निवेशकों की पूंजी वापसी के लिए बेसिल की संपत्ति नीलाम करने की उठी आवाज
दो साल पहले जनांदोलन के दबाब में प्रशासन ने सिर्फ धनबाद जिले में करीब एक सौ करोड़ की अचल संपत्ति जब्त की। सरकार की इच्छा शक्ति की कमी की वजह से कई संपत्ति जब्त नहीं की जा सकी
धनबाद, जेएनएन। झारखंड विकास मोर्चा के केंद्रीय महासचिव रमेश कुमार राही ने सरकार पर गरीबों को लूटने वाली नन बैंकिंग कंपनियों के संचालकों को बचाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि बेसिल इंटरनेशनल ने धनबाद जिले के हजारों निवेशकों से करोड़ों की रकम हड़प ली। इसके बावजूद सरकार चुप्पी साधे हुए है।
नन बैंकिन कंपनी बेसिल से रकम वापसी के लिए सोमवार को बेसिल निवेशक एवं अभिकर्त्ता संघर्ष मोर्चा के तत्वावधान में रणधीर वर्मा चौक पर प्रदर्शन किया गया। इसके पूर्व जिला परिषद मैदान से जुलुस निकाला गया। जुलूस में शामिल प्रदर्शनकारी अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी कर रहे थे । प्रदर्शन के दौरान निवेशक और अभिकर्त्ता मांगों से संबधित हाथ में तख्तियां लिए हुए थे। नेतृत्व करते हुए झाविमो महासचिव ने कहा कि दो साल पहले जनांदोलन के दबाब में प्रशासन ने सिर्फ धनबाद जिले में करीब एक सौ करोड़ की अचल संपत्ति जब्त की। सरकार की इच्छा शक्ति की कमी की वजह से कंपनी की कई संपत्ति जब्त नहीं की जा सकी। उन्होंने कहा कि जब्त संपत्ति को नीलाम कर दिया जाय। इससे बेसिल कंपनी में निवेश करने वाले गरीबों को अपनी जमा पूंजी वापस मिल जायेगी। लेकिन सरकार के स्तर पर फाइल लटकी हुई है। राही ने सरकार से मांग की कि गरीबों का पैसा लौटाने के लिए जब्त संपत्ति की शीघ्र नीलामी की जाय। राही ने चेतावनी भरे लिहाजे में कहा कि सरकार ने चुप्पी साधी तो आनेवाले समय में सबक सिखाएंगे।
प्रदर्शन में दिनेश रवानी, मिहिलाल रवानी, जगनाथ महतो, उमाशंकर सिंह, जितेन्द्र गुप्ता, बी के दास, काशी साव, राजेश कुमार, प्रकाश ठाकुर, नंदूलाल कोर, संतोष महतो, सतीश महतो, रंजय महतो, रामाकान्त भंडारी, रवींद्र राम, उमेश केशरी, अनंत प्रमाणिक, धीरेन्द्र कुमार, समरेश रवानी, सुरेन्द्र सिंह, कन्हैया पांडे, शिवपूजन गोप, राकेश सिंह समेत काफी संख्या में आंदोलनकारियों ने भाग लिया।