CM Hemant Soren के खास पंकज मिश्रा का लेफ्ट हैंड बच्चू कभी दूध बेचता था; आज लोग बुलाते बप्पी लहरी
साहिबगंज में अवैध खनन व परिवहन की जांच कर रही ईडी रोज नए खुलासे कर रही है। फिलहाल मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद से पूछताछ चल रही है। वहीं एक और शख्स अभी चर्चा में है वह है ईडी के हत्थे चढ़ा बच्चू यादव।
जेएनएन, धनबाद: साहिबगंज में अवैध खनन व परिवहन की जांच कर रही ईडी रोज नए खुलासे कर रही है। फिलहाल मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद से पूछताछ चल रही है। वहीं एक और शख्स अभी चर्चा में है, वह है ईडी के हत्थे चढ़ा बच्चू यादव। बच्चू यादव को सीएम हेमंत सोरेन के बरहेट विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा का लेफ्ट हैंड तक बताया जाता है। वहीं इलाके में इसकी एक और पहचान है, वह है गोल्डेन मैन के रूप में। कुछ लोग तो इसे बप्पी लहरी भी बुलाते हैं। इसका कारण है बच्चू यादव का आभूषण प्रेम। लोगों का मानना है कि उसके शरीर पर मौजूद आभूषणों का वजन एक किलो से अधिक होगा।
पत्थर के कारोबार में आने के बाद दिन दोगुनी, रात चौगुनी बढ़ी संपत्ति
ईडी सूत्रों की मानें तो दो दशक पूर्व तक बच्चू यादव गाय-भैंस पालता था और उसका दूध बेचता था। पत्थर कारोबार में आने के बाद उसकी संपत्ति दिन दोगुनी रात चौगुनी बढ़ने लगी। इसके बाद उसने सभी गाय-भैंस को बेच दिया। आज के दौर में उसके पास कई महंगी गाड़ियां हैं, लेकिन वह बाइक से अकेले चलना पसंद करता है। बच्चू को घोड़े की सवारी का भी शौक है। दो घोड़े उसके पास हैं।
कई आपराधिक मुकदमे दर्ज
बच्चू यादव के खिलाफ साहिबगंज के तालझारी, मुफस्सिल सहित विभिन्न थानों में एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं। इनमें हत्या, लूट, मारपीट, आर्म्स एक्ट आदि के मामले शामिल हैं। चार भाइयों में बच्चू यादव सबसे छोटा है। सबसे बड़ा रामदरश यादव है। दूसरे स्थान पर गोवर्धन यादव, तीसरे स्थान पर छवि यादव व चौथे स्थान पर बच्चू यादव है। छवि यादव ट्रांसपोर्ट के धंधे में है तो शेष पत्थर के कारोबार में हैं। सकरी इलाके में इनकी मर्जी के बिना पत्ता भी नहीं हिलता है। सकरी गंगा किनारे है। यहां कई घाट हैं। पूर्व में बिना चालान स्टोन चिप्स को बड़े-बड़े नाव से गंगा पार पहुंचाया जाता था। बाद में जहाज के माध्यम से पहुंचाया जाने लगा।
बच्चू यादव के नाम से एक भी खदान नहीं, पर उसके इलाके में पुलिस की भी जाने की नहीं थी हिम्मत
बच्चू यादव की हनक का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सकरी इलाके में छापेमारी से प्रशासनिक व पुलिस पदाधिकारी भी परहेज करते थे। वैसे बच्चू यादव के नाम से एक भी पत्थर खदान व क्रशर नहीं है। उसके पत्थर का कारोबार काला संजय व गोरा संजय नामक भांजा संभालता है। दोनों सकरी में ही रहते हैं। काला संजय मूलत: भागलपुर जिले के पीरपैंती के लकड़ाकोल का तो गोरा संजय सकरीगली का ही रहनेवाला है। बच्चू यादव के दो बेटे हैं। बड़ा बेटा रांची में रहकर पढ़ता है। वह पिछले दिनों जमशेदपुर में आयोजित भाला फेंक प्रतियोगिता में पुरस्कृत किया गया था। बच्चू यादव की छवि क्षेत्र में हीरो की है। वह शिवरात्रि के मौके पर प्रत्येक वर्ष सकरीगली में कुश्ती, घुड़सवारी सहित कई प्रतियोगिताओं का आयोजन कराता है। इसमें बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश आदि राज्यों के पहलवान जमा होते हैं। विजेताओं को पुरस्कृत भी किया जाता है।
बच्चू यादव जी अंदर । अब तो भगवाने मालिक मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के लठैत छे बच्चू भैया— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) August 4, 2022
सांसद निशिकांत दुबे ने कहा- पंकज मिश्रा के लठैत छे बच्चू भैया...
इधर, झारखंड की हेमंत सोरेन पर लगातार हमलावर रहने वाले भाजपा के गोड्डा सांसद डॉक्टर निशिकांत दुबे ने एक बार फिर ट्वीट कर सीएम, उनके विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा और बच्चू यादव पर निशाना साधा है। ट्वीट कर उन्होंने बच्चू यादव को पंकज मिश्रा का लठैत बताया।