मोहलबनी के जर्जर बिरसा पुल पर चलना हुआ खतरनाक
चासनाला भगवान बिरसा मुंडा के नाम से सुदामडीह मोहलबनी स्थित दामोदर नदी पर 40 वर्ष पूर्व बना बि
चासनाला : भगवान बिरसा मुंडा के नाम से सुदामडीह मोहलबनी स्थित दामोदर नदी पर 40 वर्ष पूर्व बना बिरसा पुल इन दिनों जर्जर हो गया है। लोगों की लाइफ लाइन इस पुल पर चलना खतरनाक साबित हो रहा है। बावजूद इसके सरकार व जिला प्रशासन उदासीन है। पुल की सड़कों पर दर्जनों स्थानों पर गड्ढे हो गए हैं। काली परतें उखड़ने के कारण छड़ें भी बाहर निकल गई है। पुल पर लाइट की व्यवस्था नहीं होने से रात में अंधेरा पसरा रहता है। इससे राहगीर दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। पुल के दोनों तरफ की रेलिग कई जगह टूट कर गिरने लगी है। इस पुल से रोज हजारों भारी वाहनों का आवागमन होता है। धनबाद को बोकारो व बंगाल से यह पुल जोड़ता है। समय रहते पुल की मरम्मत की दिशा में प्रशासन व जनप्रतिनिधियों ने ध्यान नहीं दिया तो इसकी स्थिति और खराब हो सकती है। मंगलवार की सुबह पुल की रेलिग तोड़कर दूध का 407 वाहन नदी में गिर गया। पुल दिनोंदिन खतरनाक होता जा रहा है।
.. 90 लाख की लागत से 40 वर्ष पूर्व बना था बिरसा पुल :
वर्ष 1980 में बिहार सरकार ने 90 लाख रुपये की लागत से बिरसा पुल का निर्माण कराया था। पुल का उद्घाटन तत्कालीन सांसद एके राय ने किया था। पुल के बनने से लोगों को बोकारो आने-जाने में काफी सुविधा मिली। पुल से धनबाद, झरिया व सिदरी को झारखंड के बोकारो, टाटा, जमशेदपुर, रांची, पश्चिम बंगाल के संथालडीह, आद्रा, रघुनाथपुर, बांकुड़ा, उड़ीसा, वेल्लोर व दक्षिण भारत के अन्य जिलों व राज्य को भी जोड़ता है।