Dhanbad Union News: धनबाद कोलियरी कर्मचारी संघ में केंद्रीय कमेटी में फेरबदल होते ही उठने लगे सवाल
भारतीय मजदूर संघ से निबंधित धनबाद कोलियरी कर्मचारी संघ में केंद्रीय कमेटी में फेरबदल होते ही कई कई तरह के चर्चा उठने लगे है। पिछले दिनों बीसीसीएल प्रभारी राजीव रंजन सिंह की उपस्थिति में कार्यसमिति की बैठक में यह मामला उठा था।
जागरण संवाददाता, धनबाद : भारतीय मजदूर संघ से निबंधित धनबाद कोलियरी कर्मचारी संघ में केंद्रीय कमेटी में फेरबदल होते ही कई कई तरह के चर्चा उठने लगे है। पिछले दिनों बीसीसीएल प्रभारी राजीव रंजन सिंह की उपस्थिति में कार्यसमिति की बैठक में यह मामला उठा था। अब पूरा मामले अखिल भारतीय कोयला खदान मजदूर संघ तक पहुंच गया है।
पूर्व सह संगठन मंत्री संजीव श्रीवास्तव ने निवर्तमान महामंत्री व मौजूदा जेबीसीसीआइ सदस्य केपी गुप्ता पर सीधे सावल करते हुए कहा कि पहले कार्यालय के एकमात्र कर्मचारी को वेतन देने तक की राशि नहीं होती थी। जबकि बीसीसीएल में धनबाद कोलियरी सदस्य संख्या आपके कार्यकाल से अधिक थी। केपी गुप्ता जब महामंत्री बने उस समय विरासत में महज छह (06) लाख रुपये का फिक्स डिपाजिट संघ का प्राप्त हुआ था। पांच वर्ष में यह राशि 48 लाख तक पहुंच गई। जबकि कार्यालय में कई काम भी हुए। बीसीसीएल में संघ सदस्यों की संख्या घटी है। श्रीवास्तव ने उपलब्धि का श्रोत बताने व सार्वजनिक करने की मांग रखी है।
महासंघ की बैठक में उठेगा मामला
कार्यसमिति के सदस्यों ने स्पष्ट कहा कि जिस तरह से धनबाद कोलियरी कर्मचारी संघ का पांच साल कार्यकाल रहा है। उसकी गंभीरता से जांच होनी चाहिए। किसी शाखा को कितना शेयर मुख्यालय से दिया गया कम दिया गया तो क्यों, नहीं दिया गया था क्यों नहीं दिया गया। कार्यालय निर्माण में कितना राशि खर्च हुआ है। सारा ब्यौरा की जांच जरूरी है। अखिल भारतीय कोयला खदान मजदूर संघ की बैठक में यह मुद्दों गंभीरता से उठाया जाएगा।
वर्जन
कार्यकर्ताओं का मेहनत का फल है कि इतनी बड़ी राशि जमा हुई है। संगठन में त्याग करने वाले लोगों को कमी नहीं है। लेखा जोखा जरूरत पड़ने पर संघ को उपलब्ध करा दी जाएगी।
-- केपी गुप्ता, जेबीसीसीआइ सदस्य व पूर्व महामंत्री डीसीकेएस
कार्यसमिति की बैठक में वित्त लेखा जोखा के साथ नई कमेटी व कोषाध्यक्ष को प्रभार दिया गया है। पूरा ब्यौरा धनबाद कोलियरी कर्मचारी संघ से मांगा गया है। वित्त स्थिति को लेकर आकलन किया जा रहा है। कार्यसमिति की बैठक में निर्णय लिया जाएगा।
-- राजीव रंजन सिंह , बीसीसीएल प्रभारी, एबीकेएमएस