BJP ही नहीं भारतीय मजदूर संघ समर्थकों पर टीएमसी नहीं दिखा रही ममता, विरोध में 3 जून को बंगाल एकजुटता दिवस
Political violence in West Bengal भारतीय मजदूर संघ के महामंत्री बीके सिन्हा ने कहा कि बंगाल में चुनाव के बाद दो तीन व चार मई को तृणमूल कार्यकर्ताओं ने मजदूर तबके के लोगों पर जो कहर ढाना शुरू किया वह अब तक जारी है।
धनबाद, जेएनएन। तीन जून को भारतीय मजदूर संघ देश भर में बंगाल एकजुटता दिवस मनाने जा रहा है। इस दिन पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हिंसा में मजदूर तबके के लोगों पर ढाए गए जुल्म की कहानी वेबिनार के जरिए देश भर में बताई जाएगी। देश भर से पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री व राज्यपाल के नाम पत्र भेजे जाएंगे। उनसे हिंसा करने वाले तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई करने की मांग की जाएगी।
दो मई को परिणाम के बाद अब भी हिंसा जारी
हिरण्यमय पांड्या की अध्यक्षता में हुई वर्चुअल बैठक में भारतीय मजदूर संघ के महामंत्री बीके सिन्हा ने कहा कि बंगाल में चुनाव के बाद दो, तीन व चार मई को तृणमूल कार्यकर्ताओं ने मजदूर तबके के लोगों पर जो कहर ढाना शुरू किया वह अब तक जारी है। साउथ परगना व पूर्वी मिदनापुर जिलों में मछुआरों को उनके गांव से भगा दिया गया है। राज्य के विभिन्न भागों में टोटो चालकों के वाहन जला दिए गए हैं। बुनकरों के हथकरघा तोड़ दिए गए हैं। बीड़ी मजदूरों को बीड़ी बनाने की सामग्री नहीं दी जा रही है। मालिकों को बुरा नतीजा भुगतने की धमकी देते हुए मजदूरों को सामग्री देने से मना कर दिया गया है। बागवानी करने वाले मजदूरों पर भी हमले किए गए हैं। ठेका श्रमिकों के गेट पास छीन लिए गए हैं। स्ट्रीट वेंडर्स की दुकानें लूट ली गई हैं। राज्य सरकार के कर्मचारियों को भी धमकी दी जा रही है। ये सारे कार्य तृणमूल के कार्यकर्ता व नेता खुलेआम कर रहे हैं। भारतीय मजदूर संघ ने इसे मजदूरों के मालिक अधिकारों पर हमला बताया है और इसे मानवाधिकार का हनन भी कहा है।
21 को मनाया जाएगा योग दिवस
झारखंड प्रदेश भारतीय मजदूर संघ के सदस्य बिंदेश्वरी प्रसाद के मुताबिक वर्चुअल बैठक में निर्णय लिया गया कि कोविड-19 से लड़ने में योग ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। लिहाजा सभी राज्य कमेटियों को निर्देश दिया गया है कि उनके यहां औद्योगिक क्षेत्र के फेडरेशन की ओर से योग दिवस पर शिविरों व कार्यक्रमों का आयोजन किया जाए