BCCL: धनबाद में कोयला चोर बलगाम, त्रिपुरा स्टेट राइफल्स को दी जा सकती सुरक्षा की जिम्मेदारी
त्रिपुरा रायफल्स की बीसीसीएल में आमद आर्थिक नजरिये से भी फायदेमंद हाेगा। अधिकारियाें के मुताबिक फिलहाल कंपनी में तैनात सीआइएसएफ के 3100 जवानाें पर कंपनी काे 400 कराेड़ रुपये सालाना भुगतान करना पड़ रहा है। कंपनी काे मात्र 250 कराेड़ रुपये सालाना का ही भुगतान करना हाेगा।
धनबाद, जेएनएन। जल्द ही बीसीसीएल की सुरक्षा व्यवस्था त्रिपुरा रायफल्स के हाथाें हाेगी। सीएमडी के निर्देश के बाद कंपनी ने इस ओर पहल तेज कर दी है। इससे कंपनी काे आर्थिक ताैर पर बचत ताे हाेगी ही नए बल की नियुक्ति से लगातार हाे रहे काेयला चाेरी, अवैध उत्खनन व गुटीय संघर्षाें पर भी विराम लग सकेगा। काेल इंडिया की पहल पर कई आनुषंगिक कंपनियाें ने पहले ही त्रिपुरा रायफल्स के हाथाें सुरक्षा व्यवस्था साैंपने का निर्णय ले लिया है। तकरीबन 1007 जवानाें की टाेली साउथ ईस्टर्न काेलफील्ड्स लिमिटेड में अपना माेर्चा संभाल चुकी है। सबकुछ ठीकठाक रहा ताे फरवरी तक त्रिपुरा रायफल्स की टीम बीसीसीएल का दाैरा भी करेगी। बीसीसीएल प्रबंधन ने त्रिपुरा के मुख्य सचिव काे पत्र भेजकर खदानाें का दाैरा करने के लिए टीम भेजने का आग्रह किया है। टीम निरीक्षण कर ले उसके बाद कंपनी प्रबंधन के साथ बैठकर एमओयू व अन्य प्रक्रियाओं पर वार्ता की जाएगी।
आर्थिक नजरिये से भी फायदेमंद
त्रिपुरा रायफल्स की बीसीसीएल में आमद आर्थिक नजरिये से भी फायदेमंद हाेगा। अधिकारियाें के मुताबिक फिलहाल कंपनी में तैनात सीआइएसएफ के 3100 जवानाें पर कंपनी काे 400 कराेड़ रुपये सालाना भुगतान करना पड़ रहा है। यदि इतने ही जवान त्रिपुरा रायफल्स की भी आए ताे उसके मद में कंपनी काे मात्र 250 कराेड़ रुपये सालाना का ही भुगतान करना हाेगा। इससे 150 कराेड़ रुपये सालाना की सीधे बचत हाेगी। आर्थिक संकट के दाैर से गुजर रही कंपनी के लिए यह काफी राहत वाली बात हाेगी।
सीआइएसएफ के साथ एमओयू हाेगी रद
त्रिपुरा रायफल्स काे सुरक्षा व्यवस्था साैंपने के लिए कंपनी काे पहले सीआइएसएफ के साथ एमओयू रद करना हाेगा। हालांकि यह तब किया जाएगा जब त्रिपुरा रायफल्स यहां अपना माेर्चा संभाल ले। फरवरी में टीम के दाैरे के बाद द्विपक्षीय वार्ता के बाद इस पर अंतिम निर्णय हाे सकता है। फिलहाल बीसीसीएल टीम के दाैरे का इंतजार कर रही है।