उपेंद्र सिंह हत्याकांड: पिंटू सिंह ने खुद को किया कानून के हवाले, अपने चचेरे भाई की इस वजह से की थी हत्या
रिकवरी एजेंट उपेंद्र सिंह हत्याकांड के सिलसिले में पुलिस सिंटू सिंह को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। जबकि उन्हें पिंटू सिंह की काफी लंबे समय से तलाश थी। पुलिस के दबाव में आकर आखिरकार पिंटू ने भी न्यायालय में समर्पण कर दिया है।

जासं, धनबाद। अपने चचेरे भाई रिकवरी एजेंट उपेंद्र सिंह हत्याकांड के आरोपित पिंटू सिंह ने सोमवार को धनबाद न्यायालय में समर्पण कर दिया है। पुलिस पिंटू सिंह को काफी दिनों से ढूंढ़ रही थी। इससे पूर्व पुलिस पिंटू के भाई सिंटू सिंह को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज चुकी है। पुलिस के दबाव में आकर पिंटू सिंह ने भी न्यायालय में समर्पण कर दिया है।
एक फरवरी को की गई थी उपेंद्र सिंह की हत्या
धनबाद के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी संजय कुमार सिंह के न्यायालय ने पिंटू सिंह की जमानत अर्जी खारिज कर उसे 14 दिनों के हिरासत में जेल भेज दिया है। सरायढेला थाने की पुलिस अब पिंटू सिंह को भी रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। मालूम हो कि रिकवरी एजेंट उपेंद्र सिंह की हत्या एक फरवरी को पीके राय मेमोरियल कालेज के पास गोली मारकर कर दी गई थी। उपेंद्र सिंह की पत्नी ने चचेरे देवर पिंटू सिंह, सिंटू सिंह, प्रिंस खान, गाडविन खान और गोधर निवासी राजेश चौहान सहित अन्य पर हत्या का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है।
सिंटू सिंह को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी थी पुलिस
इस कांड के नामजद आरोपितों में सिंटू को पुलिस ने भूली मोड़ से गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेजा है। एक फरवरी की सुबह उपेंद्र सिंह अपने बेटे को छोड़ने पीके राय मेमोरियल कालेज गए थे। कालेज गेट के पास अपराधियों ने उन्हें गोली मार दी थी। उन्हें गंभीर स्थिति में केंद्रीय अस्पताल ले जाया गया। वहां डाक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। इसके बाद स्वजन उन्हें एसएनएमएमसीएच और फिर असर्फी अस्पताल ले गए थे। उपेंद्र पर पहले भी चार बार गोली चली थी।
अमन सिंह के शूटरों ने की उपेंद्र की हत्या
पुलिस पूछताछ में पिंटू के भाई सिंटू ने बताया था कि उपेंद्र सिंह की हत्या अमन सिंह के शूटरों ने की है। शूटरों को वह नहीं पहचानता है, बल्कि उसका भाई पिंटू सिंह, राजेश चौहान, प्रिंस खान व गाडविन खान जानता है। प्रिंस खान व अमन सिंह के बीच पहले से ही दोस्ती हो चुकी है। उसका भाई पिंटू प्रिंस खान के साथ मिलकर काम कर रहा था। सिंटू ने अपने बयान में बताया था कि मई 2020 में एक झगड़े में उपेंद्र सिंह ने उसके भाई पिंटू सिंह, मां तथा उस पर गोली चलाया था। तीनों गोली से जख्मी हो गए थे। उपेंद्र जेल गया था।
दबंग रिकवरी एजेंट था उपेंद्र
उपेंद्र सिंह के जेल जाने के बाद रिकवरी एजेंट का काम तथा रेलवे क्वार्टरों से पैसा की वसूली मेरा भाई करने लगा, जिसमें वह सहयोग करता था। रेलवे क्वार्टरों का आधा पैसा राकेश कोईरी की मदद से प्रिंस खान को जाता था तथा आधा पैसा उसका भाई पिंटू रखता था। जेल से जब उपेंद्र लौटा तो अपना पुराना काम रिकवरी एजेंट तथा रेलवे क्वार्टर से वसूली करने लगा। इससे पिंटू सिंह और प्रिंस खान को दिक्कत होने लगी।

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