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Jharkhand Assembly में पहुंचने के लिए प्लान B पर मंथन कर रहे आजसू प्रमुख, तीन सीटों पर नजर Dhanbad News

आजसू प्रमुख ने भाजपा के साथ गठबंधन कर 2014 में सिल्ली विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था। झामुमो के अमित महतो के हाथों सुदेश को हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद उपचुनाव भी हार गए।

By MritunjayEdited By: Published: Sun, 29 Sep 2019 11:27 AM (IST)Updated: Mon, 30 Sep 2019 10:06 AM (IST)
Jharkhand Assembly में पहुंचने के लिए प्लान B पर मंथन कर रहे आजसू प्रमुख, तीन सीटों पर नजर Dhanbad News
Jharkhand Assembly में पहुंचने के लिए प्लान B पर मंथन कर रहे आजसू प्रमुख, तीन सीटों पर नजर Dhanbad News

धनबाद, जेएनएन। Jharkhand Assembly Election-2019 की तैयारी में पक्ष-पक्ष के सभी राजनीतिक दल जोर-शोर से लगे हैं। इस मामले में सत्ताधारी भाजपा की सहयोगी आजसू पार्टी (AJSU Party) भी पीछे नहीं है। भाजपा से गठबंधन की उम्मीद में आजसू प्रमुख सुदेश महतो चिह्नित विधानसभा क्षेत्रों में लगातार मेहनत कर रहे हैं। लेकिन, उनकी असली चिंता खुद के लिए एक सुरक्षित विधानसभा क्षेत्र की तलाश है, जहां से वह चुनाव लड़कर झारखंड विधानसभा में पहुंच सके।

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AJSU Party प्रमुख ने भाजपा के साथ गठबंधन कर 2014 में सिल्ली विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था। झामुमो के अमित महतो के हाथों सुदेश को हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद उप चुनाव में भी अमित महतो की पत्नी के हाथों सुदेश महतो को करारी हार मिली। अब जब विधानसभा चुनाव नवंबर-दिसंबर महीने में होना है, तैयारी के लिए बहुत कम समय रह गया है। ऐसे में सुदेश महतो विधानसभा चुनाव में सुनिश्चित जीत के लिए प्लान-B पर काम कर रहे हैं। प्लान- A पहले से तय है। यह जगजाहिर है। महतो सिल्ली विधानसभा क्षेत्र से साल 2000, 2005 और 2009 में विधानसभा का चुनाव जीत चुके हैं। इस बार भी सिल्ली में पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ने की तैयारी है। वह 2014 में अति आत्मविश्वास के कारण चुनाव हार गए थे।

आजसू सूत्रों के अनुसार सुदेश महतो प्लान- B पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं। यह प्लान है-सिल्ली के साथ-साथ किसी एक और विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ना। इसके लिए सुदेश की तीन विधानसभा क्षेत्रों पर नजर है-टुंडी, सिंदरी और डुमरी। इन तीनों विधानसभा क्षेत्रों में कुर्मी जाति निर्णायक है। महतो की झारखंड में कुर्मी जाति के प्रमुख चेहरों में गिनती होती है। तीनों क्षेत्रों का समीकरण महतो के पक्ष में जा रहा है। टुंडी पर फिलहाल आजसू पार्टी का ही कब्जा है। राजकिशोर महतो विधायक हैं। सिंदरी से भाजपा के फूलचंद मंडल विधायक हैं। झारखंड में कुर्मी जाति के बड़े नेता और शिक्षाविद् रहे दिवंग्त विनोद बिहारी महतो का सिंदरी विधानसभा क्षेत्र में ही जन्मस्थल है। जबकि डुमरी विधानसभा क्षेत्र से झामुमो के जगरनाथ महतो विधायक हैं। लोकसभा चुनाव के दाैरान जगरनाथ महतो महागठबंधन के प्रत्याशी के रूप में गिरिडीह से चुनाव लड़ रहे थे। वे अपने ही विधानसभा क्षेत्र डुमरी में करीब एक लाख मतों के अंतर से पिछड़ गए। इस तथ्य को लेकर सुदेश महतो काफी उत्साहित हैं।

जानकार सूत्रों के अनुसार आजसू प्रमुख टुंडी, सिंदरी और डुमरी विधानसभा क्षेत्र में अपनी संभावना को लेकर आंतरिक सर्वे करवा रहे हैं। वे पार्टी के नेताओं और प्रमुख कार्यकर्ताओं से फीडबैक भी प्राप्त कर रहे हैं। पूरी कवायद यह है कि तीनों विधानसभा क्षेत्रों में सबसे मुफीद काैन है ? पूरी तरह से संतुष्ठ होने के बाद ही सुदेश महतो निर्णय लेंगे। दो विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा जाय या नहीं? लड़ा जाय तो वह दूसरी विधानसभा क्षेत्र कौन होगी ?


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