Move to Jagran APP

कृषि मेला का आकर्षण बना हरियाणवी 'टाइगर', 1.5 फीट की मूली और 15 किलो की बंदगोभी की हुई सराहना Dhanbad News

विवेक ने बताया कि तीन साल पहले उनके पिता ने इसे खरीद कर लाये थे। इसकी ऊंचाई 4 फिट लंबाई 5.5 फिट और वजन करीब 85 किलो है। मेला में इसे देखने के लिए काफी भीड़ लग गई थी।

By Sagar SinghEdited By: Published: Tue, 25 Feb 2020 07:42 PM (IST)Updated: Tue, 25 Feb 2020 07:43 PM (IST)
कृषि मेला का आकर्षण बना हरियाणवी 'टाइगर', 1.5 फीट की मूली और 15 किलो की बंदगोभी की हुई सराहना Dhanbad News
कृषि मेला का आकर्षण बना हरियाणवी 'टाइगर', 1.5 फीट की मूली और 15 किलो की बंदगोभी की हुई सराहना Dhanbad News

धनबाद, जेएनएन। यह न तो सलमान खान है और न ही जंगल का राजा शेर है, फिर भी इसकी डिमांड भरपूर है। लोग इसे देखने के बाद छूने के लिए संघर्ष करने नजर आये, वो भी दूर से ही। बस यह अपने मालिक विवेक की बात मानता है। उसके ही इशारों पर घूमता है। ये कोई और नहीं बल्कि हरियाणवी प्रजाति का बकरा है और इसका नाम टाइगर है। कहलडीह धोकरा के रहने वाला विवेक कुमार महतो इसे दिखाने के लिए जिला परिषद मैदान में लगे कृषि मेला में लाया था।

loksabha election banner

विवेक ने बताया कि तीन साल पहले उनके पिता ने इसे खरीद कर लाये थे। वर्तमान में इसकी ऊंचाई  4 फिट, लंबाई 5.5 फिट और वजन करीब 85 किलो है। मेला में इसे देखने के लिए काफी भीड़ लग गई थी। जो लोग भी इसे देखते इसकी प्रजाति के बारे में जरूर पूछते। शरीर से भारी भरकम यह बकरा वैसे तो किसी के वश में नहीं आ रहा था, लेकिन विवेक के इशारों पर जरुर घूमने लगता था। 

मूली और बंदागोभी भी रहा आकर्षण का केंद्र : कृषि मेला में विभिन्न प्रकार के कृषि उत्पाद को जिले भर से शामिल किया गया था। विशेष कर मूली, कद्दू, कोहड़ा और बंदगोभी सभी को अपनी ओर आकर्षित करने में कामयाब रही। तीन इंच मोटी और 1.5 फीट लंबी मूली लोग के बीच आकर्षण का केंद्र रही, वहीं 15 किलो की बंदगोभी को भी लोगों ने खूब देखा और सराहा। इसी प्रकार से उन्नत फसलों में आलू, नींबू, मिर्च, सेम, ब्रोकली, टमाटर, फूलगोभी, बैगन, गाजर, मटर, अरहर, फेंचवीन, कोहड़ा समेत मछली, बकारा, मुर्गा आदि की भी प्रदर्शनी लगायी गई थी। बेहतर उत्पाद का प्रदर्शन करने वाले किसानों को सम्मानित भी किया गया। 

ब्लैक राइस का भी हुआ प्रदर्शन : मेला में विभिन्न प्रकार के चावलों को कृषि विज्ञान केंद्र की ओर से प्रदर्शित किया गया था। यह पहली बार था कि शूगर फ्री ब्लैक राशि को प्रदर्शित किया गया। इस संबंध में वैज्ञानिक डॉ. आदर्श श्रीवास्तव ने बताया कि पहले चरण में धनबाद जिला के निरसा, पलानी व आंखद्वार में इसकी खेती की गई है। एक हेक्टेयर में 15 क्विंटल फसल किसानों ने प्राप्त की है। बाजार में इस ब्लैक राइस की कीमत 150 रुपये किलो के आसपास है। 

गोताखोरों को चेक, किसान को पंप सेट : कृषि मेला के दौरान मत्स्य विभाग ने 25 गोताखोरों को 600-600 रुपये का चेक दिया। वहीं किसानों को पंप सेट प्रदान किया गया। यह चेक और समान सांसद पशुपतिनाथ सिंह ने प्रदान किया। इस दौरान किसानों को प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन, बीज विनियम एवं वितरण समेत तमाम योजनाओं की जानकारी इस मेला में दी गई। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.