Farm Bill Raw: पंचायत और नगर निकाय चुनाव से क्यों भाग रही हेमंत सरकार, पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल ने बताया कारण
जब राजस्थान गोवा जम्मू-कश्मीर बिहार में चुनाव हो सकता है तो यहां पंचायत और निकाय चुनाव क्यों नहीं? चुनाव नहीं होने से विकास ठप हो जाएगा। जनवरी से एक भी काम नहीं दिखेगा। अभी धरातल पर केवल केंद्रीय योजनाओं का ही काम दिख रहा है।
देवघर, जेएनएन। भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि झारखंड की हेमंत सरकार पंचायत व निकाय चुनाव नहीं कराना चाहती है। सरकार लोकतंत्र को हाईजैक करना चाहती है। अधिकारियों और कर्मचारियों से कमीशनखोरी करवा कर अपनी तिजोरी भरना चाहती है। उन्होंने कहा है कि जब राजस्थान, गोवा, जम्मू-कश्मीर, बिहार में चुनाव हो सकता है तो यहां पंचायत और निकाय चुनाव क्यों नहीं? चुनाव नहीं होने से विकास ठप हो जाएगा। जनवरी से एक भी काम नहीं दिखेगा। अभी धरातल पर केवल केंद्रीय योजनाओं का ही काम दिख रहा है।
सीएम के ऊपर भी सीएम
तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में आंंदलोन को देखते हुए भाजपा ने भी मोर्चा संभाल लिया है। प्रमंडल स्तर पर किसान पंचायत का आयोजन कर भाजपा कृषि कानून की महतो को समझा रही है। इसी क्रम में मंगलवार को संताल प्रमंडल का देवघर में किसान पंचायत आयोजित किया गया। भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने देवघर के केकेएन स्टेडियम में आयोजित प्रमंडलीय किसान पंचायत में बोल रहे थे। उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन कई गंभीर आरोप लगाए। कहा कि यहां दलालों और बिचौलिए की सरकार है। अवैध कोयला, पत्थर और बालू बिहार एवं बंगाल जा रहा है। सत्ता में बैठे लोगों का खजाना भर रहा है। पुलिस को सरकार ने वसूली में लगा दिया है। पुलिस लठैत की तरह काम कर रही है। बदले की भावना से काम कर रही है। पूर्व मंत्री रणधीर ङ्क्षसह का आवास खाली कराना और सांसद निशिकांत की पत्नी को नोटिस इसका उदाहरण है। बाबूलाल ने कहा कि गृह और राजस्व विभाग भी मुख्यमंत्री के पास है, लेकिन किस तरह लूट मची है यह जनता देख रही है। पुलिस को चेताया कि सत्ता आती जाती रहती है। इसकी कीमत चुकानी पड़ जाएगी। सवालिया लहजे में कहा कि एक दिन में तबादला होता है और उसी दिन रद भी हो जाता है। यह साबित करता है कि सीएम के ऊपर भी सीएम है।
किसान हित पर ढकोसला कर रही सरकार
कहा कि राज्य सरकार किसान हित के नाम पर ढकोसला कर रही है। विपक्ष ने ऐसा हंगामा कर दिया है, जैसे वह किसान का हितैषी है। असलियत में ऐसे दल किसान विरोधी हैैं। रघुवर सरकार की योजनाओं को बंद कर दिया। आज मोदी सरकार किसानों को उद्योगपति की तरह उनके उत्पाद को कहीं भी इच्छानुसार बेचने की छूट दे रही है। किसान व्यापारी की तरह अपने उत्पाद को वहां बेच सकते हैं, जहां उचित कीमत मिलेगा। लेकिन कांग्रेस चाहती है कि दलाली प्रथा बनी रहे।
सैंया भये कोतवाल तो डर काहे का...
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि अपराधी को भी लग रहा कि सैंया भये कोतवाल तो डर काहे का। सोरेन परिवार के विधानसभा क्षेत्र में महिला उत्पीडऩ, हत्या बेखौफ हो रही है। इसलिए यह साफ है कि यह सरकार आम जनता की नहीं, अपराधी-बिचौलिया की है। कार्यक्रम में दुमका से लोकसभा सदस्य सुनील सोरेन, विधायक अनंत ओझा, अमित मंडल, रणधीर सिंह, पूर्व मंत्री लुइस मरांडी, विधायक नारायण दास थे।