DMC के सभी वार्डों में खुलेंगे मोहल्ला क्लीनिक, DMFT से होगी चिकित्सकों की बहाली Dhanbad News
डीएमएफटी फंड से निगम सरकारी स्कूलों का भी कायाकल्प करेगा। इसके लिए दस मध्य विद्यालय और दस हाई स्कूलों का चयन किया गया है।
धनबाद, जेएनएन। धनबाद नगर निगम (DMC) सभी 55 वार्डों में अटल मोहल्ला क्लीनिक खोलने की योजना पर काम कर रहा है। इस योजना पर नगर निगम बोर्ड ने मुहर लगा दी है। फिलहाल चार वार्ड में मोहल्ला क्लीनिक शुरू किया गया है। अगर यह योजना धरातल पर उतर गई तो धनबाद नगर निगम क्षेत्र में बहुत हद तक स्वास्थ्य सेवा की समस्याएं समाप्त हो जाएगी।
नगर निगम बोर्ड की बैठक लगभग छह माह बाद सोमवार को डीआरडीए सभागार में हुई। बैठक बैठक हंगामेदार रही। अधिकतर पार्षदों ने इस बात पर एतराज जताया कि प्रत्येक माह होने वाली बैठक इतनी देर से क्यों हुई। लगभग आधे घंटे तक हंगामा चलता रहा। पार्षदों ने कहा कि पहले पुरानी योजनाओं का ब्यौरा दीजिए, उसके बाद नयी लागू करें। मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल ने सभी को शांत कराया। इसके बाद बिना गतिरोध चली बैठक में एक दर्जन से अधिक प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित हुए। इसमें कई बड़ी योजनाएं भी शामिल थीं, जिसे नगर निगम अपना ड्रीम प्रोजेक्ट मानकर चल रहा है। सबसे अहम तो यह रहा कि स्वयं सहायता समूह से जोड़ते हुए लगभग 30 हजार महिलाओं को रोजगार देने पर सभी की सहमति बनी। डीएमएफटी फंड से उत्पादन सह प्रशिक्षण केंद्र का निर्माण होगा। यहां लक्स, अमूल जैस कंपनियां के उत्पादों का उत्पादन होगा और यही कंपनियां बाजार भी उपलब्ध कराएंगी। उत्पादन सह प्रशिक्षण केंद्र के लिए रेलवे की ओर से छह भवन, मनईटांड़ पुराना स्टेशन के पास 4500 वर्गफीट और एनयूएलएम के तहत पाथरडीह में दस हजार वर्गफीट जगह मिली है। रेलवे की छह जगह पर तीन से चार हजार और सिंदरी में लगभग 22 हजार महिलाओं को रोजगार मिलेगा। यहां स्कूल ड्रेस समेत अन्य सामग्रियों का भी उत्पादन होगा। झरिया से डोमगढ़ और करकेंद से कतरास तक एलईडी लाइटें लगाई जाएंगी। इनपर लगभग सात करोड़ 68 लाख रुपये खर्च होंगे।
हर वार्ड में उज्ज्वला दीदीः हर वार्ड में एक-एक उज्ज्वला दीदी काम करेंगी। उज्ज्वला दीदी वार्ड में अनुश्रवण करेंगी कि किसे उज्ज्वला योजना लाभ मिला और किसे नहीं मिला। यदि नहीं मिला है तो कारणों का पता लगाकर इसका लाभ दिलाना सुनिश्चित करेंगी। इसके लिए सभी पार्षदों से कहा गया कि बैठक कर एक-एक उज्ज्वला दीदी का चयन करें। इसकी सूची नगर निगम को भी भेजें।
20 मध्य व हाई स्कूल बनेंगे स्मार्ट, खर्च होंगे 70 करोड़ः डीएमएफटी फंड से निगम सरकारी स्कूलों का भी कायाकल्प करेगा। इसके लिए दस मध्य विद्यालय और दस हाई स्कूलों का चयन किया गया है। यहां चपरासी से लेकर शिक्षक, भवन, कक्षाएं, बेंच-डेस्क, बिजली-पानी हर चीज की सुविधा उपलब्ध होगी। मेयर ने कहा शहर के बड़े निजी स्कूलों की तर्ज पर इन स्कूलों का विकास किया जाएगा। सभी स्मार्ट कक्षाएं होंगी। डीएमएफटी से पास होते ही इसका टेंडर निकाला जाएगा। मेयर ने यह भी कहा कि जिस वार्ड में इस तरह के स्कूल की जरूरत है, वार्ड पार्षद इसकी सूची दें।
