बकाया वेतन के लिए परिवार के साथ किया आत्मदाह का प्रयास
बाघमारा : ब्लॉक दो क्षेत्र की पूर्ववर्ती आउटसोर्सिंग कंपनी शैली में बकाया वेतन भुगतान की मां
बाघमारा : ब्लॉक दो क्षेत्र की पूर्ववर्ती आउटसोर्सिंग कंपनी शैली में बकाया वेतन भुगतान की मांग को लेकर रथटांड़ निवासी अख्तर हवारी बुधवार को हाथ में पेट्रोल लेकर सपरिवार आत्मदाह करने प्रखंड कार्यालय पहुंच गया। पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। पूर्व घोषणा के तहत 11:30 बजे अख्तर प्रखंड परिसर में माडा कार्यालय के रास्ते से घुसा। उसके साथ पत्नी शहीदा खातून, तीन बेटियां मुस्कान 14 वर्ष, आसवीन 11 वर्ष तथा रोजी आठ वर्ष थी।
गेट से घुसते ही पुलिस की नजर उस पर पड़ी और जवान दौड़कर उसको पकड़ने लगे। सूचना पाकर एसडीपीओ मनोज कुमार ने थाना पहुंच मामले की जानकारी ली।
- ब्लॉक दो प्रबंधन में किया लिखित समझौता
अख्तर को पकड़ कर थाना लाने के बाद इसकी सूचना थानेदार ने एसडीपीओ मनोज कुमार, सीओ दीप्ति प्रियंका कुजूर तथा ब्लॉक दो जीएम बीके सिन्हा को दिया। एसडीपीओ थाना पहुंचे तथा पीड़ित से पूछताछ कर सीओ तथा ब्लॉक दो प्रबंधन को खबर दी। सीओ तथा ब्लॉक दो के पीएम जे बारा थाना पहुंचे। वहां सीओ तथा एसडीपीओ की मध्यस्थता में वार्ता हुई। वार्ता के बाद समझौता पत्र तैयार किया जिसमें एक महीने 13 दिन तथा 22 दिन का बकाया वेतन व पीएफ की राशि देने पर सहमति बनी। पीएम ने कहा कि शैली कंपनी कार्य छोड़कर यहां से जा चुकी है। उसकी सुरक्षित जमा राशि से मजदूरों का बकाया वेतन व पीएफ के भुगतान को लेकर पहले ही कोयला भवन फाइल भेजी जा चुकी है। उस पर जब तक बोर्ड की बैठक में निर्णय नहीं होता है तब तक भुगतान नहीं किया जा सकता। इस समझौते पर पीड़ित सहमत नहीं था। वह तत्काल भुगतान की बात पर अड़ा रहा। बाद में अधिकारियों ने ब्लॉक दो प्रबंधन से कहा कि जब तक इसका भुगतान नहीं हो जाता है तब तक पीड़ित को किसी प्राइवेट कंपनी में कार्य पर रखा जाए। इसके बाद सहमति बनी तथा पीड़ित अपने घर चला गया। समझौता पत्र पर श्रमिक नेता बलदेव वर्मा तथा डुमरा दक्षिण के मुखिया प्रतिनिधि शैलेंद्र ¨सह ने हस्ताक्षर किये।