पीएचडी सेल के बाद अब डिपार्टमेंटल रिसर्च काउंसिल पर छिड़ा विवाद
बीबीएमकेयू प्रशासन के फैसले ने एक बार फिर विवाद खड़ा कर दिया है।
पीएचडी सेल के बाद अब डिपार्टमेंटल रिसर्च काउंसिल पर छिड़ा विवाद
जागरण संवाददाता, धनबाद : बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय में पीएचडी सेल के बाद अब रसायन विभाग के डिपार्टमेंटल रिसर्च काउंसिल पर विवाद छिड़ गया है। काउंसिल के चेयरमैन व कंवेनर डीन साइंस डा. एसके सिन्हा बनाए गए हैं। उनके साथ ही विवि के रसायन विभाग के सहायक प्राध्यापक डा. डीके सिंह सदस्य सचिव, रसायन विभाग के डा. आरपी सिंह सदस्य और एक अन्य को आमंत्रित सदस्य बनाया गया है। विवि से अधिसूचना जारी होते ही शिक्षक संघ ने जोरदार हमला बोला है। संघ का आरोप है कि रसायन विभाग की पीजी विभागाध्यक्ष डा. लीलावती कुमारी को डिपार्टमेंटल रिसर्च काउंसिल में शामिल नहीं किया जाना न केवल हास्यास्पद बल्कि शिक्षक का अपमान भी है। इससे पहले पीएचडी सेल में भी सहायक प्राध्यापक को को-आर्डिनेटर और डा. लीलावती कुमारी को सदस्य बनाया गया था।
----डिपार्टमेंटल रिसर्च काउंसिल में पीजी विभागाध्यक्ष को शामिल नहीं किया जाना विश्वविद्यालय की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करता है। शिक्षक का अपमान संघ बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगा। जब से दो कुलसचिव काम कर रहे हैं। उनकी ओर से निर्गत लगभग सभी अधिसूचनाएं विवादास्पद रही हैं और उन्हें संशोधित करना पड़ा है। संघ ऐसे पदाधिकारियों की जिम्मेदारी तय कर उन पर कार्रवाई करने या पद छोड़ने की मांग करता है।
डा. जितेंद्र आर्यन, प्रवक्ता, बीबीएमकेयू शिक्षक संघ
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बीबीएमकेयू में स्थायी कुलपति नहीं हैं और प्रतिकुलपति क पद एक साल से खाली है। इस वजह से प्रशासनिक निर्णय प्रभावित हो रहे हैं। राज्य सरकार जल्द से जल्द स्थाई कुलपति और प्रतिकुलपति की नियुक्ति करे ताकि विवि का काम बेहतर ढंग से संचालित हो सके।
डा. धर्मेंद्र कुमार सिंह, अध्यक्ष
प्रोफेशनल कांग्रेस