इस दुर्गोत्सव में होगा एक से बढ़कर एक पंडालों का दीदार, षष्ठी की शाम से खुलेंगे माता के पट Dhanbad News
पुराना बाजार रतनजी रोड दुर्गा स्थान पूजा समिति घंटेश्वरी मंदिर का पंडाल बना रहा है। 20 हजार मिट्टी की घंटी पंडाल तैयार किया जा रहा है।
धनबाद, जेएनएन। जैसे जैसे दुर्गोत्सव करीब आ रहा है वैसे धनबाद में पंडाल अपना आकार लेने लगे हैं। शहर में करीब-करीब सारे बड़े पंडाल आधा से अधिक आकार ले चुके हैं। बंगाल से विभिन्न हिस्सों से पहुंचे कारीगर पंडालों को अंतिम रूप देने में लगे हैं। शुक्रवार तक पंडाल बनकर तैयार हो जाएंगे और उसी दिन षष्ठी की शाम से पंडालों में मां दुर्गा के पट खुलने लगेंगे। इसके बाद पूरा धनबाद दुर्गोत्सव की उमंग में डूब जाएगा।
इसबार दुर्गा पूजा में पर्यावरण संरक्षण, ईको फ्रेंडली, थीम बेस्ड, मोबाइल से दुष्प्रभाव, समसामायिक मुद्दों पर बने पंडाल देखने को मिलेंगे। मनईटांड में रजरप्पा का छिन्नमस्तिका मंदिर व नेपाल का मंदिर, पुराना बाजार रतनजी रोड में घंटेश्वरी मंदिर, डीएवी मैदान में बद्रीनाथ मंदिर का पंडाल देखने को मिलेगा, तो वहीं झारखंड मैदान में जोधपुर का पार्क, हाउसिंग कॉलोनी में संपूर्ण रामायण, न्यू स्टेशन रेवले कॉलोनी में स्वदेशी कलाकृति, बैंकमोड़ नगर निगम में चंद्रलोक और धनसार में मोबाइल से दुष्प्रभाव का पंडाल देखने को मिलेगा।
20 हजार मिट्टी की घंटी से बन रहा घंटेश्वरी मंदिरः पुराना बाजार रतनजी रोड दुर्गा स्थान पूजा समिति घंटेश्वरी मंदिर का पंडाल बना रहा है। 20 हजार मिट्टी की घंटी पंडाल तैयार किया जा रहा है। सारी घंटियां कोलकाता से मंगवाई गई हैं। मिट्टी की घंटी के अंदर बल्व लगाया जा रहा है। इसके अलावा पंडाल को मिट्टी के घड़े व गुलदस्ता जैसे सामानों से सजाया जा रहा है।
झारखंड मैदान में जूट से बना जोधपुर पार्क दिखेगाः झारखंड मैदान में जोधपुर पार्क के थीम पर जूट से पंडाल तैयार किया जा रहा है। पंडाल में बाहरी नजारा पार्क और अंदर हावड़ा ब्रिज का होगा। पंडाल के अंदर हावड़ा ब्रिज, टे्रन, कोलकाता का हाथ रिक्शा बना दिखेगा। वहीं बाहर हरे-हरे घास, माली, पतंगबाजी आदि का नजारा देखने को मिलेगा। पूरे पंडाल में जूट, काश फूल, बांस का बेहतरीन काम देखने को मिलेगा।
न्यू स्टेशन रेलवे कॉलोनी में दिखेगी स्वदेशी कलाकृति की झलकः पुराना बाजार न्यू स्टेशन रेलवे कॉलोनी पूजा समिति इसबार स्वदेशी कलाकृति पर पंडाल बनवा रही है। पंडाल को बनाने में चट, सूप टोकरी, कुश, धान की बाली, मिट्टी का गमला, बांस की फठ्ठी का प्रयोग किया जा रहा है।
दरी मुहल्ला में बद्रीनाथ मंदिर के दर्शन : पुराना बाजार डीएवी मैदान में बद्रीनाथ मंदिर का पंडाल देखने को मिलेगा। पश्चिम बंगाल के नदिया से आए कारीगर इस बार प्लाइवुड व थर्मोकॉल से बद्रीनाथ मंदिर का पंडाल बना रहे हैं। इसके अलावा यहां मेला भी आकर्षण का केंद्र होगा।
मनईटांड़ में रजरप्पा का प्रसिद्ध छिन्नमस्तिका मंदिर : मनईटांड़ नवयुवक संघर्ष पूजा समिति इसबार रजरप्पा का प्रसिद्ध छिन्नमस्तिका मंदिर रुपी पंडाल बनवा रही है। पंडाल में देवी छिन्नमस्तिका के अलावा मां कमला, मातंगी को दर्शाया जाएगा। थर्मोकॉल, चट, चटाई से बन रहे इस पंडाल में रजरप्पा मंदिर और उसके आस-पास के दुकान भी देख पाएंगे।
बैंकमोड़ में चंद्रलोक का दिखेगा नजारा : बैंकमोड़ नगर निगम परिसर में चंद्रलोक का नजारा देखने को मिलेगा। पंडाल में चंद्रमा, पक्षी, हिरण समेत परियां दिखेगी। रंगीन लाइट से चंद्रलोक जैसा नजारा दिखाया जाएगा। बंगाल से आए कारीगर थर्मोकॉल, प्लास्टिक पेपर से चंद्रलोक पंडाल बना रहे हैं।
हाउसिंग कॉलोनी में देखिए संपूर्ण रामायण : हाउसिंग कॉलोनी के पंडाल में संपूर्ण रामायण कथा का दर्शन होगा। पंडाल में राम वनवास, शूर्पणखा, सीताहरण, लंका दहन, रामसेतू, संजीवनी बूटी पहाड़, लंका युद्ध जैसे दृश्य देखने को मिलेंगे। शूर्पणखा प्रसंग, स्वर्ण मृग प्रसंग, सीता हरण, हनुमान द्वारा लंका दहन, वानरों द्वारा रामसेतु निर्माण, लंका युद्ध समेत रावण वध को दिखाया जाएगा। हनुमान जी संजीवनी बूटी पहाड़ लेकर उड़ते दिखेंगे।