गाजर-मूली से कोहरा-शलजम तक के उत्कृष्ट उत्पादों ने डाला हैरत में
मधुमक्खी पालन, बकरी पालन, मुर्गी पालन से संबंधित भी योजनाएं हैं, जिनके माध्यम से किसान समृद्ध बन सकते हैं।
धनबाद, जेएनएन। कृषि विकास मेला के माध्यम से एक ही मंच पर सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी जा सकती है। किसानों को प्रोत्साहित भी किया जाता है। किसानों को उन्नत तकनीक की जानकारी देने के लिए सरकार ने उन्हें इजरायल भेजा। कृषि विकास केंद्र लगातार नई तकनीकों पर काम कर रहा है, जो किसानों के लिए फायदेमंद है। यह बातें उपविकास आयुक्त शशि रंजन ने मंगलवार को जिला परिषद मैदान में किसान मेला सह प्रदर्शनी समारोह को संबोधित करते हुए कहीं।
उन्होंने कहा कि विभाग के पास मधुमक्खी पालन, बकरी पालन, मुर्गी पालन से संबंधित भी योजनाएं हैं, जिनके माध्यम से किसान समृद्ध बन सकते हैं। जिला बीस सूत्री के उपाध्यक्ष इंद्रजीत महतो ने राज्य सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं के बारे में बताया, जिसका लाभ किसान ले सकते हैं। मेला सह प्रदर्शनी में पूरे जिले से 765 किसानों ने अपने प्रदर्श के साथ निबंधन कराया था। इनमें मूली, केला, गाजर, बैंगन, टमाटर, कद्दू, कोहड़ा, लौकी, नींबू, कटहल, ओल, प्याज, आलू, गोभी, ब्रोकली, गेहूं, सरसो, मटर, शलजम, अमरूद, सेम, पपीता, केला समेत अन्य फसल को शामिल किया गया था। इस मौके पर उपस्थित जिला कृषि पदाधिकारी असीम रंजन एक्का ने बताया कि पहले प्रखंड स्तर पर प्रदर्शनी का आयोजन किया गया और इसके बाद अब जिला स्तर पर। प्रदर्शनी के माध्यम से किसानों को तकनीक की जानकारी दी गई, साथ ही प्रोत्साहित करने के लिए पुरस्कार भी दिया गया।
जिले के किसानों ने उन्नत व तकनीक आधारित खेती आरंभ कर दी है। इसी का परिणाम है कि कृषि उत्पादन व फसल की गुणवत्ता में काफी सुधार हुआ है। इसका एक नजारा मंगलवार को जिला परिषद मैदान में देखने को मिला। मौका था जिला कृषि विभाग व आत्मा की ओर से किसान मेला सह प्रदर्शनी के आयोजन का। इसमें जिले भर से आए कृषकों ने भाग लिया।
प्रदर्शनी में किसान गेहूं, चना, मूली, गाजर, गोभी, कद्दू, कोहड़ा, शलजम, मटर, गन्ना, आलू, टमाटर, अमरूद, मिर्च, बैंगन, केला, शिमला मिर्च, पपीता, अमरूद, बैर, विभिन्न प्रकार के फूल समेत तमाम फसल लेकर पहुंचे थे। इनके आकार व प्रकार हैरत में डालने वाला था। मेला के लिए आत्मा की ओर से 20 स्टॉल लगाए गए थे। जहां किसान और उनकी फसल का निबंधन करने के बाद प्रदर्शनी में रखा गया। प्रदर्शनी में पशुपालन एवं मत्स्य विभाग की ओर से भी अपने कार्यों को प्रदर्शित किया गया। प्रदर्शनी का उद्घाटन उपायुक्त ए दोड्डे ने किया और किसानों को उनकी भागीदारी के लिए बधाई भी दी।