नीरज हत्याकांड: पहचान छुपाकर किराए पर मकान लेने के मामले में हुई सुनवाई
पहचान छुपाकर षड्यंत्र के तहत किराए पर मकान लेने और उसमें हत्या की योजना को अंजाम देने के मामले के आरोपित पंकज सिंह एवं डबलू मिश्रा ने पुलिस द्वारा जुटाए गए दस्तावेज की मांग की है।
विधि संवाददाता, धनबाद: पहचान छुपाकर षड्यंत्र के तहत किराए पर मकान लेने और उसमें हत्या की योजना को अंजाम देने के मामले के आरोपित पंकज सिंह एवं डबलू मिश्रा ने गुरुवार को आवेदन देकर अनुसंधान के दौरान पुलिस द्वारा एकत्र किए गए दस्तावेजों की आपूर्ति करने की गुहार लगाई है। अधिवक्ता पंकज प्रसाद, मो. जावेद एवं देवीशरण सिन्हा ने दलील देते हुए कहा कि इस आशय से कोई दस्तावेज अभियोजन को मदद नहीं कर रहा है। अभियोजन उसे छुपा नहीं सकता।
अदालत ने सहायक लोक अभियोजक को प्रतिउत्तर दाखिल करने का निर्देश देते हुए अगली तारीख निर्धारित कर दी है। सुनवाई के दौरान शूटर चंदन सिंह ऊर्फ रोहित सिंह ऊर्फ सतीश सिंह, कुुर्बान अली ऊर्फ सोनू, सागर ऊर्फ शिबू, अमन सिंह, पंकज सिंह एवं डबलू मिश्रा को प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी संगीता की अदालत में पेश किया गया।
यह है मामला: सरायढेला थाने के एएसआइ नलीन रंजन सिंह की लिखित शिकायत पर डबलू मिश्रा एवं पंकज सिंह के विरुद्ध छल करने एवं आपराधिक षड्यंत्र रचने के लिए मकान लेने की प्राथमिकी दर्ज की गई थी। प्राथमिकी के मुताबिक, सरायढेला में श्रीराम अहलाद राय के मकान में डबलू मिश्रा ने पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह की हत्या को अंजाम देने के लिए बाहर से बुलाए गए शूटरों को नाम बदलकर ठहराया था। वहीं हत्या को अंजाम देने की योजना को कार्यरूप दिया गया था।