कलयुग में व्यक्ति को गाय, गंगा, गायत्री की उपासना करनी चाहिए
निरसा हाई स्कूल स्थित मैदान में भारद्वाज परिवार द्वारा आयोजित गुलाब परी देवी स्मृति में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के दूसरे दिन आचार्य यशोदानंदन जी महाराज ने सुखदेव जी के जीवन चरित्र भगवान के 24 अवतारों का वर्णन व्यास प्रसंग नारद चरित्र राजा परीक्षित के जन्म कुंती प्रसंग विदुर जी द्वारा दिए गए उपदेश राजा परीक्षित जी को श्रृंगी ऋषि का श्राप की कथा सुनाई।
फोटो संख्या 24 एमटीएन 02
संस,
निरसा : निरसा हाई स्कूल स्थित मैदान में भारद्वाज परिवार द्वारा आयोजित गुलाब परी देवी स्मृति में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के दूसरे दिन आचार्य यशोदानंदन जी महाराज ने सुखदेव जी के जीवन चरित्र, भगवान के 24 अवतारों का वर्णन, व्यास प्रसंग, नारद चरित्र, राजा परीक्षित के जन्म, कुंती प्रसंग, विदुर जी द्वारा दिए गए उपदेश, राजा परीक्षित जी को श्रृंगी ऋषि का श्राप की कथा सुनाई। महाराज जी ने बताया कि कलयुग में सभी व्यक्ति को गाय, गंगा, गायत्री की उपासना करनी चाहिए। जिससे हमारे एवं समाज के अंदर संस्कार पैदा होती है। राम नाम के जाप से कलयुग में मोक्ष प्राप्ति होगी। धर्म की रक्षा हमारा कर्तव्य है। कथा सुनने के दौरान काफी संख्या में महिला एवं पुरुषों की उपस्थित थे। कार्यक्रम में नर्मदेश्वर प्रसाद सिंह, माधव प्रसाद गोयल, रामकिशन शर्मा, पृथ्वी नाथ झा, उपेंद्र सिंह, रवींद्र अग्रवाल, बजरंग अग्रवाल, मधुरेंद्र गोस्वामी, विजय सिंह, उमाशंकर सिंह, कुमार हर्ष, कुमार अभिषेक, रामाशंकर सिंह, मनोज सिंह, प्रकाश भारती, ओम प्रकाश शर्मा, अमित झा, गुलाब सिंह, नथुनी प्रसाद साह सहित बड़ी संख्या में भक्त उपस्थित थे।