रातो रात अमीर बनने के सपनों ने रेडीमेड के थोक विक्रेता से अमित को बना दिया 'रंगदार', अब खा रहा जेल की हवा Dhanbad News
फहीम के नाम पर धनबाद के चार व्यवसायियों से 52 लाख रुपये रंगदारी मांगने वाला अमित रातो रात अमीर बनने का सपना देखता था। अमित ने अपने फर्द बयान धनबाद पुलिस से यह बात कही है।
धनबाद, जेएनएन। वासेपुर के गैंगेस्टर फहीम खान के नाम पर धनबाद के चार व्यवसायियों से 52 लाख रुपये रंगदारी मांगने वाला अमित रातो रात अमीर बनने का सपना देखता था। उसी सपना को साकार करने के चक्कर में वह जयपुर जेल की हवा खा रहा है। अमित से पूछताछ करने जयपुर गई धनबाद पुलिस के सामने उसने कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं, जिसमें अमित ने पुलिस को अपने कारोबार और सपने के बारे में भी बताया है।
बिहार के पटना का रहने वाला अमित सिंह दिल्ली में रेडीमेड कपड़े का कारोबार करता था। वह दिल्ली से रेडीमेड कपड़े के लॉट का माल उठाकर लखनऊ ले जा कर बेचता था। एक दिन वह रातो रात अमीर बनने का सपना देखा और उसी सपने को साकार करने की कोशिश में जुट गया। अमित के दिमाग में शैतानियां जागी और उसने दिल्ली के चोर बाजार से दो मोबाइल चोरी के खरीदे। इसके बाद वह यूट्यूब में कुछ वीडियो देखें और फिर लोगों से रंगदारी वसूलने का तरीका अपनाया।
ट्रेन में थी रंगदारी के रुपये वसूलने की प्लानिंग : सबसे पहले वह चोरी के उस मोबाइल से जयपुर के एक बड़े व्यापारी विनय गोधा को मैसेज कर दो करोड़ रुपये रंगदारी मांगी। इसके बाद धनबाद के चार व्यवसायियों को भी मैसेज किया। चुकी वह कपड़े के कारोबार में अक्सर ट्रेन से सफर करता था, इसलिए फिरौती की रकम भी वह गोधा से ट्रेन में ही वसूलने की प्लानिंग की।
अखबार के ईपेपर में खबर देख तोड़ा सिमकार्ड : वहीं झरिया, पुराना बाजार, धनसार तथा सरायढेला के व्यवसायी से फहीम खान के नाम पर 52 लाख रुपये रंगदारी मांगे। अमित को यकीन था कि कोई ना कोई व्यवसायी डर कर उसे रंगदारी की रकम जरूर पहुंचा देगा। इधर, धनबाद में फहीम के नाम पर रंगदारी मांगने के मामले में पुलिस ने अनुसंधान शुरू किया। रंगदारी मांगे जाने वाले नंबर के मोबाइल धारक का पता लगाने के लिए पुलिस दिल्ली गई। यह खबर धनबाद के अखबार में ईपेपर में देखा तो उसने चोरी के दोनों मोबाइल का सिमकार्ड तोड़ कर फेंक दिया।
ईएमआई नंबर से हुआ खुलासा : हालांकि, जयपुर में उसकी गिरफ्तारी के बाद धनबाद पुलिस के हाथ भी उसके गर्दन तक पहुंच गए। अमित के मोबाइल के ईएमआई नंबर से पता चल गया कि शहर के व्यवसायियों से उसके जब्त मोबाइल से रंगदारी मांगी गई थी। जयपुर में पूछताछ के दौरान पूरी कहानी अमित ने धनबाद पुलिस को बताई है। पुलिस अमित का फर्द बयान लेकर धनबाद लौट रही है।