Jumbo Attack In Giridih: घायल महिला ने इलाज के दाैरान तोड़ा दम, मृतकों की संख्या हुई पांच
गिरिडीह में झुंड से बिछड़े दो हाथी पीरटांड़ इलाके में जमकर तबाही मचा रहे हैं। इनके हमले में घायल महिला ने रविवार को इलाज के दाैरान दम तोड़ दिया। इसके साथ ही हाथी द्वारा कुचले जाने से मरने वालों की संख्या पांच हो गई है।
जागरण संवाददाता, गिरिडीह। हाथी के हमले से बुरी तरह से जख्मी 20 वर्षिय महिला खुशबूु देवी की रविवार की सुबह यहां इलाज के दौरान सदर अस्पताल में मौत हो गई। उसकी मौत से स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। भाकपा माले नेता राजेश सिन्हा ने सदर अस्पताल पहुंचकर जिला प्रशासन से पीड़ित स्वजनों को सरकारी सहायता दत्काल दिलाने की मांग की है। इधर मुफस्सिल थाना पुलिस भी सदर अस्पताल पहुंच गई है। शव का पोस्टमार्टम कराने की तैयारी की जा रही है। खुशबू देवी की मौत के साथ ही गिरिडीह जिले में पिछले दो दिनों में हाथी के हमले से मृतकों की संख्या पांच तक पहुंच गई है। खुशबू देवी के अलावा मृतकों में सरिया के दो, पीरटांड़ व डुमरी के एक-एक लोग शामिल हैं।
विदित हो कि झुंड से बिछड़े दो हाथी पीरटांड़ इलाके में जमकर तबाही मचा रहे हैं। शनिवार शाम करीब सात बजे दुर्गा पूजा का मेला देखकर वापस लौटी महिला 20 वर्षीय खुशबू देवी को हाथी ने उसके घर के दरवाजे पर ही निशाना बना लिया था। महिला दरवाजे पर खड़ी थी। तभी हाथी ने महिला को पटक कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। शोर मचाने पर स्थानीय लोग पहुंचे और घायल महिला को इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा था। खुशबू देवी मुफ्फसिल थाना क्षेत्र अंतर्गत चुमलो गांव के खेसमी टोला की रहने वाली थी। उसके पति विकास तुरी ने घटना की जानकारी स्थानीय झामुमो कार्यकर्ताओं को दी थी। झामुमो कार्यकर्ताओं ने इसकी जानकारी विधायक सुदिव्य कुमार सोनू को दी थी। सोनू ने सदर अस्पताल प्रबंधन को अलर्ट रहने का निर्देश दिया था। विधायक के निर्देश पर सदर अस्पताल में डाक्टरों की टीम पहले से मुस्तैद थी। महिला के पहुंचते ही इलाज शुरू हो गया था। बावजूद उसे नहीं बचाया जा सका था। खुशबू को निशाना बनाने के बाद हाथी ने कोल्हर टोला निवासी देवकी सिंह व मदन सिंह के मनरेगा के तहत लगे आम बागवानी में घुसकर उसे क्षतिग्रस्त कर दिया था। वहीं गांव के बगल खेत में शौच को बैठे एक व्यक्ति बाल बाल बच गए थे। हाथी उसे मारने के लिए जैसे ही आगे बढ़ा था वह दौड़कर दलदल खेत में कूद दिया। दलदल खेत देखकर हाथी वापस लौट गया था। अंधेरे में खेत में कूदने से उक्त व्यक्ति को भी चोटें आई थी। ग्रामीणों के शोर शराबा करने पर हाथी आगे निकल गया था।