तरीके से नहीं किया जा रहा है। जेल प्रशासन के पास कोई बंदी आग्रह करने जाता है तो उसे जेल ट्रांसफर की धमकी दी जाती है। कोई भी टीम जेल में जांच करने जाती है तो उसके पहले बंदियों को डरा दिया जाता है कि कोई कुछ बोला तो जेल से ट्रांसफर कर देंगे।

एक बंदी पर 15-20 रुपये भी खर्च नहीं

विधायक ने कहा कि धनबाद जेल में भ्रष्टाचार का प्रमाण दे सकते हैं। साल दो साल से एक भी बंदी पीटीशन किसी को देने नहीं दिया जाता है। उन्होंने कहा कि जेल मैनुअल के अनुसार सरकार की ओर से प्रत्येक बंदी के लिए ढाई सौ रुपये भोजन के नाम पर आता है। लेकिन एक बंदी के ऊपर मात्र 15 से 20 रुपये भी खर्च नहीं किया जाता है। अगर जेल में किसी भी तरह की अप्रिय घटना घटती है जो इसके लिए जेलर की जिम्मेवारी होगी। वे सभी जांच एजेंसियों को मामले को संज्ञान में देकर लड़ाई लड़ेंगे। मौके पर प्रखंड अध्यक्ष बच्चू राय, अशोक मिश्रा, विजय शर्मा, शम्मी शर्मा, राजू शर्मा, गौरचंद बाउरी, डब्ल्यू महथा, मुखिया नरेश गुप्ता, प्रमोद सिंह आदि कार्यकर्ता थे।


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