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Agricultural Bill 2020: झारखंड में नहीं लागू होगा नया कृषि कानून, प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष ने की घोषणा

इरफान अंसारी ने कहा कि भाजपा ने बाबूलाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष के तौर पर प्रोजेक्ट किया लेकिन बाबूलाल तो भाजपा के हैं ही नहीं। उन्होंने जेवीएम से चुनाव लड़ा और जीते। उनको नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए उसके बाद भाजपा ज्वाइन करें।

By MritunjayEdited By: Published: Fri, 25 Sep 2020 06:27 PM (IST)Updated: Fri, 25 Sep 2020 06:27 PM (IST)
Agricultural Bill 2020: झारखंड में नहीं लागू होगा नया कृषि कानून, प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष ने की घोषणा
धनबाद सर्किट हाउस में पीसी करते झारखंड प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष इरफान अंसारी। साथ में विधायक पूर्णिमा सिंह।

धनबाद, जेएनएन। भाजपा की नीतियों एवं कृषि सुधार विधेयक 2020 के खिलाफ कांग्रेस अब आर-पार की लड़ाई लड़ेगी। किसानों में जबरदस्त आक्रोश है। कांग्रेस किसान हितैषी रही है और किसानों के हित में काम करेगी। कॉर्पोरेट घराने को लाभ पहुंचाने की भाजपा की नीति सफल नहीं होने दी जाएगी। राज्य हमारा, सरकार हमारी, कानून और अध्यादेश भी हमारा ही होगा। झारखंड में कृषि बिल और किसी भी तरह का अध्यादेश लागू नहीं किया जाएगा। यह बात शुक्रवार को जिला परिषद के गेस्ट हाउस में आयोजित पत्रकार वार्ता में झारखंड कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. इरफान अंसारी ने कही। उनके साथ झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह और कांग्रेस जिला अध्यक्ष बृजेंद्र प्रसाद सिंह भी मौजूद थे।

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डॉ. इरफान अंसारी ने कहा कि भाजपा ने पहले रेल बेचा, हवाई जहाज बेच दिया, यहां तक कि बीएसएनल और एलआईसी तक को बेच डाला और अब किसानों को बेचा जा रहा है। किसान हैं तो जिला, राज्य और देश है। कांग्रेस किसानों के साथ खड़ी है। भाजपा की अडानी और अंबानी को लाभ पहुंचाने की नीति का विरोध करती है। जिले भर में केंद्र का पुतला दहन कार्यक्रम होगा। इसकी शुरुआत हो चुकी है। एक एक किसान तक पहुंचने का काम कांग्रेस करेगी। 28 को राजभवन जाकर राज्यपाल से मुलाकात कर इस विधेयक के बारे में चर्चा होगी। दो अक्टूबर गांधी जयंती के दिन से प्रखंड स्तर पर प्रदर्शन होगा। मौके पर कांग्रेस के जिला कार्यकारी अध्यक्ष रविंद्र वर्मा, योगेंद्र सिंह योगी, मनोज यादव, पप्पू तिवारी, सूरज सिंह आदि मौजूद थे।

भारी बहुमत से जीतेंगे बेरमो और दुमका का उपचुनाव

बेरमो और दुमका में होने वाले उपचुनाव पर डॉ इरफान अंसारी ने कहा कि हम भारी बहुमत से चुनाव जीतेंगे। भाजपा ने जमीन बेचते बेचते अपनी जमीन ही खो दी है। अब यहां कोई भी चेहरा नहीं रहा जो चुनाव लड़ सके और जीत सके। झारखंड में अब कभी भी भाजपा दोबारा सत्ता में नहीं हो पाएगी। भाजपा ने लोगों को सिर्फ दर्द दिया है, कांग्रेस दवा देगी। भाजपा शासनकाल में सिर्फ लोकतंत्र की हत्या हो रही है। जिस तरह से झारखंड में भाजपा सत्ता से बाहर हो गई, बिहार चुनाव में भी यही देखने को मिलेगा।

बाबूलाल को नैतिकता के आधार पर दे देना चाहिए इस्तीफा

इरफान अंसारी ने कहा कि भाजपा ने बाबूलाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष के तौर पर प्रोजेक्ट किया, लेकिन बाबूलाल तो भाजपा के हैं ही नहीं। उन्होंने जेवीएम से चुनाव लड़ा और जीते। उनको नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए, उसके बाद भाजपा ज्वाइन करें। भाजपा के पास अब कोई चेहरा नहीं रह गया है। इसीलिए दूसरी पार्टी से आए नेताओं को आगे कर रही है। जेवीएम से टूटकर सरकार में शामिल हुए प्रदीप यादव और बंधु तिर्की के बारे में पूछने पर कहा कि उन दोनों को भी हम लोग निर्दलीय ही मानते हैं। कांग्रेस ने मान्यता नहीं दी है, हालांकि दोनों कांग्रेस को समर्थन करते हैं।

न किसान संगठन और ना ही किसानों से ली गई राय : पूर्णिमा

झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह ने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य तय होना चाहिए। इससे अधिक अगर केंद्र सरकार देती है तो यह और अच्छी बात है। एमएसपी पर अभी तक केंद्र का रुख सिर्फ मौखिक है, लिखित रूप से कुछ भी नहीं किया गया है। 1955 में भी कांग्रेस किसानों के हित की बात करते हुए जमाखोरों के खिलाफ बिल लाई थी और अब फिर से भाजपा जमाखोरों को फायदा पहुंचाने की कोशिश कर रही है। देश में 86 फीसद किसानों के पास 5 एकड़ और लगभग 60 फीसद किसानों के पास 2 एकड़ से भी कम जमीन है। किसानों के पास न तो खाद्यान्न जमा करने के लिए स्टोरेज है और ना ही बाजार, जहां पर वह बिक्री कर सकें। ऐसे में इस बिल का कोई औचित्य नहीं। हमारी गवर्नमेंट ने लैंड म्यूटेशन बिल के विरोध के बाद सबकी सहमति से सुधार करते हुए लागू करने का फैसला लिया, लेकिन कृषि सुधार विधेयक के लिए सिर्फ मनमानी की गई। किसी से भी संवाद नहीं किया गया। देशभर में किसानों के 250 से अधिक संगठन हैं, 40 करोड़ किसान हैं। इस विधेयक को लागू करने से पहले न तो संगठन और ना ही किसानों से बात की गई।


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