All India Roti Bank से पुरस्कृत होने पर धनबाद की प्रियंका गदगद, बोलीं-सेवा के लिए पैसे की जरूरत नहीं होती
प्रियंका रंजन भारतीय जनता युवा मोर्चा की प्रदेश प्रवक्ता हैं। वे इंटरनेट मीडिया पर भी काफी सक्रिय रहती हैं और पीएम मोदी भी उन्हों फालो कर चुके हैं। आल इंडिया रोटी बैंक ने कोरोना के दौरान बेहतर कार्य के लिए पुरस्कृत किया है।
जागरण संवाददाता, धनबाद। वाराणसी की संस्था आल इंडिया रोटी बैंक ट्रस्ट ने धनबाद की प्रियंका रंजन को कोरोना काल में बेहतर कार्य के लिए कोरोना योद्धा बताया है। ट्रस्ट ने उन्हें सर्टिफिकेट आफ अप्रेसिएशन देकर पुरस्कृत भी किया है। प्रियंका रंजन ने स्वयं अपने ट्विटर हैंडल पर इसकी जानकारी शेयर करते हुए लिखा कि सेवा के लिए पैसे की जरूरत नहीं होती, जरूरत है अपना संकुचित जीवन छोड़ने की, गरीबों से एकरूप होने की। सेवा मार्ग भक्तिमार्ग से भी ऊंचा होता है। दिल से आभार आल इंडिया रोटी बैंक का कि आपने मेरे प्रयासों को सराहा। उन्होंने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या, धर्मपाल सिंह व किसलय तिवारी को भी यह शेयर किया है।
सेवा के लिए पैसे की जरूरत नहीं होती, जरूरत है अपना संकुचित जीवन छोड़ने की, गरीबों से एकरूप होने की। सेवामार्ग भक्तिमार्ग से भी ऊँचा होता है।
दिल से आभार "ALL INDIA ROTI BANK TRUST " का की आपने मेरे प्रयासों को सराहा।@smritiirani @Tejasvi_Surya@idharampalsingh @kislay_official pic.twitter.com/HzYXzvrWiW— Pr!y@nK@ R@nJ@n (@priyanka4nation) July 5, 2021
काैन है प्रियंका रंजन
प्रियंका रंजन भारतीय जनता युवा मोर्चा की प्रदेश प्रवक्ता हैं। वे इंटरनेट मीडिया पर भी काफी सक्रिय रहती हैं और पीएम मोदी भी उन्हों फालो कर चुके हैं। प्रियंका ने बताया कि आल इंडिया रोटी बैंक ने हाल ही में कोरोना के दौरान बेहतर कार्य करने वालों को पुरस्कृत करने की योजना बनाई थी। इसके लिए कार्यों का ब्योरा मांगा गया था। उन्होंने भेजा भी था। इसके बाद उन्हें यह पुरस्कार प्राप्त हुआ। बैंक के को फाउंडर रौशन कुमार पटेल ने उन्हें यह सर्टिफिकेट भेजा है।
यह काम किया था
प्रियंका ने बताया कि उन्होंने कोरोना की दूसरी लहर के दौरान भाजयुमो झारखंड के साथ मिलकर 500 लोगों तक भोजन, दो सौ लोगों को वेंटिलेटर, आक्सीजन सिलेंडर, रेमदेसिविर, हॉस्पिटल में बेड आदि उपलब्ध कराने में सहयोग किया था। मवेशियों का ख्याल रखते हुए उन्हें चारा उपलब्ध कराया। आम लोगों के बीच मास्क, सैनिटाइजर, वितरण कराया गया। कोरोना पीड़ित 50 से अधिक लोगों के घर खाना पहुंचाया गया। 60 के करीब लोगों का पूरे प्रदेश में कोरोना से ठीक होने पर प्लाज्मा दान के लिए प्रेरित किया गया।