डर के मारे झारखंड से भागा बाघमारा का टाइगर ढुलू, प्रतिष्ठा का सवाल नहीं बनाएगी भाजपा Dhanbad News
यह साफ हो गया है कि धनबाद पुलिस के अंदर ही कोई न कोई विभीषण है। ऐसा न होता तो छापामारी की सूचना लीक न होती।
धनबाद, जेएनएन। खुद को स्वयंभू टाइगर घोषित कर सबको डराने वाले बाघमारा के विधायक ढुलू महतो डरपोक निकले हैं। वे गिरफ्तारी के डर से चुपके-चुपके झारखंड से बाहर निकल गए हैं। पुलिस उनके मोबाइल का लोकेशन ट्रेस करने में जुटी है। बुधवार को ढुलू का अंतिम लोकेशन रांची के आस-पास था। अब विधायक भूमिगत होकर अदालती लड़ाई लड़ेंगे। अदालत से राहत मिलने के बाद ही सामने आएंगे। दूसरी तरफ यह साफ हो गया है कि धनबाद पुलिस के अंदर ही कोई न कोई विभीषण है। ऐसा न होता तो छापामारी की सूचना लीक न होती। पुलिस की घेराबंदी से चंद मिनट पहले विधायक ढुलू चिटाही स्थित अपने घर से भान न निकले।
विधायक पर रंगदारी और जमीन कब्जाने से लेकर याैन उत्पीड़न तक का आरोप
बाघमारा के भाजपा विधायक ढुलू महतो पर रंगदारी, जमीन कब्जाने और याैन उत्पीड़न के कई मामले दर्ज हैं। झारखंड में जब तक भाजपा की सरकार थी पुलिस कवच बनी हुई थी। झामुमो गठबंधन की सरकार बनने के बाद समय का पहिया घूम गया है। कवच का काम करने वाली पुलिस अब गिरफ्तार करने के लिए पीछे पड़ी है। धनबाद पुलिस द्वारा बुधवार तड़के विधायक के घर की तलाशी ली गई। घर में विधायक नहीं मिले। पुलिस के पहुंचने से पहले ही विधायक घर से भाग निकले। इसके बाद धनबाद पुलिस द्वारा डीआइजी, बोकारो को सूचना दी गई। डीआइजी कार्यालय से तुरंत बोकारो-रांची मार्ग पर विधायक की तलाशी करने के लिए वायरलेस संदेश जारी किया गया-पुलिस को सूचना मिली है कि विधायक रांची से प्लेन पकड़कर दूसरे राज्य में भाग सकते हैं। इसके बाद बोकारो पुलिस सक्रिय हो गई। धनबाद से रांची रोड पर वाहनों को रोक विधायक ढुलू की खोज की गई लेकिन वे पकड़ में नहीं आ सके।
विधायक के गांव के ही डोमन के साथ जमीन विवाद
चिटाही के रामराज मंदिर के सामने की जमीन के विवाद में डोमन महतो के साथ मारपीट के केस में बुधवार को सूर्योदय के पहले सुबह साढ़े पांच बजे पुलिस ने बाघमारा के भाजपा विधायक ढुलू महतो को गिरफ्तार करने के लिए उनके आवास पर धावा बोला। हालांकि घर में घुसने में पुलिस कामयाब नहीं हो सकी। मुख्य दरवाजा नहीं खोला गया। पुलिस ने दोबारा कोशिश की तो हेमंत सरकार मुर्दाबाद का नारा लगाते हुए दर्जनों महिलाओं ने जमकर विरोध किया। नजदीक के तालाब में स्नान करने की बात कह पुलिस के जवानों को हटने के लिए मजबूर कर दिया। मोबाइल लोकेशन के आधार पर धनबाद से बोकारो तक पुलिस ने तगड़ी घेराबंदी की मगर ढुलू हाथ नहीं आए। इससे पहले पुलिस ने इसी मुकदमे में ढुलू के करीबी अजय गोराई, बिट्टू ङ्क्षसह और कोड़ाडीह के डंपी मंडल को उठा लिया था। एक और मुकदमे में पुलिस ने ढुलू के करीबी भाजयुमो के कतरास मंडल अध्यक्ष धर्मेंद्र गुप्ता को गिरफ्तार किया। सभी को न्यायिक हिरासत में लेकर जेल भेज दिया गया। इधर, ढुलू की पत्नी सावित्री देवी ने कहा कि उनके पति के खिलाफ सरकार ने सियासी साजिश की है।
तीन घंटे तक वाहन चेकिंग
ढुलू की गिरफ्तारी को लेकर बोकारो पुलिस भी लगभग तीन घंटे हाई अलर्ट पर रही। धनबाद-रांची मार्ग के सभी थाने की पुलिस ने वाहनों की जांच की। चास, माराफारी, बालीडीह, जरीडीह, कसमार तथा पेटरवार की पुलिस ने भी सुबह 6 बजे से 9 बजे तक रांची जाने वाले सभी वाहनों को चेक किया। पुलिस को सूचना मिली है कि विधायक रांची से प्लेन पकड़कर दूसरे राज्य जा सकते हैं। धनबाद के एसएसपी किशोर कौशल के आदेश पर दो डीएसपी, छह इंस्पेक्टर समेत 50 जवानों ने चिटाही में धावा बोला। कुछ देर बाद पुलिस और तैयारी के साथ आई। तब तक झाड़ू लेकर दर्जनों महिलाओं को बुला लिया गया था। मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस को अंदाजा हो चुका था कि ढुलू घर में नहीं हैं। इसके बाद उनके चार समर्थकों को प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी संगीता की अदालत में पेश किया गया। यहां से 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
