weekly News Roundup Dhanbad: साहब, एक पैग लीजिएगा... हिट रहा भिखारी का डायलॉग
धनबाद कोलियरी क्षेत्र में एक थानेदार काफी चर्चा में हैं। नए-नए आए हैं। पिछले दिनों हनक दिखाने में सुंदरी से झाड़ खाने की घटना भूली-बिसरी भी नहीं थी कि एक नया कारनामा सामने आ गया।
धनबाद [ नीरज दुबे ]। लॉकडाउन कई अनुभव करा रहा है। नमूना देखिए, एक भिखारी ने पुलिस अधिकारी को पैग ऑफर कर दिया। सुनकर आश्चर्य लगता है, मगर सौ फीसद सही। सामान्य दिनों में ऐसा होता तो भिखारी की शामत तय थी मगर दौर-ए-कोरोना में इस हरकत पर अधिकारी क्या करें, समझ नहीं पा रहे। हुआ ये कि बैंकमोड़ इलाके में पुलिस गरीबों के बीच खिचड़ी बांट रही थी। कतार में एक भिखारी खड़ा था। उसे भी खिचड़ी मिली। उसने रख ली। फिर एक समाजसेवी ने उसे भोजन का पैकेट दिया। भिखारी ने उसे भी रख लिया। अब पुलिस अधिकारी हैरान कि वह इतना खाना अकेले कैसे खाएगा। संयोग देखिए, इसके बाद साहब पेट्रोलिंग पर निकले। भिखारी ओवरब्रिज के पास बैठा मिला। अधिकारी उसके पास पहुंचे। अरे, यह क्या। उसने तो प्लास्टिक के ग्लास में शराब डाल रखी थी। जैसे ही पुलिस अधिकारी पर नजर पड़ी, उनकी ओर ग्लास बढ़ा दिया।
कमाल का है वायरस
कोरोना वायरस को लेकर कुछ पुलिसकर्मी हैरान और परेशान हैं। मास्क लगाकर आठ घंटे चुपचाप ड्यूटी उनके लिए परेशानी का कारण बनी हुई है। शहर के एक थाना में ओडी ड्यूटी संभाल रहे एक पुलिसकर्मी ने तो सहयोगी पुलिसकर्मियों से कह भी दिया- कमाल का वायरस है। पहली बार चाइना ने कोई प्रोडक्ट बनाने की कोशिश की जो असली है। देश ही नहीं, पूरा विश्व अपने-अपने घर में बंद हो गया। कोई शिकायत लेकर थाना तक नहीं आ रहा। ऐसा आगे भी रहा तो भारी संकट आ जाएगा। पुलिसवालों के लिए कोई काम ही नहीं रहेगा। तभी एक सिपाही ने बीच में ही टोका- सर, घबड़ाए नहीं। अभी कुछ दिन और ऐसा चलेगा। आराम से नौकरी करिए। कहीं कुछ नहीं होने जा रहा। चोर-उच्चके सभी कोरोना से भयभीत हैं। इस कारण हमलोगों को भी राहत मिली है। जब तक कोरोना है, तब तक चैन है।
अभयदान की कीमत 35000
इन दिनों धनबाद कोलियरी क्षेत्र में एक थानेदार काफी चर्चा में हैं। नए-नए आए हैं। पिछले दिनों हनक दिखाने में सुंदरी से झाड़ खाने की घटना भूली-बिसरी भी नहीं थी कि एक नया कारनामा सामने आ गया। राज्य के मुखिया पर अभद्र टिप्पणी हुई। चाहनेवालों ने नामजद प्राथमिकी करा दी। जिले के अन्य इलाकों में धड़ाधड़ गिरफ्तारियां हुईं लेकिन केंदुआ से महुदा के बीच इस इलाके में आरोपित को अभयदान मिल गया। इसके लिए 35000 का चढ़ावा चढ़ाया गया। फिलहाल लॉकडाउन है तो ऐसे मामलों को पूछता कौन है। मगर, मुखिया को चाहनेवालों ने एसएसपी से लेकर डीजीपी तक इसकी शिकायत कर दी। बस अब खाट खड़ी होने वाली है। वैसे भी यह थानेदार सीनियर अफसरों की नजर पर चढ़े हुए हैैं। मवेशी चारा गाड़ी से उगाही में एक दारोगा और दो सिपाहियों पर कार्रवाई कर सीनियर पदाधिकारी ने बड़े संकेत दे भी दिए हैैं।
कागज में रह गए सैनिटाइजिंग सिस्टम
कोविड-19 का फैलाव कैसे रुके, इसे लेकर पुलिस प्रशासन के साथ विभिन्न राजनीतिक और गैर राजनीतिक संगठन भी परेशान हैं। जनता घर से निकल नहीं पा रही। ऐसे हालात में सुरक्षा मानकों को लेकर सामाजिक संस्थान व प्रशासन के वादे कैसे टूट रहे हैैं, यह चर्चा सरेआम है। संक्रमण की रोकथाम के लिए मनईटांड़ के राज कुमार पांडे ने धनबाद अनुमंडल क्षेत्र में पांच जगहों का चयन किया और आवेदन देकर फुल बॉडी सैनिटाइजिंग सिस्टम लगाने की अनुमति मांगी। प्रस्ताव अच्छा था। 12 अप्रैल को ही एसडीओ ने सभी जगह सिस्टम लगाने का आदेश जारी कर दिया। उपायुक्त, एसएसपी और सीओ कार्यालय को सूचना भेज दी गई। शहर के पांच प्रमुख स्थल- पुलिस लाइन, रणधीर वर्मा चौक, एसडीओ कार्यालय, निगम कार्यालय के बाहर तथा केंद्रीय अस्पताल परिसर में सिस्टम लगना था मगर कागज पर ही खानापूर्ति हुई। ऐसे कैसे होगी कोरोना से जंग?