बीसीसीएल व ईसीएल की कोलियरियों में बंद का मिला-जुला असर
धनबाद केंद्र सरकार की एफडीआइ नीति के खिलाफ भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ का पांच दिवसीय हड़ताल सोमवार को शुरू हो गया।
धनबाद : केंद्र सरकार की एफडीआइ नीति के खिलाफ भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ का पांच दिवसीय हड़ताल सोमवार को शुरू हो गया। प्रथम पाली में बीएमएस समर्थकों ने बंद कराने को लेकर जगह जगह जुलूस निकालकर अपना विरोध दर्ज कराया। बीसीसीएल व ईसीएल की कोलियरियों में इसका मिला-जुला असर देखने को मिला।
वहीं कई परियोजना क्षेत्रों में प्रथम पाली में उपस्थिति सामान्य रही। बीसीसीएल की गोविंदपुर, बरोरा, ब्लॉक फॉर, पीबी सहित कई एरिया में हड़ताल समर्थकों के बंद का असर कुछ देर ही रहा। इसके बाद स्थिति सामान्य हो गई। गोविंदपुर एरिया के ब्लॉक फोर व ब्लॉक टू में उत्पाद ठप है, जिसे चालू कराने का प्रयास किया जा रहा है। अधिकारियों की टीम सुबह से कोलियरी पीट पर हाजिरी बनाने को लेकर तैयार दिखे। सीआइएसएफ के जवान भी संवेदनशील स्थान पर तैनात थे। बीसीसीएल एरिया बारह की दहीहाड़ी, एनएलओसीपी प्रथम पाली में 215 श्रमिकों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करा ली थी। बीसीसीएल की कुल श्रम शक्ति 44900 है। जबकि ईसीएल की श्रम शक्ति 56 हजार के आसपास है। ईसीएल की मुगमा एरिया के चापापुर, सेंट्रलपुल साइडिंग को भी बीएमएस समर्थकों ने बंद कर दिया। बीसीसीएल डीपी आरएस महापात्रा ने बताया कि स्थिति सामान्य है। दो परियोजना बंद है, जिसे चालू कराने का प्रयास किया जा रहा है। बीएमएस नेता महेंद्र सिंह ने कहा कि बंद का मिला-जुला असर है। प्रबंधन, प्रशासन, दंबगों को आगे कर हड़ताल को विफल करने में लगे है। लेकिन हड़ताल का असर कई एरिया में दिख रहा है। प्रबंधन हर हथकंडे अपना रही है। मजदूरों को अपनी एकता दिखानी होगी।