डोमन के आवेदन पर एक साल नहीं हुई एफआइआर
डोमन महतो ने एक साल पहले ढुलू महतो, अजय गोराई, बूढ़ा राय, कृष्णा रविदास, बिïट्टू सिंह एवं डंपी मंडल के खिलाफ पुलिस को आवेदन दिया था मगर प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई। 14 फरवरी को फिर डोमन ने इसी मसले पर बरोरा थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई। इसमें कहा गया कि 29 अप्रैल 19 को साढ़े छह बजे पिता कन्हाई महतो के साथ चिटाही के रामराज मंदिर के सामने अपनी रैयती जमीन पर बांस से दुकान बना रहे थे। उसी समय अंगरक्षक के साथ ढुलू आए और दुकान बनाने से मना किया। गाली-गलौज करने के बाद धमकी दी कि मंदिर के सामने दुकान बनाया तो बाप-बेटा के हाथ-पांव तोड़ कर जान से मरवा देंगे। शाम सात बजे विधायक फिर आए। उनके समर्थक अजय ने जान से मारने की नीयत से गर्दन दवाई। फिर दुकान के बाहर लाकर पटक दिया। इस घटनाक्रम की डोमन रिकॉर्डिंग करने लगा तो बिïट्टू और कृष्णा ने गाली देते हुए मोबाइल छीन लिया था। कहा था कि सामने उसका बाप ढुलू खड़ा है। इसके बाद कमर से बंदूक निकाल कर सिर पर सटा दिया था। प्राथमिकी के मुताबिक ढुलू ने कहा था कि सीएम जेब में है। भाभी बीच-बचाव के लिए आई तो विधायक के अंगरक्षक ने गाली-गलौज किया था। प्राथमिकी में डोमन ने लिखा कि इस घटना के एक साल हो चुके हैं। अभी तक कार्रवाई नहीं होने से उनका परिवार दहशत में है। इसी प्राथमिकी पर बरोरा थानेदार ने 18 फरवरी को गिरफ्तारी वारंट हासिल किया था।
आठ दिन जिस मंदिर में पूजन वहीं के केस में उलझे ढुलू
ढुलू महतो ने बीते सात दिनों तक चिटाही के राम मंदिर में लगातार कार्यक्रम किया था। साध्वी सरस्वती का प्रवचन हुआ। तृप्ति शाक्या एवं लखवीर सिंह लक्खा ने भजन गाया। राष्ट्रीय कवि सम्मेलन हुआ जिसमें हास्य कवि आए थे। एक दिन बाद रामराज मंदिर के सामने की रैयती जमीन के लिए हमला करने के मुकदमे में ढुलू के घर दबिश दी गई।
भाजपा भी नहीं लड़ेगी लड़ाई
ढुलू महतो बाघमारा विधानसभा क्षेत्र से तीसरी बार चुनाव जीते हैं। 2009 के चुनाव में वे पहली बार झाविमो के टिकट पर चुने गए। 2014 के विधानसभा से पहले भाजपा में शामिल हो गए थे। पांच साल तक भाजपा सरकार में विधायक ढुलू महतो ने कोयले के व्यापार पर अपना सिक्का चलाया। व्यवसायी त्रस्त रहे। प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय तक शिकायत पहुंची लेकिन विधायक पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। ढुलू के कारण समय-समय पर भाजपा की किरिकरी हुई। न्यायालय से तीन मामलों में विधायक को सजा भी हो चुकी है। भाजपा से जुड़े एक नेता ने बताया कि इस मुद्दे को प्रतिष्ठा का सवाल नहीं बनाया जाएगा। भाजपा विधायक के मुद्दे को लेकर कोई आंदोलन नहीं करेगी। इस मामले को विधानसभा में नहीं उठाया जाएगा। ऐसा करने से भाजपा खुद घिर जाएगी। क्योंकि विधायक पर जितने भी मामले दर्ज हैं वे आंदोलन से जुड़े नहीं हैं।
ढुलू के मामले में यह सब भी
- कतरास की नेत्री ने कोर्ट में धारा 164 के तहत बयान दिया है कि ढुलू महतो ने उनके साथ गलत काम किया है। पुलिस ने गिरफ्तारी वारंट के लिए अनुरोध किया है। इस केस में ढुलू ने बुधवार को न्यायालय में अग्र्रिम जमानत याचिका दाखिल की।
- कोयला कारोबारी जगदीश राय के साथ मारपीट के एक और मुकदमे में आरोपित ढुलू महतो ने अग्रिम जमानत के लिए याचिका दायर की है।