Move to Jagran APP

BBMKU : स्वतंत्रता दिवस पर पर्यावरण संरक्षण का लिया संकल्प, कुलपति बोले- नई शिक्षा नीति कौशल को देगी बढ़ावा

BBMKU कुलपति डॉ. अंजनी श्रीवास्तव ने कहा कि संथाली कुरमाली व खोरठा भाषा की पढ़ाई को लेकर सरकार को प्रस्ताव दिया है। उन्होंने कहा कि नई व्यवस्था शोध को बढ़ावा देगी।

By Sagar SinghEdited By: Published: Sun, 16 Aug 2020 07:02 PM (IST)Updated: Sun, 16 Aug 2020 09:40 PM (IST)
BBMKU : स्वतंत्रता दिवस पर पर्यावरण संरक्षण का लिया संकल्प, कुलपति बोले- नई शिक्षा नीति कौशल को देगी बढ़ावा
BBMKU : स्वतंत्रता दिवस पर पर्यावरण संरक्षण का लिया संकल्प, कुलपति बोले- नई शिक्षा नीति कौशल को देगी बढ़ावा

धनबाद, जेएनएन। केंद्र सरकार ने नई शिक्षा नीति की घोषणा की है। यह शिक्षा नीति देश में कौशल को बढ़ावा देगी। एक ऐसी शिक्षा पद्धति बनायी गई है जो हर युवा को हुनरमंद बनाएगी। इसकी सबसे बड़ी विशेषता यह है कि नई शिक्षा नीति में अंग्रेजी की बाध्यता नहीं होगी। मातृभाषा हिंदी के माध्यम से शिक्षा प्राप्त की जा सकेगी। उक्त बातें बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय (BBMKU) के कुलपति डॉ. अंजनी कुमार श्रीवास्तव ने शनिवार को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर विवि परिसर में ध्वजारोहण करने के बाद अपने संबोधन में कही।

loksabha election banner

उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में बहुत सारी बातें हैं। पहली बार अंग्रेजी नहीं है। हिंदी का उपयोग किया जा रहा है। मातृभाषा में पढ़ाया जाएगा। इसके अलावा विवि प्रशासन ने संथाली, कुरमाली व खोरठा भाषा की पढ़ाई को लेकर सरकार को प्रस्ताव दिया है। उन्होंने कहा कि नई व्यवस्था शोध को बढ़ावा देगी। चार सालों का डिग्री कोर्स होगा। प्रत्येक वर्ष में प्रमाण पत्र दिया जाएगा। पहले वर्ष के स्नातकोत्तर के लिए सर्टिफिकेट कोर्स होगा। दूसरे साल में डिप्लोमा और तीसरे व चौथे में डिग्री दी जाएगी। जो छात्र चौथे साल की पढ़ाई नहीं करना चाहते उन्हें भी डिग्री मिलेगी। चौथा साल कौशल विकास का होगा। इसके साथ ही कोई भी छात्र किसी भी साल अपनी पढ़ाई पूरी कर कॉलेज छोड़ सकता है और वो जब भी कभी फिर से आगे की पढाई करना चाहता है तो नामांकन लेने का अवसर उसे मिलेगा। बीच के सालों में छात्र अपना विषय भी बदल सकते हैं।

अपने संबोधन के दौरान डॉ. श्रीवास्तव ने पर्यावरण संरक्षण पर जोर दिया और कहा कि कोरोना ने सभी को अवसर प्रदान किया। इस दौरान पर्यावरण काफी तंदरूस्त हुआ। आगे भी इसे बचाए रखने की जिम्मेवारी है। उनकी चाहत है कि कॉलेजों व स्कूलों में गर्मी के अवकाश की जगह लॉकडाउन लगाया जाए, ताकि पर्यावरण को भी बचाया जा सके। नए साल में गणतंत्र दिवस विश्वविद्यालय के नए परिसर में हर हाल में आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी शिक्षकों को 7वां वेतन देने में बीबीएमकेयू अग्रणी रहा है।

परिनियम के अनुसार भरे जाएंगे रिक्त पद : कुलपति ने कहा कि शिक्षकेत्तर कर्मचारी असमान्य परिस्थितियों से जूझ रहे हैं। राज्यपाल ने शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की नियुक्ति के लिए आदेश दिया है। इससे संबंधित परिनियम प्राप्त हो गया है। परिनियम के अनुसार, जो पद रिक्त हैं उन्हें भरा जाएगा। प्रोन्नति का प्रावधान किया गया है। नए साल में विश्वविद्यालय परिवार में तीन नए महाविद्यालय शामिल हो रहे हैं। इनमें गोमिया, टुंडी और झरिया डिग्री कॉलेज शामिल हैं। यहां शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की नियुक्ति के लिए राज्य सरकार से आग्रह किया गया है।

जन उपयोगी तकनीक बनाने की अपील : उन्होंने छात्रों से अपील करते हुए कहा कि वे अपने संसाधनों का उपयोग करते हुए जन उपयोगी तकनीक बनाएं। जो सस्ती होगी। इससे अमीर गरीब के बीच की खाई को पाटा जा सकेगा। ध्वजारोहण से पूर्व कुलपति ने बिनोद बिहारी महतो की तस्वीर पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरूआत की।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.