चयनित स्कूल और खर्च होनेवाली राशि
- जिला स्कूल : 15 करोड़
- एसएसएलएनटी बालिका प्लस टू उच्च विद्यालय : सात करोड़
- हाई स्कूल धनबाद : सात करोड़
- हाई स्कूल पुटकी : चार करोड़
- धनबाद प्राणजीवन एकेडमी : छह करोड़
- झरिया एकेडमी झरिया : पांच करोड़
- हाई स्कूल भौंरा : लगभग तीन करोड़
- मजदूर हाई स्कूल सिंदरी : तीन करोड़
- उर्दू उत्क्रमित उवि वासेपुर : दो करोड़
- मध्य विद्यालय भूली : दो करोड़
- मध्य विद्यालय जामडोबा वाटर बोर्ड : दो करोड़
- मध्य विद्यालय भटमुंडा : दो करोड़
- राजेंद्र बालिका उवि : चार करोड़
- जीएनएम प्लस टू उवि : दो करोड़
निगम भ्रष्ट हो गया है, प्राथमिकताओं पर नहीं होता कामः नगर निगम की बोर्ड मीटिंग में जैसे ही चार-पांच योजनाओं की जानकारी दी जाने लगी, कई पार्षद उठकर खड़े हो गए। पहले पार्षद विनायक गुप्ता ने कहा कि पार्षदों की सुनवाई नहीं हो रही है। हम जो प्राथमिकताएं बताते हैं उसके अनुरूप काम नहीं हो रहा है। निगम के कर्मचारी फोन तक रिसीव नहीं करते। भ्रष्ट निगम बन गया है। हर माह बोर्ड की बैठक नहीं होती है, इतने माह में बैठक होगी तो यही समस्या होगी। इस पर मेयर ने कहा कि कोई भी समस्या हो तो मुझे सीधे फोन करें। किसी भी योजना के टेंडर करने से पहले पार्षदों से भी राय ली जाएगी। इसके बाद पार्षक अंकेश राज ने नियमित बोर्ड मीटिंग न होने और पुरानी योजनाएं पेंडिंग रहने पर हंगामा किया। अंकेश ने कहा कि बंद कमरे में योजना बनाई जा रही है। इस पर पार्षद प्रियरंजन ने कहा कि पहले जो योजनाएं सामने हैं उसे पारित करा लीजिए, क्योंकि समय कम है। इतना सुनने के बाद अंकेश राज, देवाशीष पासवान, विनायक गुप्ता और प्रियरंजन में काफी देर तक तीखी बहस होती रही। इन्हें चुप होता न देख कुछ महिला पार्षदों को सामने आना पड़ा, तब जाकर स्थिति सामान्य हुई।
अब हर वार्ड में मोहल्ला क्लीनिकः तीन दिन पहले ही चार जगह मोहल्ला क्लीनिक की शुरुआत की गई। हालांकि अभी यहां चिकित्सक बहाल नहीं हुए हैं, लेकिन बोर्ड बैठक में हर वार्ड में मोहल्ला क्लीनिक बनाने पर चर्चा हुई। मेयर ने सभी वार्ड पार्षदों से ऐसा सरकारी भवन चिह्नित करने को कहा है जहां मोहल्ला क्लीनिक की शुरुआत की जा सके। फिलहाल शुरू किए गए चार मोहल्ला क्लीनिक में अगले एक सप्ताह में चिकित्सक बहाल करने की बात कही। मेयर ने यह भी कहा कि डीएमएफटी फंड से मोहल्ला क्लीनिक के लिए 50 चिकित्सक बहाल किए जाएंगे।
इनपर भी बनी सहमति
- रोड स्वीपिंग मशीनों के रखरखाव पर होने वाला वार्षिक खर्च। तीन बड़ी मशीनों पर दो करोड़ 89 लाख और दो छोटी मशीनों पर एक करोड़ 43 लाख।
- अगले कुछ माह में 20 हजार लाइटें लगेंगी।
- झरिया से डोमगढ़ सिंदरी तक चार करोड़ 15 लाख 31 हजार रुपये में एलईडी लाइटें लगेंगी।
- करकेंद मोड़ से कतरास बाजार तक तीन करोड़ 53 लाख 39 हजार में एलईडी लाइटें लगाई जाएंगी।
- भूतगडिय़ा जीतपुर मोड़ पर चंद्रशेखर आजाद की आदमकद प्रतिमा स्थापित होगी।
- पीएम आवास योजना के तहत 2015-16 से 2018-19 तक के विभिन्न चरणों के 1522 अयोग्य लाभुकों का प्रत्यार्पण कर राज्य मुख्यालय को भेजी जाएगी सूची। वर्ष 2019-20 में 1828 लाभुकों की सूची का अनुमोदन।