Jharkhand : कांग्रेस सह प्रभारी पर जमकर बरसीं अन्नपूर्णा, कहा- क्वारंटाइन के बजाय मंत्री संग बैठक करते रहे उमंग
झारखंड कांग्रेस के सह प्रभारी उमंग सिंगार ने गुरुवार को गिरिडीह में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। इसको लेकर सूबे में सियासत शुरू हो गई है।
धनबाद, जेएनएन। झारखंड कांग्रेस के सह प्रभारी उमंग सिंगार ने गुरुवार को गिरिडीह में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। इसकी कोडरमा से भाजपा सांसद अन्नपूर्णा देवी ने जमकर आलोचना की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता क्वारंटाइन नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए बैठक कर रहे हैं। आश्चर्य का विषय यह है कि इसमें उनका पूरा साथ सूबे के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, विधायक दीपिका पांडेय ने भी खुलकर दिया। उनका कहना है कि दिल्ली से लौटने पर भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी को होम क्वारंटाइन का मुहर लगाने वाली हेमंत सरकार उमंग के मामले में चुप्प क्यों है। उमंग बुधवार को दिल्ली से चार दिवसीय दौरे पर झारखंड आए हैं।
गुरुवार की सुबह करीब 11 बजे उमंग सिंगार, मंत्री बादल पत्रलेख के साथ कांग्रेस के दिवंगत नेता प्रदेश कांग्रेस के प्रतिनिधि एवं इंटक के जिलाध्यक्ष रहे नरेंद्र कुमार सिन्हा छोटन के बरमसिया स्थित आवास पर पहुंचे थे। यहां से वे सर्किट हाउस गए और वहां सभागार में दर्जनों कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ बंद कमरे में बैठक की। उनके साथ सभी जगहों पर मंत्री बादल पत्रलेख एवं विधायक दीपिका पांडेय थीं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ बैठक के दौरान सर्किट हाउस में मंत्री एवं कांग्रेस के सह प्रभारी ने शारीरिक दूरी नियम का भी उल्लंघन किया।
क्या है नियम : दूसरे राज्यों से आने वाले किसी भी व्यक्ति को पहले 14 दिन होम क्वारंटाइन रहना पड़ता है। इसका उल्लंघन करने की छूट किसी को नहीं है। उल्लंघन करने पर प्रशासन कार्रवाई कर सकता है। यही कारण है कि पिछले महीने दिल्ली में गृह मंत्री से मिलकर लौटे विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी एवं राज्यसभा सदस्य के रूप में शपथ लेकर दिल्ली से लौट भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश को प्रशासन ने 14 दिन होम क्वारंटाइन कर दिया था।
दिल्ली लौटने पर बाबूलाल मरांडी एवं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश को सरकार ने होम क्वारंटाइन किया था। अब यदि दिल्ली से कांग्रेस के सह प्रभारी झारखंड आए हैं तो उन्हें क्यों नहीं क्वारंटाइन किया गया। रांची पहुंचते ही सरकार को उन्हें क्वारंटाइन करना चाहिए था। एक राज्य में दो कानून नहीं चल सकता है। पार्टी देखकर कोई नियम लागू नहीं किया जा सकता है। -अन्नपूर्णा देवी, सांसद, कोडरमा।
कांग्रेस के सह प्रभारी उमंग सिंगार के झारखंड आने एवं बैठक करने की ऑनलाइन आवेदन दिया गया था। सरकार ने इसकी छूट भी दी थी। इस कारण नियमों की धज्जियां उड़ाने की बात सही नहीं है। -मानस सिन्हा, कांग्रेस नेता।