Jharkhand: पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर पर गरजे बादल, कहा-बीज वितरण घोटाले की होगी उच्च स्तरीय जांच
फसल का नुकसान होने पर किसानों को क्षतिपूर्ति राशि दी जाएगी। राज्य सरकार ने एक सौ यूनिट तक खपत होने पर बिजली बिल माफ करने की योजना तैयार कर ली है।
दुमका, जेएनएन। झारखंड के कृषि मंत्री एवं सहकारिता मंत्री बादल पत्रलेख पूर्व की रघुवर दास सरकार में कथित रूप से बीच वितरण घोटाला को लेकर जमकर गरजे और बरसे हैं। उन्होंने कहा है कि रघुवर राज में बीज वितरण में घोटाला हुआ। किसानों को नकली बीज देने की बात सामने आ रही है। इसकी उच्चस्तरीय जांच होगी और इस घोटाले में शामिल लोगों से पाई-पाई वसूली जाएगी। साथ ही दो हजार करोड़ का कृषि ऋण माफ करने की भी घोषणा की है।
कृषि एवं सहकारिता मंत्री बादल पत्रलेख सोमवार को दुमका के सरैयाहाट एवं हंसडीहा लैंपस आए। उन्होंने किसानों के बीच बीज वितरण किया। साथ ही कई सरकारी रियायतों का भी एलान किया। उन्होंने कहा कि दो हजार करोड़ का कृषि ऋण माफ होगा। जल्द ही अधिसूचना निकल जाएगी। बादल बोले- झारखंड में अति या अनावृष्टि के कारण फसलों को नुकसान होता रहा है। सरकार ने एक ट्रस्ट बनाया है जिसे 100 करोड़ रुपये दिए गए हैं। अब फसल का नुकसान होने पर इसी ट्रस्ट से किसानों को क्षतिपूर्ति राशि दी जाएगी। यह भी कहा कि राज्य सरकार ने एक सौ यूनिट तक खपत होने पर बिजली बिल माफ करने की योजना तैयार कर ली है। जल्द ही इसे भी लागू किया जाएगा।
बादल ने कहा कि राज्य के किसानों में बीज वितरण के लिए कैलेंडर तैयार किया जा रहा है। अगले साल से मई के दूसरे से चौथे सप्ताह के बीच धान के बीजों का वितरण हो जाएगा। किसानों को राज्य सरकार और राहत देना चाहती है। दिक्कत है कि जीएसटी के कारण सारा राजस्व भारत सरकार को जा रहा है। बार-बार मांगने पर भी झारखंड को विशेष आर्थिक पैकेज नहीं दिया जा रहा। इधर पोड़ैयाहाट के विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि राज्य सरकार के काम धीरे-धीरे जमीन पर दिखने लगे हैं। निकट भविष्य में लोगों को कई तरह की रियायतें मिलेंगी। सरैयाहाट में बंद कोल्ड स्टोरेज को जल्द चालू किया जाएगा। ग्रामीण पेयजलापूॢत योजना भी जल्द शुरू होगी। उन्होंने दुमका जिले के बनियारा एवं कोरदाहा लैंपस में बीज बांटा।