अपर मुख्य सचिव के दौरे के बाद से खौफ में धनबाद के स्वास्थ्य अधिकारी, कहा- पूजा पंडालों में करना होगा टीकाकरण
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह के धनबाद दौरे और दिए गए निर्देश के बाद से धनबाद सहित राज्य के दूसरे तमाम जिलों के स्वास्थ्य अधिकारियों के होश उड़े हुए हैं। दरअसल सचिव ने सभी पूजा पंडालों में टीकाकरण कैंप लगाने का निर्देश दिया है।
जागरण संवाददाता, धनबाद: स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह के धनबाद दौरे और दिए गए निर्देश के बाद से धनबाद सहित राज्य के दूसरे तमाम जिलों के स्वास्थ्य अधिकारियों के होश उड़े हुए हैं। दरअसल सचिव ने सभी पूजा पंडालों में टीकाकरण कैंप लगाने का निर्देश दिया है। यहां आने वाले श्रद्धालुओं को टीकाकरण से जोड़ने को कहा गया है, लेकिन अब यही निर्देश स्वास्थ विभाग के अधिकारियों के लिए गले की फांस बन रहा है।
दरअसल विभाग के पास इतने कर्मचारी नहीं है कि सभी पूजा पंडालों में टीकाकरण केंद्र बनाया जाए। यही नहीं, 7 अक्टूबर को सचिव सभी जिलों के सिविल सर्जन के साथ बैठक करके इसकी समीक्षा करेंगे। जिन जिलों में पूजा पंडालों में टीकाकरण नहीं हो पाएगा, वैसे अधिकारियों पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है। सचिव के निर्देश के बाद अधिकारियों के हाथ पांव फूले हुए हैं। विभागीय अधिकारियों का कहना है पूजा में लोग टीकाकरण से परहेज करेंगे। ऊपर से कर्मचारियों की भारी कमी है। पूरे धनबाद में प्रमुख तौर पर 150 से ज्यादा दुर्गा पूजा पंडाल बनाए गए हैं।
गौरतलब है कि बीते गुरुवार को धनबाद आए स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव ने यहां के अस्पतालों और स्वास्थ्य व्यवस्था की स्थिति पर चिंता और नाराजगी जताई थी। सिविल सर्जन से लेकर विभाग के तमाम जिम्मेवार लोगों को फटकार लगाई थी। दो लोगों को शोकॉज भी किया था। उनके इसी रूप से धनबाद के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और कर्मी खौफ में हैं।
वेतन नहीं मिलने से डेढ़ सौ कर्मचारी हैं हड़ताल पर
पूजा पंडालों में टीकाकरण जिले में इसलिए भी चुनौतीपूर्ण है, क्योंकि विभाग के कई कर्मचारी हड़ताल पर हैं। दरअसल राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत कोरोना वायरस की दूसरी लहर में 150 स्वास्थ्य कर्मचारियों की धनबाद में बहाली हुई थी, लेकिन इन कर्मचारियों को पिछले 13 महीने से वेतन नहीं मिला है। इस वजह से अप्रैल 2022 से ही कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं। हड़ताल की वजह से धनबाद में टीकाकरण की दर बेहद कम हो गई है।
अब इन कर्मचारियों से दोबारा काम लेने में विभाग सफल नहीं हो पा रहा है। दूसरी ओर, स्वास्थ्य विभाग के इन कर्मचारियों ने भी यह घोषणा कर दी है कि जब तक उनका वेतन भुगतान नहीं होगा, तब तक वह हड़ताल पर बने रहेंगे। जिले के अधिकारियों ने इसकी सूचना राज्य मुख्यालय के अधिकारियों को भेजी है। हालांकि स्टील गेट, झारखंड मैदान, तेतुलतल्ला सहित अन्य पूजा पंडालों में टीकाकरण केंद्र बनाए जा रहे हैं।