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धनबाद के दस गांवों में जलापूर्ति करेगी बीसीसीएल, 7500 घरों तक पानी पहुंचने की तैयारी में प्रबंधन

बीसीसीएल जिले के दस गांवों में पेयजल की व्यवस्था करेगी। इसे लेकर बीसीसीएल प्रबंधन द्वारा प्लान रिपोर्ट तैयार किया जा रहा है। इस योजना पर खर्च वेलफेयर मद से किया जाएगा। प्रबंधन की ओर से कोल इंडिया व कोयला मंत्रालय को भी इसकी प्रारंभिक सूचना दे दी गई है।

By Deepak Kumar PandeyEdited By: Published: Wed, 17 Aug 2022 03:40 PM (IST)Updated: Wed, 17 Aug 2022 03:40 PM (IST)
धनबाद के दस गांवों में जलापूर्ति करेगी बीसीसीएल, 7500 घरों तक पानी पहुंचने की तैयारी में प्रबंधन
बीसीसीएल के समक्ष विभिन्न माध्यम से गांवों तक पेयजल पहुंचाने की मांग उठती रही है।

जागरण संवाददाता, धनबाद: बीसीसीएल जिले के दस गांवों में पेयजल की व्यवस्था करेगी। इसे लेकर बीसीसीएल प्रबंधन द्वारा प्लान रिपोर्ट तैयार किया जा रहा है। इस योजना पर खर्च वेलफेयर मद से किया जाएगा। गांवों में पेयजल की व्यवस्था को लेकर प्रबंधन की ओर से कोल इंडिया व कोयला मंत्रालय को भी प्रारंभिक सूचना दे दी गई है। प्रबंधन के अनुसार इन गांवों के 7500 से ज्यादा घरों को पीने के पानी की सप्लाई की जाएगी। बीसीसीएल बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की बैठक में भी इस प्लान को लेकर चर्चा हो चुकी है।

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बोर्ड के चेयरमैन व कंपनी के सीएमडी समीरन दत्ता ने कहा कि अमृत महोत्सव के साथ बीसीसीएल के पचास वर्ष भी पूरे हो गए हैं। यह काफी लंबा समय होता है। कंपनी तरक्की के पथ पर है। इसमें धनबाद के लोगों को अहम योगदान है। इस योगदान में सभी को शामिल करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि प्लान के अनुसार चांच विक्टोरिया के दहीबाड़ी क्षेत्र, भौरा, ब्लाक टू, बरोरा व लोदना एरिया क्षेत्र के गांवों को इसमें शामिल किया गया है। इस मद में बीसीसीएल की ओर से करीब दो करोड़ रुपये की राशि खर्च करेगी। दरअसल बीसीसीएल के समक्ष विभिन्न माध्यम से गांवों तक पेयजल पहुंचाने की मांग उठती रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए बीसीसीएल प्रबंधन ने यह निर्णय लिया है।

बोरिंग सहित दी जाएगी अन्य सुविधा

बीसीसीएल प्रबंधन के प्लान के अनुसार, जिस गांव में बोरिंग से पानी की व्यवस्था हो सकती है, वहां बोरिंग कर स्टैंड टैप की व्यवस्था जगह-जगह की जाएगी। इसके अलावा अगर कोई गांव नदी के किनारे है तो वहां नदी से पीने के पानी की व्यवस्था की जाएगी। प्रबंधन का प्रयास है कि जिस गांव में पेयजल की व्यवस्था हो वह पूरी तरह से स्थाई हो, ताकि लोगों को लंबे समय तक इसका लाभ मिल सके।

निगरानी के लिए गांव में बनेगी कमेटी

इसके लिए एक निगरानी समिति का भी गठन किया जाएगा। जिसमें पंचायत के मुखिया, पंचायत समिति सदस्य के अलावा गांव के अन्य गणमान्य लोगों को रखा जाएगा। इसमें किसी तरह की परेशानी होने पर वे सीधे संबंधित विभाग के अधिकारी से संपर्क पर व्यवस्था को सुचारू कर सकेंगे।

इस संबंध में बीसीसीएल की जीएम वेलफेयर आहुति स्‍वाईं ने कहा कि गांवों में पेयजल व्यवस्था करने को लेकर प्लान तैयार किया जा रहा है। बताया कि पहले चरण में इस योजना में दस गांवों को रखा जा रहा है। सभी एरिया से गांवों की सूची मांगी गई है।


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