कमाल का है अंकिता का मॉडल चूल्हा, राष्ट्रीय स्तर पर होगा विकसित
मल्टीपर्पस चूल्हा के जरिए ग्रामीण क्षेत्र में खाना बनाया जा सकता है, पानी भी खुद ब खुद गर्म होगा और डिस्टिल्ड वाटर भी बनता है।
By Edited By: Published: Sat, 16 Feb 2019 07:51 AM (IST)Updated: Sat, 16 Feb 2019 10:52 AM (IST)
धनबाद, जेएनएन। केसी गर्ल्स बालिका उच्च विद्यालय झरिया की नौवीं की छात्रा अंकिता सिंह का मॉडल 'मल्टीपर्पस चूल्हा' राष्ट्रीय स्तर पर विकसित होगा। आइआइटी नई दिल्ली परिसर में 14-15 फरवरी को संपन्न हुए दो दिवसीय इंस्पायर अवार्ड मानक स्कीम के तहत राष्ट्रीय विज्ञान प्रदर्शनी सह प्रोजेक्ट प्रतियोगिता में अंकिता के मॉडल को पुरस्कृत किया गया।
मल्टीपर्पस चूल्हा के जरिए ग्रामीण क्षेत्र में खाना बनाया जा सकता है, पानी भी खुद ब खुद गर्म होगा और डिस्टिल्ड वाटर भी बनता है। गाइड शिक्षिका अर्चना कुमारी का विशेष योगदान रहा। राष्ट्रीय प्रतियोगिता में देश के सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों से कुल 850 प्रोजेक्ट्स प्रदर्शित किए गए। इसमें सैकड़ों जूरी सदस्यों ने गहन मंथन कर मात्र 60 प्रदर्श का चयन किया, जिन्हें समारोह में पुरस्कृत किया गया एवं उनके प्रवर्तनीय वैज्ञानिक सोच को राष्ट्रीय स्तर पर जनोपयोग हेतु विकसित करने का निर्णय लिया गया। झारखंड से कुल 30 प्रोजेक्ट्स प्रस्तुत किए गए। इसमें 3 प्रोजेक्ट्स को चयनित एवं पुरस्कृत किया गया। सिर्फ झारखंड से ही 10 प्रतिशत प्रोजेक्ट का चयन हुआ एवं राष्ट्रीय स्तर पर पांच फीसद अर्थात 60 में 3 पुरस्कार प्राप्त करने वाला झारखंड अग्रणी राज्य रहा है। छात्रों के साथ राज्य से अशोक कुमार शर्मा राज्य नोडल पदाधिकारी, अशोक प्रसाद सिंह टीम लीडर, सतीश कुमार सिंह धनबाद, नूतन कुमारी हजारीबाग, मनु कुमारी रांची, नरेन्द्र कुमार पाडेय लातेहार, सुरजीत कुंडू जमशेदपुर एवं शशिकला जमशेदपुर मार्गदर्शक के तौर पर मौजूद थे।
इन्हें भी मिला पुरस्कारः किरण कुमारी : प्रोजेक्ट स्मार्ट ब्रिज, कक्षा नौवीं उत्क्रमित हाई स्कूल मासमानो लोहरदगा। - हेमंत कुमार पासवान : प्रोजेक्ट कोल एयर पॉल्यूशन, कक्षा 11वीं हाई स्कूल सौंदाडीह रामगढ़।
मल्टीपर्पस चूल्हा के जरिए ग्रामीण क्षेत्र में खाना बनाया जा सकता है, पानी भी खुद ब खुद गर्म होगा और डिस्टिल्ड वाटर भी बनता है। गाइड शिक्षिका अर्चना कुमारी का विशेष योगदान रहा। राष्ट्रीय प्रतियोगिता में देश के सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों से कुल 850 प्रोजेक्ट्स प्रदर्शित किए गए। इसमें सैकड़ों जूरी सदस्यों ने गहन मंथन कर मात्र 60 प्रदर्श का चयन किया, जिन्हें समारोह में पुरस्कृत किया गया एवं उनके प्रवर्तनीय वैज्ञानिक सोच को राष्ट्रीय स्तर पर जनोपयोग हेतु विकसित करने का निर्णय लिया गया। झारखंड से कुल 30 प्रोजेक्ट्स प्रस्तुत किए गए। इसमें 3 प्रोजेक्ट्स को चयनित एवं पुरस्कृत किया गया। सिर्फ झारखंड से ही 10 प्रतिशत प्रोजेक्ट का चयन हुआ एवं राष्ट्रीय स्तर पर पांच फीसद अर्थात 60 में 3 पुरस्कार प्राप्त करने वाला झारखंड अग्रणी राज्य रहा है। छात्रों के साथ राज्य से अशोक कुमार शर्मा राज्य नोडल पदाधिकारी, अशोक प्रसाद सिंह टीम लीडर, सतीश कुमार सिंह धनबाद, नूतन कुमारी हजारीबाग, मनु कुमारी रांची, नरेन्द्र कुमार पाडेय लातेहार, सुरजीत कुंडू जमशेदपुर एवं शशिकला जमशेदपुर मार्गदर्शक के तौर पर मौजूद थे।
इन्हें भी मिला पुरस्कारः किरण कुमारी : प्रोजेक्ट स्मार्ट ब्रिज, कक्षा नौवीं उत्क्रमित हाई स्कूल मासमानो लोहरदगा। - हेमंत कुमार पासवान : प्रोजेक्ट कोल एयर पॉल्यूशन, कक्षा 11वीं हाई स्कूल सौंदाडीह रामगढ़।
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